वैश्वीकरण Important Questions || Class 12 Political Science Book 1 Chapter 9 In Hindi ||

  

Ch 9 वैश्वीकरण 

एक अंकीय प्रश्न :

प्रश्न 1. वैश्वीकरण क्या है ? 

उत्तर: वस्तुओं, पूँजी, श्रम एवं विचारों का एक देश से अन्यों में मुक्त प्रवाह वैश्वीकरण कहलाता है। 

प्रश्न 2. वैश्वीकरण का एक सकारात्मक प्रभाव लिखो ?

उत्तर: कम्पनियों में प्रतियोगिता का भाव होने से ग्राहक को उन्नत वस्तु कम मूल्य पर मिलना तथा वस्तुओं में चुनाव के अधिक विकल्पों की मौजूदगी।

प्रश्न 3. भारत ने नई आर्थिक नीति कब अपनाई ? 

उत्तर: 1991 में

प्रश्न 4. WSF का शब्द विस्तार लिखो। 

उत्तर: विश्व सामाजिक फोरम (World Social Fourum)

प्रश्न 5. नीली जींस का विश्वभर में प्रचलन वैश्वीकरण का कौन सा प्रभाव है ? 

उत्तर: सांस्कृतिक प्रभाव।

प्रश्न 6. वामपंथी दल वैश्वीकरण के किस प्रभाव की अधिक आलोचना करते है ? 

उत्तर: आर्थिक प्रभाव।

प्रश्न 7. विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था किस देश की है ? 

उत्तर: अमेरिका।

प्रश्न 8. भारतीय अर्थव्यवस्था में 1990 में आर्थिक वृद्धि दर क्या थी?

उत्तर: 5 प्रतिशत वार्षिक।

प्रश्न 9. WTO का शब्द विस्तार लिखें 

उत्तर: विश्व व्यापार संगठन।

प्रश्न 10. वैश्वीकरण कि लिये अनुकूल परिस्थितियाँ पैदा करने वाले दो कारकों का नाम लिखिये। 

उत्तर: उदारीकरण व निजीकरण।

प्रश्न 11. व्यापार से क्या समझते है ? 

उत्तर: उत्पादकों से उपभोक्ताओं तक वस्तुओं को पहुँचाना व्यापार कहलाता है। 

प्रश्न 12. LPG का शब्द विस्तार लिखें

उत्तर: उदारीकरण, निजीकरण, वैश्वीकरण (Liberalisation privatization Globalisation)

दो अंकीय प्रश्न :

प्रश्न 1. सामाजिक सुरक्षा कवच से आप क्या समझते हो?

उत्तर: आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, साफ-सफाई एवं नौकरी की सुविधा सरकार द्वारा उपलब्ध करवाना सामाजिक सुरक्षा कवच कहलाता है। 

प्रश्न 2. कोई दो महत्वपूर्ण अन्तर्राष्ट्रीय आर्थिक संस्थानों के नाम लिखो। 

उत्तर: अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व बैंक और विश्व व्यापार संगठन आदि।

प्रश्न 3. संचार के क्षेत्र में तीन क्रांतिकारी साधनों के नाम लिखो।

उत्तर: टेलीग्राफ, टेलीफोन और माइक्रोचिप।

प्रश्न 4. वैश्वीकरण में किसका मुक्त प्रवाह होता है ? 

उत्तर: पूंजी, विचार, वस्तु एवं श्रम का मुक्त प्रवाह।

प्रश्न 5. विकसित देशों की वीजा नीति क्या है, बताइए?

उत्तर: विकासशील देशों के लोगों को वीजा देने के नियमों में सख्ती ताकि अधिक संख्या में आकर लोग विकसित देशों में नौकरियाँ न हासिल कर ले।

प्रश्न 6. संरक्षणवाद क्या है? 

उत्तर: 1991 से पहले अपने घरेलू उत्पादों को बचाने एवं एकाधिकार बनाएँ रखने हेतु विदेशी कम्पनियों पर प्रतिबंध लगाना संरक्षणवाद कहलाता है।

प्रश्न 7. वैश्वीकरण के दो नकारात्मक प्रभाव बताइएँ ?

उत्तर: सरकार ने गरीबों एवं वंचितों के कल्याण कार्यों से अपने हाथ खींच लिए। विकासशील देशों की संस्कृतियों का पश्चिमीकरण।

प्रश्न 8. मैक्डोनाल्डीकरण का क्या अर्थ है ? 

उत्तर: इसमें विभिन्न देशों की संस्कृति पर पश्चिमी संस्कृति हावी हो जाती है। 

प्रश्न 9. वर्ल्ड सोशल फोरम के तहत कौन-कौन से समूह वैश्वीकरण का विरोध कर रहे है ? 

उत्तर: मानवाधिकार कार्यकर्ता, पर्यावरणविद्, महिलाएँ एवं मजदूर।

प्रश्न 10. विज्ञान और प्रौद्योगिकी का वैश्वीकरण पर क्या प्रभाव पड़ा ?

उत्तर: इसके विकास के कारण विश्व में पारस्परिक जुड़ाव एवं पारस्परिक निर्भरता बढ़ी।

4 अंकीय प्रश्न :

प्रश्न 1. वैश्वीकरण के आर्थिक प्रभाव बताइएँ ?

उत्तर: समान व्यापारिक तथा श्रम कानूनों द्वारा संतुलित आर्थिक विकास।

  • पश्चिमी देशों द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार के नियमों का निर्धारण। 
  • बहुराष्ट्रीय कम्पनियों से घरेलू एवं लघु उद्योगों को नुकसान। 
  • प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI), विनिवेश जैसे आर्थिक सुधारों का पूरे विश्व में लागू होना।

प्रश्न 2. सांस्कृतिक समरूपता एवं सांस्कृतिक वैभिन्नीकरण में अंतर स्पष्ट करो। 

उत्तर: सांस्कृतिक समरूपता का अर्थ है पश्चिमी संस्कृति का पूरे विश्व में फैलना ताकि वह एक वैश्विक संस्कृति का रूप ले सके। 

  • सांस्कृतिक वैभिन्नीकरण में विभिन्न संस्कृतियाँ दूसरी संस्कृतियों की अच्छी बातों को अपनी संस्कृति में शामिल करती है जिस कारण प्रत्येक संस्कृति अनूठी बन रही है। 

प्रश्न 3. वैश्वीकरण का भारत पर क्या प्रभाव पड़ा ? स्पष्ट करो। 

उत्तर: तीव्र आर्थिक विकास, नये अवसरों की उपलब्धता, घरेलु उद्योगों में नई चुनौतियों का उभार, विश्व राजनीति में भारत का महत्वपूर्ण स्थान।

प्रश्न 4. वैश्वीकरण के विरोध और इस बारे में बनी राजनीतिक सहमति पर भारत के परिपेक्ष्य में चर्चा करो।

उत्तर: 

  • 1991 में शुरू हुए आर्थिक सुधारों का वामपंथी एवं दक्षिणपंथी विचारधारा वाले दलों द्वारा विरोध करना। 
  • वामपंथी दलों ने राजनीतिक एवं सांस्कृतिक पक्ष पर अधिक विरोध किया। 

राजनीतिक सहमति :- 1991 के बाद चाहे किसी भी दल का शासन हो। 

आर्थिक सुधार: उदारीकरण व खुलेपन की नीति बिना रूकावट जारी है।

प्रश्न 5. वैश्वीकरण की कोई चार विशेषताएँ बताइए। 

उत्तर:

  • उदार पूंजीवादी व्यवस्था को बढ़ावा। 
  • आपसी जुड़ाव से हितों में समानता। 
  • आपसी जुड़ाव से संस्कृतियों में अन्तः क्रिया। 
  • प्रवाह में गतिशीलता। 

प्रश्न 6. वैश्वीकरण के कारण राज्य की क्षमता में कमी आती है, समझाइये। 

उत्तर:

  • कल्याणकारी राज्य का स्थान उदारवादी राज्य ने लिया। 
  • अहस्तक्षेप की नीति से राज्य के कार्य क्षेत्र में कमी। 
  • राज्य का मुख्य कार्य सुरक्षा, कानून व्यवस्था और विदेशी संबंधों तक सीमित। 
  • आर्थिक और सामाजिक प्राथमिकताओं का प्रमुख निर्धारक बाजार है न कि राज्य। 

प्रश्न 7. विश्वव्यापी “पारस्परिक जुड़ाव” क्या है ? इसके कौन कौन से घटक है ?

उत्तर:

  • विश्व के सभी देश सूचना एवं संचार तंत्र के विकास द्वारा नजदीक हुए।
  • पारस्परिक निर्भरता एवं पारस्परिक सहयोग। 
  • घटक * इंटरनेट, टेलीफोन, टेलीग्राफ, माइक्रोचिप इत्यादि।

पांच अंकीय प्रश्न 

प्रश्न 1 

i) दिए गए कार्टून में कल और आज से कार्टूनिस्ट का क्या अर्थ है ? 

उत्तर: कल का अर्थ वैश्वीकरण से पूर्व तथा आज का अर्थ वैश्वीकरण के बाद की वर्तमान स्थिति। 

ii) “चीन और भारत के लोग तुम्हारी नौकरी खा जायेगें’ इस वाक्य का क्या अर्थ है ?

उत्तर: वैश्वीकरण के कारण भारत और चीन के लोगों द्वारा विकसित देशों में नौकरी के अवसरों को प्राप्त करना जिस कारण विकसित देशों में बेरोजगारी का स्तर बढ़ा। 

iii) इस कार्टून के संदर्भ में आऊटसोर्सिंग का अर्थ स्पष्ट करो?

उत्तर: आऊटसोर्सिंग का अर्थ है किसी कार्य का ठेका अन्य कम्पनी को देना।

इसका मुख्य कारण कीमत में कमी तथा वस्तु की गुणवत्ता में मानक का इस्तेमाल। 

प्रश्न 2. निम्नलिखित अवतरण को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए ? भारत में वैश्वीकरण का विरोध कई इलाकों से हो रहा है। आर्थिक वैश्वीकरण के खिलाफ वामपंथी तेवर की आवाजें राजनीतिक दलों की तरफ से उठी है। तो इंडियन सोशल फोरम जैसे मंचो से भी। औद्योगिक श्रमिक और किसानों के संगठनों ने बहुराष्ट्रीय नियमों के प्रवेश का विरोध किया है। कुछ वनस्पतियों मसलन ‘नीम’ को अमेरिकी और यूरोपीय फर्मों ने पेटेंन्ट कराने के प्रयास किए। इसका भी कड़ा विरोध हुआ। 

i) वामपंथी राजनीतिक दलों ने वैश्वीकरण का विरोध क्यों किया? 

उत्तर: क्योंकि वैश्वीकरण पूंजीवाद का प्रसार है और वामपंथी विचारधारा पूंजीवाद के खिलाफ।

ii) इंडियन सोशल फोरम जैसा वैश्विक संगठन कौन सा है ? 

उत्तर: विश्व सोशल फोरम (WSF)

iii) पेटेन्ट से आप क्या समझते हो?

उत्तर: बौद्धिक सम्पदा अधिकार जिसमें कोई खोज, नवाचार इत्यादि को अपने नाम पर रजिस्टर्ड करवाना, पेटेंट कहलाता है।

छः अंकीय प्रश्न :

प्रश्न 1. वैश्वीकरण ने भारत को कैसे प्रभावित किया है और भारत कैसे वैश्वीकरण को प्रभावित कर रहा है ? 

उत्तर: वैश्वीकरण का भारत पर प्रभाव 

  • तीव्र आर्थिक विकास
  • विश्व राजनीति में भारत का महत्वपूर्ण स्थान 
  • नये अवसरों की उपलब्धता। 
  • मजदूरों एवं किसानों की स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव 
  • घरेलू उद्योगों में नई चुनौतियों का उभार
  • सांस्कृतिक वैभिन्न्नीकरण। 

भारत द्वारा वैश्वीकरण को प्रभावित करना।

  • सस्ते श्रम की बदौलत भारतीय कम्पनियों को Out-sourcing द्वारा अधिक काम। 
  • अत्यधिक युवा जनसंख्या एवं क्रय शक्ति में वृद्धि द्वारा विकसित देशों में भारत के प्रति आकर्षण। 
  • कम्प्यूटर एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से विकास कर अपना प्रभुत्व जमाना।

प्रश्न 2. क्या आप इस तर्क से सहमत है कि वैश्वीकरण से सांस्कृतिक विभिन्नता बढ़ रही है? 

उत्तर:

  • विभिन्न संस्कृतियों का मेल-जोल। 
  • विभिन्न देशों द्वारा अन्य देशों के त्यौहारो का आनंद उठाना। 
  • विभिन्न खान-पान की वस्तुओं द्वारा खाने में विकल्पों में बढ़ोत्तरी।
  • नीली जीन्स तथा खादी कुर्ते का संयोग। आदि। 

प्रश्न 3. वैश्वीकरण के मुख्यता तीन प्रकार कौन से है ? विवेचना करो ? 

उत्तर:

  • आर्थिक प्रभाव 
  • राजनितिक प्रभाव 
  • सांस्कृतिक प्रभाव 

प्रश्न 4. वैश्वीकरण के कारण विकासशील देशों में राज्य की बढ़ती या कम होती भूमिका का वर्णन करें। 

उत्तर: वैश्वीकरण में मज़ा है! वैश्वीकरण और भारतीय अर्थव्यवस्था विगत दो तीन दशकों से अधिकांश बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ विश्व में उन स्थानों की तलाश कर रही हैं, जो उनके उत्पादन के लिए सस्ते हों। इन देशों में बहुराष्ट्रीय कंपनियों के निवेश में वृद्धि हो रही है, साथ ही विभिन्न देशों के बीच विदेश व्यापार में भी तीव्र वृद्धि हो रही है।

प्रश्न 5. वैश्वीकरण का प्रतिरोध किन आधारों पर किया जा रहा है ?

उत्तर: दोहरे शीत युद्ध की दुनिया के बाद हम वैश्‍वीकरण और एक खुले अंतर्राष्‍ट्रीय आर्थिक व्यवस्था के दो दशकों में चले गए जिसे एकध्रुवीय क्षण के रूप में वर्णित किया गया है। यह 2008 की वैश्विक आर्थिक संकट के साथ समाप्त हो गया।

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