Ch 2 एक दल के प्रभुत्व का दौर
एक अंकीय प्रश्न :
प्रश्न 1. निम्नलिखित वाक्य को सही करके पुनः लिखिये।
“भारतीय जनसंघ की स्थापना आचार्य नरेन्द्र देव ने की थी।”
उत्तर: डा. श्यामाप्रसाद मुखर्जी
प्रश्न 2. रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए। ………….. लोकसभा के प्रथम चुनाव में 16 स्थान जीतकर दूसरे स्थान पर दल रहा।
उत्तर: भारतीय साम्यवादी दल
प्रश्न 3. स्वतंत्रता के बाद भारत में शासन की कौन सी व्यवस्था को अपनाया गया ?
उत्तर: लोकतान्त्रिक शासन व्यवस्था
प्रश्न 4. भारत के प्रथम भारतीय गर्वनर जनरल कौन बने थे ?
उत्तर: सी. राजगोपालाचारी
प्रश्न 5. भारतीय जनसंघ ने किस विचार पर जोर दिया ?
उत्तर: एक देश एक संस्कृति एक राष्ट्र
प्रश्न 6. कांग्रेस का पहले आम चुनाव में चिह्न कौन सा था ?
उत्तर: दो बैलों की जोड़ी
प्रश्न 7. भारत में एक दल का प्रभुत्व किस राजनीतिक दल से सम्बन्धित रहा?
उत्तर: कांग्रेस दल
प्रश्न 8. “राजनीति में नायक पूजा का भाव सीधे पतन की और ले जाता है” यह कथन किसने कहा है ?
उत्तर: बी. आर. अम्बेडकर
प्रश्न 9. प्रथम आम चुनाव के अभियान, मतदान और मतगणना में कुल कितना समय लगा?
उत्तर: छह महीने
प्रश्न 10. 1957 में किस दल की अगुवाई में केरल प्रदेश में सरकार बनी?
उत्तर: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी
प्रश्न 11. प्रथम आम चुनाव में दूसरे नंबर पर वोट हासिल करने के लिहाज से कौन सा राजनीतिक दल रहा?
उत्तर: समाजवादी पार्टी
प्रश्न 12. भारतीय राजनीति के किस कालखंड को ‘कांग्रेस-प्रणाली’ कहा जाता है ?
उत्तर: सन् 1950
प्रश्न 13. किस समाजवादी नेता ने अंतरिम सरकार में शामिल होने के न्यौते को अस्वीकार कर दिया था ?
उत्तर: जय प्रकाश नारायण
प्रश्न 14. समग्र मानवतावाद सिद्धान्त के प्रणेता कौन थे ?
उत्तर: दीनदयाल उपाध्याय
प्रश्न 15. भारतरत्न से सम्मानित पहले भारतीय व स्वतंत्र पार्टी के संस्थापक कौन थे ?
उत्तर: सी. राजगोपालाचारी
प्रश्न 16. एक दलीय प्रभुत्व से क्या समझते हो?
उत्तर: जहाँ बहुदलीय पद्धति के अर्न्तगत किसी एक दल की प्रधानता होती है, ऐसी व्यवस्था में मतदाता एक ही दल को अधिक महत्व देते हैं।
दो अंकीय प्रश्न :
प्रश्न 1. विश्व में सर्वप्रथम कब और कहाँ साम्यवादी दल की सरकार लोकतांत्रिक चुनावों के आधार पर बनी ?
उत्तर: 1957 में भारत के केरल राज्य में विधान सभा चुनावों में।
प्रश्न 2. भारत के चुनाव आयोग का गठन कब हुआ तथा प्रथम चुनाव आयुक्त कौन बनाये गये?
उत्तर: जनवरी 1950, सुकुमार सेन।
प्रश्न 3. किस नेता ने कांग्रेस पार्टी को एक सराय कहा और क्यों ?
उत्तर: डा. भीम राव अम्बेडकर, क्योंकि कांग्रेस के द्वार समाज के सभी वर्गों के लिए खुले थे राष्ट्रीय आन्दोलन के समय विभिन्न वर्गो एवं समुहो को अपने दल में मिला लिया था।
प्रश्न 4. लोकतंत्र में विपक्षी दल की भूमिका का वर्णन कीजिये।
उत्तर:
- सरकार की नीतियों की आलोचना
- सरकार की निश्कुशता पर अंकुश
- जनता को राजनीतिक शिक्षा
प्रश्न 5. कौन-कौन से देश एक पार्टी के प्रभुत्व वाले देश थे ?
उत्तर: मैक्सिको, दक्षिण कोरिया, ताईवान
प्रश्न 6. स्वतंत्र पार्टी किन बातों के विरूद्ध थी?
उत्तर: कृषि जमीन की हदबन्दी, सहकारी खेती और खाद्यान्न के व्यापार पर सरकार के नियन्त्रण के विरूध थी।
प्रश्न 7. भारत में साम्यवादी दल की फूट (विभाजन) के क्या कारण थे ?
उत्तर: 1962 के भारत-चीन युद्ध के समय, दल के एक गुट ने चीन के आक्रमण को सही माना तथा एक गुट ने इसका विरोध किया तो परिणाम स्वरूप 1964 में सीपीआई में विभाजन हुआ।
प्रश्न 8. एक दल के प्रभुत्व से आपका क्या अभिप्राय है ?
उत्तर: देश की राजनीतिक व्यवस्था पर एक राजनीतिक दल का प्रभाव व प्रधानता।
प्रश्न 9. ऐसे दो राज्यों के नाम लिखो जहाँ पर सन् 1952 से 1967 के दौरान कांग्रेस सत्ता में नहीं थी और कोई ऐसे राज्य बताओ जहां इस अवधि में कांग्रेस का शासन था।
उत्तर: जम्मू कश्मीर, केरल और पंजाब, उत्तर प्रदेश।
प्रश्न 10. “राजनीति समस्या नहीं अपितु समस्या का समाधान है” इस कथन का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: समाज में साधनो का उचित बंटवारा करने के लिए राजनीति ही सबसे उचित माध्यम है। इस प्रकार राजनीति समस्या नहीं है समस्या का समाधान प्रस्तुत करती है।
प्रश्न 11. पहले तीन आम चुनावों में कांग्रेस पार्टी का प्रभुत्व किस प्रकार भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था स्थापित करने में सहायक रहा?
उत्तर:
- भारत में कांग्रेस पार्टी के प्रभुत्व की प्रकृति क्यूबा और चीन जैसे देशों में एक पार्टी के प्रभुत्व से अलग थी।
- पहले तीन आम चुनावों में कांग्रेस के प्रभुत्व के बावजूद विपक्ष की आवाज को दबाया नहीं गया, बल्कि सम्मान दिया गया।
प्रश्न 12. 1950 के दशक में विपक्षी दलों की लोकसभा व विधानसभा में भूमिका किस प्रकार थी?
उत्तर:
- विपक्षी दलों ने शासन व्यवस्था के लोकतांत्रिक चरित्र को बनाए रखा।
- इन्होंने कांग्रेस पार्टी की नीतियों व व्यवहारों की सैद्धान्तिक आलोचना की।
प्रश्न 13. भारतीय जनसंघ का कौन सा सदस्य प्रधनमंत्री नेहरू के प्रथम मंत्रिपरिषद में मंत्री बना? उसने कब व क्यों इस्तीफा दिया ?
उत्तर: श्यामा प्रसाद मुखर्जी उन्होंने पाकिस्तान के साथ संबंधों को लेकर अपने मतभेदों के चलते 1950 में इस्तीफा दिया। इनका मानना था कि भारत व पाकिस्तान को लेकर “अखण्ड भारत” बनाया जाये।
प्रश्न 14. भारतीय जनसंध की विचारधारा की किन्हीं दो महत्पूर्ण विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 15. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी में विभाजन कब व क्यों हुआ ?
उत्तर: 1941 में हुआ। चीन व सोवियत संघ में विचारधारात्मक अंतर आने के बाद भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) टूट का शिकार हुई। सोवियत विचारधारा के समर्थक भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी तथा चीन की विचारधारा के समर्थक भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) कहलाये।
चार अंकीय प्रश्न :
प्रश्न 1. निम्नलिखित को सुमेलित कीजिये।
ए) एस.ए. डागे i) भारतीय जनसंघ
बी) डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ii) भारतीय साम्यवादी दल
सी) मीनू मसानी iii) प्रजा सोशलिस्ट पार्टी
डी) अशोक मेहता iv) स्वतंत्र पार्टी
उत्तर:
ए) iv)
बी) i)
सी) ii)
डी iii)
प्रश्न 2. भारत में एक दल की प्रधानता के कारणों का वर्णन करो।
उत्तर:
- कांग्रेस को सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व प्राप्त था।
- लगभग सारे विपक्षी दल कांग्रेस से निकले थे।
- कांग्रेस व विपक्षी दलों की नीतियों में समानता थी।
- राज्यों में गठबन्धन सरकारों का असफल होना।
प्रश्न 3. समय के साथ-साथ कांग्रेस की प्रकृति में क्या परिवर्तन आया ?
उत्तर:
- 20वीं सदी में कांग्रेस अमीरों व व्यापारियों का दबाव समूह, जिस पर अंग्रेजी बोलने वाले उच्च वर्ग का प्रभुत्व था। ii) गांधी के आगमन से शहरी, ग्रामीण, पूंजीपति, मजदूर और विभिन्न जातियाँ, कांग्रेस के सदस्य बने।
- स्वतन्त्रता प्राप्ति पर कांग्रेस इन्द्र धनुष के समान विविध (वर्ग, जाति, धर्म व भाषा) प्रतिनिधि वाली पार्टी थी।
प्रश्न 4. कांग्रेस किन अर्थों में एक विचारधारात्मक गठबंधन थी? उदाहरण देते हुए स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
- कांग्रेस में अनेक विचारधाराओं को मानने वाले लोग शामिल थे। उदाहरण – शान्तिवादी व क्रान्तिवादी
- इसमें लोग अपने गुटों में रहते हुए भी शामिल हो सकते थे।
- कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी का गठन भी कांग्रेस के भीतर हुआ।
- इनका नेतृत्व किसी एक वर्ग, जाति या पेशे तक सीमित नहीं था।
प्रश्न 5. स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद कांग्रेस व विपक्षी दलों के मध्य सम्बन्धों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
- विपक्ष की मौजूदगी नाम मात्र की परन्तु शासन के लोकतांत्रिक चरित्र को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका।
- कांग्रेस पार्टी की नीति गत आलोचना।
- कांग्रेस पार्टी के अन्दर शक्ति संतुलन।
- सत्ता पक्ष व विपक्ष में पारस्परिक सम्मान का भाव
प्रश्न 6. भारतीय जनसंघ व भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की विचारधारा में क्या अंतर था?
उत्तर:
भारतीय जनसंघ :
- एक देश, एक संस्कृति और एक राष्ट्र का विचार।
- भारतीय संस्कृति और परम्परा के आधार पर आधुनिक प्रगतिशील और ताकतवर भारत की कल्पना।
- भारत व पाकिस्तान को मिलाकर अखण्ड भारत का पक्षधर
- अंग्रेजी को हटाकर हिन्दी को राजभाषा बनाने के लिए आन्दोलन किया।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टीः
- 1951 में हिंसक क्रान्ति का रास्ता त्यागा। आम चुनावों में भागीदारी।
- 1964 में विभाजन हुआ। चीन समर्थकों ने भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी नाम से दल बनाया।
- 1947 में सत्ता के हस्तान्तरण को सच्ची आज़ादी नहीं माना। तेलंगाना में हिंसक विद्रोह को बढ़ावा दिया।
- ए. के. गोपालन, एस.ए.डांगे, ई.एम.एस नम्बूदरीपाद, पी.सी.जोशी आदि प्रमुख नेता। पूंजीवाद के विरोधी।
प्रश्न 7. प्रथम आम चुनाव को इतिहास का सबसे बड़ा जुआ की संज्ञा देकर क्यों आशंकाए व्यक्त की गई ?
उत्तर:
- मतदाताओं की विशाल संख्या।
- गरीब व निरक्षर मतदाता।
- चुनाव हेतु संसाधनों की कमी
- प्रशिक्षित चुनाव कर्मियों का अभाव।
पाँच अंकीय प्रश्नः
प्रश्न 1. प्रस्तुत गद्यांश को ध्यानपूर्वक एवं दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
प्रथम आम चुनाव 1951 के अक्टूबर से 1952 के फरवरी तक सम्पन्न हुए। चुनाव, अभियान, मतदान और मतगणना में कुल छह महीने लगे। कुल मतदाताओं में आधे से अधिक ने मतदान के दिन अपना वोट डाला। हारने वाले उम्मीदवारों ने भी इन चुनाव परिणामों को निष्पक्ष बताया।
सार्वभौमिक मताधिकार के इस प्रयोग ने आलोचकों का मुँह बंद कर दिया। हिन्दुस्तान टाइम्स ने लिखा – यह बात हर जगह मानी जा रही है कि भारतीय जनता ने विश्व के इतिहास में लोकतंत्र के सबसे बड़े प्रयोग को बखूबी अंजाम दिया।
i) प्रथम आम चुनाव की प्रक्रिया में छह महीनों का वक्त क्यों लगा?
उत्तर:
- संसाधनों की कमी।
- प्रशिक्षित चुनाव कर्मियों का अभाव।
ii) सार्वभौमिक मताधिकार क्या है ?
उत्तर: जाति, धर्म, रंग व लिंग भेद के बिना मत देने का अधिकार।
iii) हिन्दुस्तान टाइम्स द्वारा की गई उपरोक्त टिप्पणी का क्या आशय है ?
उत्तर:
- मतदाताओं की विशाल संख्या।
- गरीबी व अशिक्षा के माहौल में चुनाव।
प्रश्न 2. नीचे दिए गए चित्र को देखकर निम्न प्रश्नों के उत्तर देः
i) यह चित्र किससे सम्बन्धित है ?
उत्तर: 1948 में चक्रवर्ती राजगोपालाचारी के गवर्नर जनरल के पद की शपथ ग्रहण के बाद नेहरू मंत्रिमण्डल।
ii) स्वतंत्र भारत के प्रथम भारतीय गवर्नर जनरल कौन थे?
उत्तर: चक्रवर्ती राजगोपालाचारी।
iii) चित्र में दिखाई दे रहे किन्हीं दो बैठे तथा पंक्ति में खड़े दो व्यक्तियों को पहचानिये।
उत्तर: डा. अम्बेडकर, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, राजकुमारी अमृत कौर, सरदार वल्लभभाई पटेल, मौलाना आजाद, जे.एल.नेहरू आदि।
प्रश्न 3. नीचे दिए गए चित्र को देखकर निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
उत्तर: सरकार व विपक्षी दलों के मध्य
ii) चित्र में विपक्षी दलों की स्थिति कमजोर क्यों नज़र आ रही है ?
उत्तर: कांग्रेस मजबूत स्थिति में थी। जबकि मजबूत विपक्षी दल का अभाव था। क्योंकि कांग्रेस के पास मजबूत संगठन, स्वतंत्रता आन्दोलन की विरासत आदि थी।
iii) चित्र में दिखाई दे रहे किन्हीं चार व्यक्तियों को पहचानिए ?
उत्तर: विपक्षी नेता – ए. के. गोपालन, आचार्य कृपलानी एन.सी. चटर्जी, श्रीकांतन नायर और सरदार हुकुम सिंह सत्ता पक्ष – नेहरू जी, राजकुमारी अमृतकौर, मौलाना आजाद।
छः अंकीय प्रश्न :
प्रश्न 1. पार्टियों के भीतर गठबन्धन तथा पार्टियों के बीच गठबंधन में अन्तर स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर: पार्टी के भीतर गठबन्धन भारत में प्रथम आम चुनावों से ही देखने को मिला।
जब कांग्रेस एक सतरंगे सामाजिक व विचारधारात्मक गठबंधन के रूप में दिखी। अलग-अलग गुटो के होने से इसका स्वभाव सहनशील बना। तथा कांग्रेस के भीतर ही संगठन का ढांचा अलग होने पर भी व्यवस्था में सन्तुलन साधने के एक साधन के रूप में काम किया। वर्तमान राजनीति में पार्टियों के बीच गठबन्धन दिखाई देता है जहाँ भारतीय लोकतंत्र हित में अलग-अलग विचार धाराओं को मानने वाले दल आम सहमति के मुद्दो पर मिली जुली सरकार बनाते है परन्तु अपने दल की नीतिया नहीं बदलते।
प्रश्न 2. भारत में राजनीतिक दलों की प्रतिस्पर्धा को सशक्त बनाने वाले कारणो की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
- संवैधानिक प्रावधान
- स्वतंन्त्र चुनाव आयोग
- स्वतंन्त्र प्रेस
- स्वतन्त्र न्यापालिका
- बहुदलीय व्यवस्था
- दबाव एवम् हित समूह
प्रश्न 3. भारत और मैक्सिको दोनों ही देशों में एक खास समय तक एक पार्टी का प्रभुत्व रहा। मैक्सिको में स्थापित एक पार्टी का प्रभुत्व कैसे भारत के एक पार्टी के प्रभुत्व से अलग था ?
उत्तर:
- मैक्सिकों में इंस्टीट्यूशनल रिवोल्यूशनरी पार्टी (पीआरआई) ही विजयी रही। बाकी पार्टियां बस नाम मात्र की थी ताकि शासक दल को वैधता मिलती रहे।
- चुनाव के नियम शासक दल के अनुरूप तय किये गये।
- शासक दल ने चुनावों में अक्सर हेर फेर तथा धांधली की।
- भारत में एक दल के प्रभुत्व के पीछे कांग्रेस पार्टी को राष्ट्रीय आन्दोलन की विरासत मिलना था।
- कांग्रेस पार्टी का सांगठनिक ढाचा मजबूत तथा व्यापक था। vi) विपक्षी दलों का संगठन कमजोर था।
- “सर्वाधिक मत से जीत प्रणाली’ ने भी कांग्रेस पार्टी के प्रभुत्व में भूमिका निभाई थी।