Ncert Solutions Class 8 Science Chapter 11 in Hindi Medium

 कक्षा : 8

विषय : विज्ञान
पाठ : 11 बल तथा दाब

अभ्यास :-

प्रश्न 1 – धक्के व खिंचाव के द्वारा वस्तुओं की गति की अवस्था में परिवर्तन के दो – दो उदाहरण दीजिए।

उत्तर :- धक्के के द्वारा गति की अवस्था में परिवर्तन:-

(क) झूले को धक्का देकर उसकी चाल को बढ़ाना।

(ख) सामने से आती गेंद पर बैट के प्रहार से उसकी दिशा बदलना।

खिंचाव के द्वारा गति की अवस्था में परिवर्तन :-

(क) दरवाजे को खींच कर खोलना।

(ख) रस्सी की सहायता से कुएं से पानी भरी बाल्टी खींचना।

प्रश्न 2 – ऐसे दो उदाहरण दीजिए जिनमें लगाए गए बल द्वारा वस्तु की आकृति में परिवर्तन हो जाए।

उत्तर:- (क) रबड़ की गेंद को हाथों के बीच दबाने से उसकी आकृति में बदलाव आ जाता है।

(ख) स्प्रिंग को खींचने से उसकी आकृति में बदलाव आ जाता है।

प्रश्न 3 – निम्नलिखित कथनों में रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए :-

(क) कुएँ से पानी निकालते समय हमें रस्सी को___पड़ता है। 

(ख) एक आवेशित वस्तु अनावेशित वस्तु को ____करती हैं।

(ग) सामान से लदी ट्रॉली को चलाने के लिए हमें उसको ____पड़ता है।

(घ) किसी चुंबक का उत्तरी ध्रुव दूसरे चुंबक के उत्तरी ध्रुव को____करता है।

उत्तर :-

(क) कुएँ से पानी निकालते समय हमें रस्सी को खींचना पड़ता है।

(ख) एक आवेशित वस्तु अनावेशित वस्तु को आकर्षित करती हैं।

(ग) सामान से लदी ट्रॉली को चलाने के लिए हमें उसको धकेलना पड़ता है।

(घ) किसी चुंबक का उत्तरी ध्रुव दूसरे चुंबक के उत्तरी ध्रुव को प्रतिकर्षित करता है।

प्रश्न 4 – एक धनुर्धर लक्ष्य पर निशाना साधते हुए अपने धुनुष को खींचती है। तब वह तीर को छोड़ती है जो लक्ष्य की ओर बढ़ने लगता है। इस सूचना के आधार पर निम्नलिखित प्रकथनों में दिए गए शब्दों का उपयोग करके रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए :-

(पेशीय/ सम्पर्क/ असम्पर्क/ गुरुत्व/ घर्षण/ आकृति/ आकर्षण)

(क) धनुष को खींचने के लिए धनुर्धर एक बल लगाती है जिसके कारण इसकी ____ में परिवर्तन होता है।

(ख) धनुष को खींचने के लिए धनुर्धर द्वारा लगाया गया बल ____बल का उदाहरण है।

(ग) तीर की गति की अवस्था में परिवर्तन के लिए उत्तरदायी बल का प्रकार ___ बल उदाहरण है।

(घ) जब तीर लक्ष्य की ओर गति करता है तो इस पर लगने वाले बल ____तथा वायु के____के कारण होते हैं।

उत्तर :- 

(क) धनुष को खींचने के लिए धनुर्धर एक बल लगाती है जिसके कारण इसकी आकृति में परिवर्तन होता है।

(ख) धनुष को खींचने के लिए धनुर्धर द्वारा लगाया गया बल पेशीय बल का उदाहरण है।

(ग) तीर की गति की अवस्था में परिवर्तन के लिए उत्तरदायी बल का प्रकार संपर्क बल उदाहरण है।

(घ) जब तीर लक्ष्य की ओर गति करता है तो इस पर लगने वाले बल गुरुत्व तथा वायु के घर्षण के कारण होते हैं।

प्रश्न 5 – निम्न स्थितियों में बल लगाने वाले कारक तथा जिस वस्तु पर बल लग रहा है, उनको पहचानिए। प्रत्येक स्थिति में जिस रूप में बल का प्रभाव दिखाई दे रहा है उसे भी बताइए।

(क) रस निकालने के लिए नींबू के टुकड़ों को अँगुलियों से दबाना।

(ख) दंत मंजन की ट्यूब से पेस्ट बाहर निकालना।

(ग) दीवार में लगे हुए हुक से लटकी कमानी के दूसरे सिरे पर लटका एक भार।

(घ) ऊँची कूद करते समय एक खिलाड़ी द्वारा एक निश्चित ऊंचाई की एक छड़ (बाधा) को पार करना।

उत्तर:-

स्थितिबल लगाने वाला कारकजिस पर बल लग रहा हैबल का प्रभाव
रस निकालने के लिए नींबू के टुकड़ों को अँगुलियों से दबाना।पेशीय बल अँगुलियों द्वारानींबूरस निकलना / नींबू की आकृति में परिवर्तन
दंत मंजन की ट्यूब से पेस्ट बाहर निकालनापेशीय बल   अँगुलियों द्वारा    पेस्ट ट्यूबपेस्ट बाहर निकलना / ट्यूब की आकृति में परिवर्तन
दीवार में लगे हुए हुक से लटकी कमानी के दूसरे सिरे पर लटका एक भारलटका हुआ भारकमानी (स्प्रिंग)कमानी की आकृति परिवर्तन
ऊँची कूद करते समय एक खिलाड़ी द्वारा एक निश्चित ऊंचाई की एक छड़ या बाधा को पार करना।पेशीय बल टांगों द्वाराधरतीखिलाड़ी की शारीरिक गति की अवस्था में परिवर्तन

प्रश्न 6 – एक औज़ार बनाते समय कोई लोहार लोहे के गर्म टुकड़े को हथौड़े से पीटता लगने वाला बल लोहे के टुकड़े को किस प्रकार प्रभावित करता है ?

उत्तर :- लोहे के गर्म टुकड़े को लोहार द्वारा पिटते समय उस पर बल लगाया जाता है, जिसके कारण उसकी आकृति में परिवर्तन आ जाता हैं।

प्रश्न 7 – एक फुलाए हुए गुब्बारे को संश्लिष्ट कपड़े के टुकड़े से रगड़कर एक दीवार पर दबाया गया। यह देखा गया कि गुब्बारा दीवार से चिपक जाता है। दीवार तथा गुब्बारे के बीच आकर्षण के लिए उत्तरदायी बल का नाम बताइए।

उत्तर :- फूले हुए गुब्बारे को संश्लिष्ट कपड़े से रगड़ने पर वह आवेशित हो जाता है जिस कारण वह दीवार पर चिपक जाता है, इसके लिए स्थिरवैद्युत बल उत्तरदायी होता है।

प्रश्न 8 – आप अपने हाथ में पानी से भरी एक प्लास्टिक की बाल्टी लटकाए हुए हैं। बाल्टी पर लगने वाले के नाम बताइए विचार – विमर्श कीजिए कि बाल्टी पर लगने वाले बलों द्वारा इसकी गति की अवस्था परिवर्तन क्यों नहीं होता।

उत्तर :- बाल्टी पर लगने वाले बल

(क) पेशीय बल (ऊपर की ओर)

(ख) गुरुत्व बल (नीचे की ओर)

यहां बाल्टी पर ऊपर तथा नीचें दोनों दिशाओं से एक समान बल लग रहा है जिस कारण बाल्टी पर कुल बल शून्य लग रहा है जिसके कारण उसकी गति की अवस्था में कोई परिवर्तन नहीं होता।

प्रश्न 9 – किसी उपग्रह को इसकी कक्षा में प्रमोचित करने के लिए किसी रॉकेट को ऊपर की ओर प्रक्षेपित किया गया। प्रमोचन मंच को छोड़ने के तुरंत बाद रॉकेट पर लगने वाले दो बलों के नाम बताइए।

उतर :- प्रमोचन मंच को छोड़ने के तुरंत बाद रॉकेट पर लगने वाले दो बलों के नाम :-

(क) प्रमोचन या प्रक्षेपण बल (ऊपर की ओर)

(ख) गुरुत्व बल (नीचे की ओर)

प्रश्न 10 – जब किसी ड्रॉपर के चंचु (नोज़ल) को पानी में रखकर इसके बल्ब को दबाते हैं तो ड्रॉपर की वायु बुलबुलों के रूप में बाहर निकलती हुई दिखलाई देती है। बल्ब पर से दाब हटा लेने पर ड्रॉपर में पानी भर जाता है। ड्रॉपर में पानी के चढ़ने का कारण है?

(क) पानी का दाब

(ख) पृथ्वी का गुरुत्व

(ग) रबड़ के बल्ब की आकृति

(घ) वायुमंडलीय दाब

उत्तर :- वायुमंडलीय दाब

पाठ के बीच में पूछे जाने वाले अन्य प्रश्न

प्रश्न – मैंने कक्षा VI में पढ़ा है कि चुंबक एक लोहे के टुकड़े को अपनी ओर आकर्षित करता है। क्या आकर्षण भी एक खिंचाव (अभिकर्षण) है ? किसी चुंबक के दो समान ध्रुवों के बीच प्रतिकर्षण के बारे में आप क्या सोचते हैं? यह खिंचाव (अभिकर्षण) है या धक्का (अपकर्षण) ?

उत्तर:-  हाँ, आकर्षण भी एक खिंचाव ‘अभिकर्षण’ है, क्योंकि एक चुम्बक, दूसरी चुम्बक को आकर्षित करती है। प्रतिकर्षण धक्का देना (अपकर्षण) है क्योंकि चुम्बकों के समान ध्रुव एक-दूसरे को दूर हटाते हैं।

प्रश्न – क्या इसका अर्थ यह है कि यदि किसी वस्तु पर विपरीत दिशाओं हैं तो उस पर लगने वाला नेट बल शून्य होगा ?

उत्तर :- हाँ, इसका अर्थ यह है कि यदि किसी वस्तु पर विपरीत दिशाओं में लगने वाले बल बराबर हैं तो उस पर लगने वाला नेट बल शून्य होगा।

प्रश्न – जल–संभरण के लिए प्रयोग किए जाने वाले पाइपों के लीक करते हुए जोड़ों या सूराखों से मैंने पानी के फुव्वारों को बाहर आते देखा है। क्या यह पानी द्वारा पाइप की दीवारों पर लगाए जाने वाले दाब के कारण नहीं है ?

उत्तर :- यह पानी द्वारा पाइप की दीवारों पर लगाए जाने वाले दाब के कारण ही है।

प्रश्न – दाब यदि मेरे सिर का क्षेत्रफल 15 cm × 15 cm हो तो मेरे सिर पर वायु कितना बल लगा रही है ?

उत्तर :-  सिर का क्षेत्रफल = 15 cm × 15 cm = 225 cm2

225 cm2 क्षेत्रफल तथा वायुमण्डल की ऊँचाई के बराबर ऊंचाई के स्तम्भ में वायु के कारण लगने वाला बल लगभग 225 kg द्रव्यमान के किसी पिण्ड पर लगने वाला गुरुत्व बल (2250N)  के बराबर बल लग रहा है।

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