प्रश्न-अभ्यास
( पाठ्यपुस्तक से)
प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
(i) पृथ्वी पर संसाधन असमान रूप से क्यों वितरित हैं?
(ii) संसाधन संरक्षण क्या है?
(iii) मानव संसाधन महत्त्वपूर्ण क्यों हैं?
(iv) सततपोषणीय विकास क्या है?
उत्तर
- प्राकृतिक संसाधनों का वितरण भू-आकृतियों, जलवायु, ऊँचाई, वनस्पति जैसे अनेक भौतिक कारकों पर निर्भर करता है। पृथ्वी पर इन कारकों में विभिन्नता होने के कारण संसाधनों का वितरण असमान है।
- संसाधनों का सर्तकता तथा बुद्धिमतापूर्वक उपयोग करना और उन्हें नवीकरण के लिए समय देना, संसाधन संरक्षण कहलाता है।
- मानव संसाधन इसलिए महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि मनुष्य की योग्यताएँ ही भौतिक पदार्थों को मूल्यवान संसाधन बनाने में सहायता करती है।
- संसाधनों का सावधानीपूर्वक उपयोग ताकि न केवल वर्तमान पीढी ही नहीं, अपितु भावी पीढ़ियों की आवश्यकताएँ भी पूरी होती रहें।
प्रश्न 2.
सही उत्तर पर निशान लगाइए|
(i) निम्नलिखित में से कौन संसाधन को निर्धारित नहीं करता?
(क) उपयोगिता
(ख) मूल्य
(ग) मात्रा
उत्तर
(ग) मात्रा
(ii) निम्नलिखित में से कौन-सा मानव निर्मित संसाधन है?
(क) कैंसर उपचार की औषधियाँ
(ख) झरने का जल
(ग) उष्णकटिबंधीय वन
उत्तर
(ख) मनुष्यों द्वारा निर्मित
(iii) कथन पूरा कीजिए
जैव संसाधन ………….. होते हैं।
(क) जीव-जंतुओं से व्युत्पन्न
(ख) मनुष्यों द्वारा निर्मित
(ग) निर्जीव वस्तुओं से व्युत्पन्न
उत्तर
(क) जीव-जंतुओं से व्युत्पन्न
प्रश्न 3.
निम्नलिखित में अंतर स्पष्ट कीजिए
(i) संभाव्य और वास्तविक संसाधन
(ii) सर्वव्यापक और स्थानिक संसाधन
उत्तर
(i) संभाव्य और वास्तविक संसाधन संभाव्य संसाधन
(ii) सर्वव्यापक और स्थानिक संसाधन
प्रश्न 4 .
क्रियाकलाप-
रहिमन पानी राखिए बिनु पानी सब सून।
पानी गए न ऊबरै मोती, मानुस, चून…”
ये पंक्तियाँ अकबर के दरबार के नौ रत्नों में से एक, कवि अब्दुर रहीम खानखाना द्वारा लिखी गई थी। कवि किस प्रकार के संसाधन की ओर संकेत कर रहा है? इस संसाधन के समाप्त हो जाने पर क्या होगा? इसे 100 शब्दों में लिखिए।
उत्तर
कवि इसमें नवीकरणीय संसाधन जल की ओर संकेत कर रहा है। जल के समाप्त हो जाने के प्रभाव कुछ इस प्रकार होंगे-
- जल संचरण की क्रिया समाप्त हो जाएगी।
- जीव-जंतु पानी की कमी के कारण धीरे-धीरे समाप्त होने लगेंगे।
- पृथ्वी पर लोगों को सूखे की समस्या का सामना करना पड़ेगा।
- समुद्री मार्ग समाप्त हो जाएँगे।
- पृथ्वी का तापमान तेजी से बढ़ने लगेगा।
- कृषि प्रक्रिया संभव नहीं हो पाएगी।
- कोई उद्योग नजर नहीं आएगा।
- समुद्र में रहने वाले सभी जीव-जंतु मर जाएँगे। . पानी के समाप्त होने का अर्थ है-पृथ्वी पर से जीवन समाप्त हो जाएगा।
आओ खेलें-
1. सोचिए कि आप प्रागैतिहासिक काल में एक ऊँचे हवादार पठार पर रहते हैं। आप और आपके मित्र तेज पवनों का उपयोग कैसे करेंगे? क्या आप पवन को एक संसाधन कह सकते हैं? अब कल्पना कीजिए कि आप वर्ष 2138 में उसी स्थान पर रह रहे हैं। क्या आप पवनों का कोई उपयोग कर सकते हैं? कैसे? क्या आप बता सकते हैं कि अब पवन एक महत्त्वपूर्ण संसाधन क्यों है?
2. एक पत्थर, एक पत्ता, एक गत्ता और एक टहनी लीजिए। सोचिए कि आप इनका उपयोग संसाधन की भाँति किस प्रकार कर सकते हैं? नीचे दिए उदाहरण को देखिए और रचना कीजिए।
उत्तर
विद्यार्थी स्वयं करें।