The unification of Italy




 

The unification of Italy, also known as the Risorgimento, was a political and social movement that consolidated different states of the Italian Peninsula into the single state of Italy in the 19th century. The process began in 1815 with the Congress of Vienna and was completed in 1871 when Rome became the capital of the Kingdom of Italy.

Key Events and Figures in the Unification of Italy

  1. Congress of Vienna (1815): After the defeat of Napoleon, the Congress of Vienna aimed to restore pre-Napoleonic order. Italy was divided into several states, including the Kingdom of Sardinia, the Kingdom of the Two Sicilies, the Papal States, and various duchies.

  2. Giuseppe Mazzini: A nationalist and revolutionary, Mazzini founded the secret society Young Italy in 1831, advocating for a unified and republican Italy. He inspired many with his vision of a united Italy free from foreign rule.

  3. Count Camillo di Cavour: The Prime Minister of the Kingdom of Sardinia, Cavour was a shrewd diplomat who worked to strengthen Sardinia economically and militarily. He forged alliances with France and orchestrated the Second War of Italian Independence against Austria in 1859.

  4. Giuseppe Garibaldi: A charismatic and skilled general, Garibaldi led the Expedition of the Thousand in 1860, a campaign to conquer the Kingdom of the Two Sicilies. His success was pivotal in the unification process.

  5. Second War of Italian Independence (1859): Fought by the Kingdom of Sardinia and France against Austria, this war resulted in the annexation of Lombardy by Sardinia.

  6. Expedition of the Thousand (1860): Garibaldi and his volunteers landed in Sicily and quickly gained control of the island. They then moved to the mainland and captured Naples, leading to the fall of the Kingdom of the Two Sicilies.

  7. Proclamation of the Kingdom of Italy (1861): On March 17, 1861, the Kingdom of Italy was officially proclaimed with Victor Emmanuel II of Sardinia as its first king. At this point, most of the Italian Peninsula was unified, except for Venetia and the Papal States.

  8. Third War of Italian Independence (1866): Italy allied with Prussia against Austria in the Austro-Prussian War. As a result, Italy gained Venetia.

  9. Capture of Rome (1870): Taking advantage of the withdrawal of French troops from Rome due to the Franco-Prussian War, Italian troops entered Rome and annexed it, completing the unification process.

  10. Rome as the Capital (1871): Rome was declared the capital of the Kingdom of Italy, marking the completion of the unification process.

Impact of Unification

The unification of Italy brought about significant political, economic, and social changes. It ended centuries of foreign domination and fragmented states, leading to the establishment of a unified national government. The process also sparked the growth of nationalism and inspired other nationalist movements across Europe.



इटली का एकीकरण, जिसे रिसोर्जिमेंटो (Risorgimento) के नाम से भी जाना जाता है, एक राजनीतिक और सामाजिक आंदोलन था जिसने 19वीं शताब्दी में इटली के विभिन्न राज्यों को एकल राज्य इटली में मिला दिया। यह प्रक्रिया 1815 में वियना कांग्रेस के साथ शुरू हुई और 1871 में रोम के इटली के राज्य की राजधानी बनने के साथ पूरी हुई।


इटली के एकीकरण की प्रमुख घटनाएँ और व्यक्तित्व

वियना कांग्रेस (1815): नेपोलियन की हार के बाद, वियना कांग्रेस का उद्देश्य पूर्व-नेपोलियन व्यवस्था को बहाल करना था। इटली को कई राज्यों में विभाजित कर दिया गया था, जिनमें सारडिनिया का राज्य, दो सिसिली का राज्य, पोप के राज्य, और विभिन्न डची शामिल थे।


ज्यूसेपे मैजिनी: एक राष्ट्रवादी और क्रांतिकारी, मैजिनी ने 1831 में युवा इटली नामक गुप्त समाज की स्थापना की, जो एकीकृत और गणराज्यात्मक इटली की वकालत करता था। उन्होंने अपने स्वतंत्र इटली के दृष्टिकोण से कई लोगों को प्रेरित किया।

काउंट कैमिलो डी कावूर: सारडिनिया के प्रधानमंत्री, कावूर एक कुशल कूटनीतिज्ञ थे जिन्होंने सारडिनिया को आर्थिक और सैन्य रूप से मजबूत करने का काम किया। उन्होंने फ्रांस के साथ गठबंधन किया और 1859 में ऑस्ट्रिया के खिलाफ दूसरे इतालवी स्वतंत्रता युद्ध की योजना बनाई।

ज्यूसेपे गारिबाल्डी: एक करिश्माई और कुशल जनरल, गारिबाल्डी ने 1860 में हजारों की अभियान का नेतृत्व किया, जो दो सिसिली के राज्य को जीतने के लिए एक अभियान था। उनकी सफलता एकीकरण प्रक्रिया में महत्वपूर्ण थी।

दूसरा इतालवी स्वतंत्रता युद्ध (1859): यह युद्ध सारडिनिया और फ्रांस द्वारा ऑस्ट्रिया के खिलाफ लड़ा गया था, जिसके परिणामस्वरूप लोंबार्डी का सारडिनिया में विलय हो गया।

हजारों का अभियान (1860): गारिबाल्डी और उनके स्वयंसेवकों ने सिसिली में उतरकर जल्दी से द्वीप पर कब्जा कर लिया। फिर उन्होंने मुख्य भूमि पर जाकर नेपल्स पर कब्जा कर लिया, जिससे दो सिसिली के राज्य का पतन हो गया।

इटली के राज्य की उद्घोषणा (1861): 17 मार्च, 1861 को इटली के राज्य की आधिकारिक रूप से उद्घोषणा की गई और सारडिनिया के विक्टर इमैनुएल II को इसका पहला राजा बनाया गया। इस बिंदु पर, इटली के अधिकांश प्रायद्वीप का एकीकरण हो चुका था, केवल वेनेशिया और पोप के राज्यों को छोड़कर।

तीसरा इतालवी स्वतंत्रता युद्ध (1866): इटली ने ऑस्ट्रो-प्रशिया युद्ध में प्रशिया के साथ गठबंधन किया। इसके परिणामस्वरूप, इटली को वेनेशिया प्राप्त हुआ।

रोम का कब्जा (1870): फ्रांको-प्रशिया युद्ध के कारण रोम से फ्रांसीसी सैनिकों की वापसी का फायदा उठाते हुए, इतालवी सैनिकों ने रोम में प्रवेश किया और इसे अपने राज्य में मिला लिया, जिससे एकीकरण की प्रक्रिया पूरी हो गई।

रोम को राजधानी घोषित करना (1871): रोम को इटली के राज्य की राजधानी घोषित किया गया, जो एकीकरण प्रक्रिया के समापन का प्रतीक था।

एकीकरण का प्रभाव

इटली का एकीकरण राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक बदलावों को लाया। इसने सदियों की विदेशी अधीनता और विभाजित राज्यों का अंत कर दिया, जिससे एक एकीकृत राष्ट्रीय सरकार की स्थापना हुई। इस प्रक्रिया ने राष्ट्रवाद के विकास को भी प्रेरित किया और पूरे यूरोप में अन्य राष्ट्रवादी आंदोलनों को प्रेरणा दी।



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