नियोजित विकास की राजनीति Important Questions || Class 12 Political Science Book 2 Chapter 3 In Hindi ||

  

Ch 3 नियोजित विकास की राजनीति 

एक अंकीय प्रश्न 

प्रश्न 1 द्वितीय पंचवर्षीय योजना का खाका किसने तैयार किया ? 

उत्तर: पी. सी. महालनोबीस

प्रश्न 2 ‘इकॉनोमी ऑफ परमानेंस’ के लेखक कौन थे ?

उत्तर: जे. सी. कुमारप्पा

प्रश्न 3 भारत में नियोजित विकास का प्रमुख लक्ष्य क्या था ?

उत्तर: आर्थिक विकास व सभी नागरिकों की भली।

प्रश्न 4 जोनिंग शब्द से क्या अभिप्राय है ?

उत्तर: इलाकाबंदी की नीति

प्रश्न 5 उड़ीसा में किस धातु के विशाल भण्डार उपलब्ध थे ?

उत्तर: लौह अयस्क

प्रश्न 6 स्वतंत्रता के समय भारत के नीति-निर्माता किस मॉडल से प्रभावित थे ?

उत्तर: समाजवादी मॉडल

प्रश्न 7 मिल्क मैन ऑफ इंडिया के नाम से किसे जाना जाता है ?

उत्तर: वर्गीज कुरियन

प्रश्न 8 इलाकाबंदी (जोनिंग ) की नीति से बिहार पर क्या प्रभाव पड़ा ?

उत्तर: खाद्यान्न की उपलब्धता में कमी

प्रश्न 9 पी. सी. महालनोबीस कौन थे ?

उत्तर: दूसरी पंचवर्षीय योजना के योजनाकार, प्रसिद्ध अर्थशास्त्री

प्रश्न 10 हरित क्रान्ति का जनक किसको माना जाता है ?

उत्तर: एम. एस. स्वामीनाथन

प्रश्न 11 नियोजन का एक लाभ लिखिए ?

उत्तर: समय सीमा के भीतर उद्देश्य प्राप्त करना।

प्रश्न 12 श्वेत क्रान्ति से आपका क्या अभिप्राय है ?

उत्तर: दूध व दूध से बनी वस्तुओं का उत्पादन बढ़ाना।

प्रश्न 13 स्वतंत्रता प्राप्ति के वर्षों में विकास का क्या अभिप्राय था ?

उत्तर: सबका समान विकास

प्रश्न 14 हरित क्रान्ति से क्या तात्पर्य है ?

उत्तर: खाद्यान्न उत्पादन बढ़ाना।

प्रश्न 15 पंचवर्षीय योजना का मॉडल भारत में किस देश से प्रेरित होकर अपनाया गया ?

उत्तर: सोवियत संघ

दो अंकीय प्रश्न :

प्रश्न 1. बाम्बे प्लान क्या था ? 

उत्तर: 1944 में उद्योगपतियों के समूह द्वारा देश में नियोजित अर्थव्यवस्था चलाने हेतु तैयार किया गया प्रस्ताव।

प्रश्न 2. विकास का केरल मॉडल क्या था ?

उत्तर: इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, भूमिसुधार आदि पर जोर दिया गया।

प्रश्न 3. ऑपरेशन फ्लड का प्रमुख उद्देश्य क्या था ? 

उत्तर: दुग्ध उत्पादकों को उत्पादन व विपरण के एक राष्ट्रव्यापी तंत्र से जोड़ा गया।

प्रश्न 4. हरित क्रान्ति की शुरूआत किस परिस्थिति में की गई ?

उत्तर: सूखा व अकाल के कारण उत्पन्न खाद्य संकट, गेहूँ आयात व विदेशी मदद खासकर संयुक्त राज्य अमेरिका की।

प्रश्न 5. भूमि सुधार के अन्तर्गत उठाए गए किन्हीं दो कदमों का उल्लेख कीजिए। 

उत्तर: जमीदारी प्रथा की समाप्ति व काश्तकारों को कानूनी सुरक्षा।

प्रश्न 6. द्वितीय पंचवर्षीय योजना किस प्रकार प्रथम पंचवर्षीय योजना से भिन्न थी?

उत्तर: प्रथम पंचवर्षीय योजना कृषि आधारित, जबकि द्वितीय उद्योग आधारित थी।  पहली पंचवर्षीय योजना का मूलमंत्र था धीरज लेकिन दूसरी योजना की कोशिश तेज गति से संरचनात्मक बदलाव करने की थी।

प्रश्न 7. ‘जोनिंग’ के कोई दो परिणामों का उल्लेख कीजिए। 

उत्तर: विभिन्न राज्यों के बीच खाद्यान्न का व्यापार नहीं हो पा रहा था। बिहार (अकालग्रस्त) में खाद्यान्न उपलब्धता में भारी गिरावट आयी थी।

प्रश्न 8. भारत की अर्थव्यवस्था को मिश्रित अर्थव्यवस्था क्यों कहते है ?

उत्तर: ‘क्योंकि भारत में पूँजीवादी व समाजवादी मॉडल दोनों के मिले-जुले मॉडल के गुण हैं।

प्रश्न 9. भारत के लिए विकास पश्चिमी देशों से किस प्रकार भिन्न था ? 

उत्तर: भौतिक प्रगति के साथ-साथ वैज्ञानिक सोच तथा आर्थिक सामाजिक न्याय पर भी जोर।

प्रश्न 10. पंचवर्षीय योजना अपनाने से भारत को क्या लाभ  हुआ ? 

उत्तर: तेजी से आर्थिक विकास व खाद्य पदार्थ में वृद्धि।

प्रश्न 11. ऐसे दो राज्यों के नाम लिखिए जहाँ HYV (High Yiedling Variety) बीजों का प्रयोग हुआ ? 

उत्तर: पंजाब व आन्ध्र-प्रदेश।

प्रश्न 12. पोस्कोप्लांट का आदिवासी तथा पर्यावरणविद् क्यों विरोध कर रहे थे ? 

उत्तर: आदिवासियों को अपने आजीविका के छिन जाने व घर-बार से विस्थापित होने का डर था तथा पर्यावरणविदों का भय था कि खनन व उद्योग से पर्यावरण प्रदूषित होगा।

चार अंकीय प्रश्न :

प्रश्न 1. वामपंथ व दक्षिण पंथ में क्या अन्तर हैं ? 

उत्तर: वामपंथ – गरीब व पिछड़े सामाजिक समूह का पक्षधर लोक कल्याणकारी सरकारी नीति का समर्थक दक्षिणपंथ – खुली आर्थिक प्रतिस्पर्द्धा एवं बाजार मूलक अर्थव्यवस्था, अर्थव्यवस्था में गैर जरूरी हस्तक्षेप का विरोधी।

प्रश्न 2. मिश्रित अर्थव्यवस्था की आलोचना किस आधार पर की गई ?

उत्तर:

  • निजी क्षेत्र को बढ़ावा नहीं 
  • घरेलू बाजार प्रतिस्पर्द्धाविहीन हो गया
  • शिक्षा व चिकिस्ता में कम खर्च। 
  • राज्य के हस्तक्षेप के कारण एक नये मध्य वर्ग का उदय

प्रश्न 3. योजना आयोग के मुख्य कार्यों का वर्णन कीजिए। 

उत्तर:

  • देश के संसाधनों व पूँजी का अनुमान लगाना 
  • विकास की योजना बनाना
  • विकास की प्राथमिकता निश्चित करना। 
  • विकास योजना के बाधक कारकों का पता लगाना।
  • प्रगति की योजना का मूल्यांकन करना।

प्रश्न 4. भारत में खाद्यान्न संकट के क्या परिणाम हुए?

उत्तर:

  • गेहूँ की आयात करना पड़ा। 
  • विदेशी मदद (USA) स्वीकार करनी पड़ी। 
  • खाद्यान्न आत्मनिर्भरता प्रदान करने की प्राथमिकता निश्चित की गई 
  • सरकार के विरूद्ध असंतोष बढ़ा
  • जनता का नियोजन से अविश्वास बढ़ा।

प्रश्न 5. स्वतंत्रता के समय भारतीय अर्थव्यवस्था की कौन सी समस्याएँ थी। 

उत्तर:

  • कमजोर अर्थव्यवस्था 
  • प्रतिव्यक्ति निम्न आय
  • निम्न जीवर स्तर 
  • कृषि का प्रभुत्व
  • कृषि एवं उद्योगों का कम उत्पादन

प्रश्न 6. भारत की मिश्रित अर्थव्यवस्था के मॉडल के मुख्य परिणामों का परीक्षण कीजिए। 

उत्तर:

  • कृषि व्यापार व उद्योगों का अधिकांश भाग निजी हाथों में छोड़ दिया गया। 
  • राज्य द्वारा निर्मित मुख्य भारी उद्योगों ने औद्योगिक ढाँचे, नियमित, व्यापार व कृषि में हस्तक्षेप किया। इससे निजी व सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों में वृद्धि हुई और इसने भावी विकास का आधार बनाया। 

प्रश्न 7. सुमेलित कीजिए :

अ) चौधरी चरण सिंह                i) औद्योगीकरण 

ब) पी.सी. महालनोबीस            ii) इलाकाबन्दी 

स) वर्गीज कुरियन                   iii) किसान नेता 

द) बिहार का अकाल               iv) सहकारी डेयरी

उत्तर:

अ) iii), 

ब) i) 

स) iv) 

द) ii)

पाँच अंकीय प्रश्न :

प्रश्न 1. निम्नलिखित पंक्तिया पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए – 

“आजादी के बाद के पहले दशक में इस सवाल पर खूब बहस हुई उस वक्त लोग-बाग विकास की बात आते ही पश्चिम का हवाला देते थे कि विकास की पैमाना पश्चिमी मुल्क हैं।” 

i) आजादी के समय विकास के कितने मॉडल प्रचलित थे ?

उत्तर: पूंजीवादी व समाजवादी मॉडल

ii) आजादी के समय भारत ने विकास का कौन सा मॉडल अपनाया ? 

उत्तर: मिश्रित अर्थव्यवस्था

iii) विकास का अर्थ स्पष्ट कीजिए। 

उत्तर: आधुनिक व औद्योगिक होना।

प्रश्न 2. कार्टून किस योजना की बात कर रहा है ? और इसके मुख्य उद्देश्य क्या हैं ?

i) प्रस्तुत चित्र में किस विवाद को इंगित किया गया है ? 

उत्तर: सार्वजनिक व निजी क्षेत्र का विवाद 

ii) इस विवाद का समाधान किस प्रकार किया गया ? 

उत्तर: मिश्रित अर्थव्यवस्था के द्वारा

iii) दोनों पक्ष की ओर से एक-एक तर्क दीजिए ? 

उत्तर:

  • सार्वजनिक क्षेत्र – आधारभूत ढांचा प्रदान करना।
  • निजी क्षेत्र – बाजार अर्थव्यवस्था का पक्षधर। 

छः अंकीय प्रश्न :

प्रश्न 1. स्वतंत्रता के पश्चात भारत में अपनाए जाने वाले आर्थिक विकास के मॉडल से सम्बन्धित सहमति तथा असहमति के विभिन्न क्षेत्रों का परीक्षण कीजिए।

उत्तर:

सहमति के क्षेत्र :

  • भारत के विकास का अर्थ आर्थिक वृद्धि तथा सामाजिक न्याय होना चाहिए। 
  • विकास के मुद्दे को केवल व्यापारियों, उद्योगपतियों व किसानो पर ही नहीं छोड़ा जा सकता है। अपितु सरकार को एक प्रमुख भूमिका निभानी चाहिये। 
  • गरीबी उन्मूलन तथा सामाजिक व आर्थिक वितरण के काम को सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी माना गया।

असहमति के क्षेत्र :

  • सरकार द्वारा निभाई जाने वाली भूमिका पर असहमति। 
  • यदि आर्थिक वृद्धि से असमानता हो तो न्याय की जरूरत से जुड़े महत्व पर असहमति। 
  • उद्योग बनाम् कृषि तथा निजी बनाम सार्वजनिक क्षेत्र के जुड़े मुद्दे पर असहमति।

प्रश्न 2. भारत के आर्थिक विकास की बुनियाद (नीव) एवं भूमिसुधारों की दिशा में ___ नियोजित विकास के परिणामों का आकलन कीजिए।

उत्तर:

आर्थिक विकास :

  • विकास की बड़ी परियोजनायें जैसे भाखड़ा नांगल बाँध और हीराकुण्ड बाँध का निर्माण सिंचाई और विद्युत उत्पादन के लिए किया गया। 
  • बड़े उद्योग सार्वजनिक क्षेत्र में बनाए गए। जैसे स्टील प्लांट, तेल शोधक कारखाने आदि। 
  • ढांचागत सुविधाओं में सतत सुधार जैसे परिवहन और संचार इत्यादि में। 

भूमि सुधार :

  • जमींदारी व्यवस्था का उन्मूलन तथा भूमि सुधारो को लागू किया गया। 
  • हरित क्रांन्ति के माध्यम से खाद्यान्नो के उत्पादन में वृद्धि।
  • सरकार ने किसानों से उनके उत्पादन को उचित मूल्य पर खरीदने की गारंटी दी। 

प्रश्न 3. स्वतंत्रता के बाद से लागू पंचवर्षीय योजनाओं की क्या उपलब्धियाँ रही वर्णन कीजिए। 

उत्तर:

  • भारत के भविष्य की बुनियाद मजबूत
  • भूमि सुधार प्रक्रिया आरम्भ। 
  • राष्ट्रीय आय में वृद्धि।
  • सामाजिक न्याय स्थापित। 
  • साक्षरता में वृद्धि 
  • उत्पादन में आत्मनिर्भरता। 

प्रश्न 4. हरित क्रान्ति के सकारात्मक और नकारात्मक परिणामों का वर्णन कीजिए। 

उत्तर:

सकारात्मक परिणाम

  • खाद्यान्नों में आत्म निर्भरता 
  • ग्रामीण आय में वृद्धि। 
  • खाद्यान्न आयात न होने पर विदेशी मुद्रा भण्डार बढ़ा 
  • औद्यौगीकरण की प्रक्रिया तेज। 
  • रोजगार के अवसर बढ़े।

नकारात्मक परिणाम

  • क्षेत्रीय असमानता बढ़ी। 
  • छोटे किसान एवं कृषि मजदूरों को लाभ नहीं। 
  • अमीर गरीब का अन्तर बढ़ा। 
  • वामपंथी दलों की गतिविधियाँ तेज।

प्रश्न 5. आजादी प्राप्ति के बाद से भारत का विकास हो रहा है परन्तु फिर भी राष्ट्रीय एकीकरण के कुछ मुद्दे हल करना अभी बाकी है, उल्लेख कीजिए। 

उत्तर:

  • निरक्षरता 
  • दरिद्रता 
  • जातिवाद 
  • भाषावाद

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