कक्षा : 6
विषय : सामाजिक विज्ञान (इतिहास, हमारे अतीत -1)
अध्याय : 10 – नए साम्राज्य और राज्य (प्रश्न -उत्तर)
पाठ्यपुस्तक के आंतरिक प्रश्न
प्रश्न 1 – यह वर्णन तुम्हें उस राजा के बारे में क्या बताता है ? राजा किस प्रकार युद्ध लड़ते थे?
उत्तर :- कवि ने इसमें राजा की एक योद्धा, युद्धो को जितने वाला राजा तथा एक उत्कृष्ट राजा के बारे में प्रशंसा की है अपितु राजा को ईश्वर के बराबर बताया गया है। इसमें राजा भालो, तीरो, तलवारों तथा अन्य सैकड़ों हथियारों के साथ लड़ा करते थे।
प्रश्न 2 – आर्यावर्त तथा दक्षिणापथ के राज्यों के साथ समुद्रगुप्त के व्यवहार में क्या अंतर था ?
उत्तर :- मानचित्र के हरे रंग का क्षेत्र आर्यव्रत के उन नौ शासकों का है, जिन्हें समुद्रगुप्त ने हराकर उनके साम्राज्य को अपने राज्य में मिला लिया था। इसके बाद दक्षिणापथ के बारह शासक थे, इन सब ने हार जाने पर समुद्रगुप्त के सामने समर्पण किया था। समुद्रगुप्त ने इन्हें फिर से शासक करने की अनुमति दे दी थी। वे सब समुद्रगुप्त के लिए उपहार लाते थे। उनकी आज्ञाओं का पालन करते थे। वे उनसे प्यार से व्यवहार करते थे और उनके दरबार में उपस्थित रहते थे।
प्रश्न 3 – इन उपाधियों को महत्त्व के हिसाब से सजाओ।
राजा, महाराज-अधिराज, महा-राजा।।
उत्तर :- 1. राजा
2. महाराजा
3. महाराज- अधिराज
प्रश्न 4 – मानचित्र 8 (पृष्ठ 136) देखों और सूची बनाओ कि जब हर्षवर्धन
(क) बंगाल तथा
(ख) नर्मदा तक गए होंगे तो आज के किन-किन राज्यों से गुजरे होंगे?
उत्तर :- हर्षवर्धन एक राजा थे जिन्होंने 1400 साल पहले शासन किया था।बंगाल जाने के लिए आज के उत्तर प्रदेश, बिहार तथा झारखंड राज्यों से गुजरना पड़ा होगा। नर्मदा तक जाने के लिए उत्तर प्रदेश तथा मध्य प्रदेश राज्यों से गुजरना पड़ा होगा।
प्रश्न 5 – वे कौन-से अन्य शासक थे जो तटों पर अपना नियंत्रण करना चाहते थे?
उत्तर :- चोल, चेर, पांड्य तथा सातवाहन ऐसे शासक थे जो तटो पर अपना नियंत्रण करना चाहते थे।
प्रश्न:-6.सोचकर बताओ कि अफ़सरों का पद आनुवंशिक कर देने में क्या-क्या फायदे और क्या-क्या नुकसान हो सकते थे?
उत्तर :- कुछ मह्त्वपूर्ण पद अगर अनुवांशिक कर दिए जाते तो बेटे अपने पिता का पद पा लेते। लाभ यह होता कि अगर उसके पिता अच्छे इंसान है तो हो सकता कि वही संस्कार उसके बेटे में हो और प्रजा को आखरी तक हर समस्या से बचाया जाता और प्रजा खुश रहती लेकिन हानि यह होतीं कि अगर किसी अयोग्य पुत्र को वह पद मिल जाता और प्रजा भी परेशानी में रहती और कोई योग्य व्यक्ति भी रह जाता।
प्रश्न 7 – आज अगर किसी गरीब आदमी को कुछ मिलता है और वह पुलिस में खबर करता है तो क्या उसके साथ इसी तरह का बुरा बर्ताव किया जाएगा?
उत्तर :- हाँ, आज कल भी ऐसा चलता आ रहा है। क्योंकि आज भी यह दुनिया पैसों और बड़े आदमियों से चलती है। जहाँ गरीब व्यक्ति पिसता है। गरीबों की को सुनवाई नहीं होती। और उनका कसूर न होने पर भी उनके साथ बुरा व्यवहार किया जाता है।
प्रश्न -8. एक प्रसिद्ध व्यक्ति का नाम बताओ, जिसने प्राकृत में उपदेश दिए और एक राजा का नाम बताओ, जिसने प्राकृत में अपने अभिलेख लिखवाए।
उत्तर :- प्राकृत में उपदेश दिए-वर्धमान महावीर और प्राकृत में अभिलेख लिखवाने वाले अशोक थे।
प्रश्न -9. सेना के साथ ले जाई जाने वाली चीजों की सूची बनाओ।
उत्तर :- कुल्हाड़ी,तीर, तलवार, सारे हतियार, खाने पीने का सामान, सोने के लिए बिस्तर इत्यादि।
प्रश्न -10. ग्रामवासी राजा के लिए क्या-क्या लेकर आते थे ?
उत्तर :- गांव वालों को राजा का सत्कार करना पड़ता था। सब राजा के लिए दही, गुड तथा फूलो का उपहार लाते थे। तथा जानवरो को चारा भी देते थे। ग्रामवासी राजा से मिलना चाहते थे ताकि वे राजा के सामने अपने अनुरोध और शिकायतें रख सके।
अन्यत्र
मानचित्र 6 (पृष्ठ 84-85) में अरब ढूँढो। मरुभूमि होते हुए भी सदियों से अरब, यातायात का एक बड़ा केंद्र था। दरअसल, अरब व्यापारी तथा नाविकों ने भारत और यूरोप (देखो पृष्ठ संख्या 100) के बीच समुद्री व्यापार बढ़ाने में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अरब में रहने वाले अन्य लोगों में बेदुइन थे, जो घुमक्कड़ कबीले होते थे। ये मुख्य रूप से ऊँटों पर आश्रित होते थे, क्योंकि यह एक ऐसा मज़बूत जानवर है, जो मरुभूमि में भी स्वस्थ रह सकता है।लगभग 1400 साल पहले पैगम्बर मुहम्मद ने अरब में इस्लाम नामक एक.नए धर्म की शुरुआत की। ईसाई धर्म की तरह इस्लाम ने भी अल्लाह को सर्वोपरि माना है, उनके बाद सभी को समान माना गया है।
यहाँ इस्लाम धर्म के पवित्र ग्रंथ कुराने का एक अंश दिया गया है ।।“मुसलमान स्त्रियों और पुरुषों के लिए, विश्वास रखने वाले स्त्रियों और पुरुषों के लिए, भक्त स्त्रियों और पुरुषों के लिए, सच्चे स्त्रियों और पुरुषों के लिए, धैर्यवान और स्थिर मन के स्त्रियों और पुरुषों के लिए, दान देने वाले स्त्रियों और पुरुषों के लिए, उपवास रखने वाले स्त्रियों और पुरुषों के लिए, अपनी पवित्रता बनाए रखने वाले स्त्रियों और पुरुषों के लिए, अल्लाह को हमेशा याद करने वाले स्त्रियों और पुरुषों के लिए-अल्लाह ने इन सब के लिए ही क्षमा और पुरस्कार रखा है।” अगले सौ सालों के दौरान इस्लाम उत्तरी अफ्रीका, स्पेन, ईरान और भारत में फैल गया। अरब नाविक,जो इस उपमहाद्वीप की तटीय बस्तियों से पहले से ही परिचित थे, अब अपने साथ इस नए धर्म को भी ले आए। अरब के सिपाहियों ने करीब 1300 साल पहले सिंध (आज के पाकिस्तान में) को जीत लिया था।
प्रश्न 1 – भारत और यूरोप के बीच समुद्री व्यापार बढ़ाने में किसने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी ?
उत्तर :- अरब व्यापारी तथा नाविकों ने भारत और यूरोप के बीच समुंद्री व्यापार बढ़ाने में मह्त्वपूर्ण भुमिका निभाई थी।
प्रश्न 2 – इस्लाम नामक एक नए धर्म की शुरुआत कब और किसने की थी?
उत्तर :- 1400 साल पहले पैगम्बर मुहम्मद ने अरब में इस्लाम नामक नए धर्म की शुरुआत की थी।
प्रश्न 3 – इस्लाम धर्म अपने शुरुआत के सौ सालों में किन-किन देशों में फैल गया?
उत्तर :- अगले सौ सालों के दौरान इस्लाम उत्तरी अफ्रीका, स्पेन, ईरान और भारत में फैल गया था।
प्रश्न अभ्यास
आओ याद करें
प्रश्न 1 – सही या गलत बताओ :
(क) हरिषेण ने गौतमी पुत्र श्री सातकर्णी की प्रशंसा में प्रशस्ति लिखी।
(ख) आर्यावर्त के शासक समुद्रगुप्त के लिए भेंट लाते थे।
(ग) दक्षिणापथ में बारह शासक थे।
(घ) गुप्त शासकों के नियंत्रण में दो महत्त्वपूर्ण केंद्र तक्षशिला और मदुरै थे।
(ङ) ऐहोल पल्लवों की राजधानी थी।
(च) दक्षिण भारत में स्थानीय सभाएँ सदियों तक काम करती रहीं।
उत्तर :- (क) गलत
(ख) गलत
(ग) सही
(घ) गलत
(ङ)गलत
(च) सही।
प्रश्न 2 – ऐसे तीन लेखकों के नाम बताओ, जिन्होंने हर्षवर्धन के बारे में लिखा।
उत्तर :- बाणभट्ट, श्वैन त्सांग और रवि कीर्ति ऐसे तीन लेखकों के नाम हैं, जिन्होंने हर्षवर्धन के विषय में लिखा।
प्रश्न 3 – इस युग में सैन्य संगठन में क्या बदलाव आए?
उत्तर :- राजा एक सुसंगठित सेना रखते थे।जिसमें हाथी, रथ, घुड़सवार और पैदल सिपाही होते थे। परंतु इसके साथ-साथ कुछ सेनानायक भी होते थे। जो आवश्यकता पढ़ने पर राजा को सैनिक सहायता दिया करते थे। इनसे नायकों को कोई नियमित वेतन नहीं दिया जाता था।इसके बदले में इनमें से कुछ को भूमि दान दिया जाता था।दी गई भूमि से कर लेकर वसूलते थे जिससे वे सेना तथा घोड़ों की देखभाल करते थे। साथ ही वे इसमें युद्ध के लिए हथियार जुटाते थे।इस तरह के व्यक्ति सामंत कहलाते थे,जहां कहीं भी शासक दुर्बल होते थे वह सामंत स्वतंत्र होने की कोशिश करते थे।
प्रश्न 4 – इस काल की प्रशासनिक व्यवस्था में तुम्हें क्या-क्या नई चीजें दिखती हैं?
उत्तर :- इस काल की प्रशासनिक व्यवस्था में दिखने वाली नई चीजों का वर्णन निम्नलिखित है:-
कुछ महत्वपूर्ण प्रशासकीय पद अनुवांशिक बन गए अर्थात बेटे अपने पिता का पद पाते थे जैसे कि कवि हरिषेण अपने पिता की तरह महा दंडनायक अर्थात मुख्य न्याय अधिकारी बने थे। कभी-कभी एक ही व्यक्ति कई पदों पर कार्य करता था।जैसे कि हरीश एक महादंड नायक होने के साथ-साथ कुमारामत्य् माटे अर्थजैसे कि हरीश एक-एक माह दंड नायक होने के साथ-साथ को मारा अर्थात एक महत्वपूर्ण मंत्री तथा एक संधिविग्रेह्हिक् अर्थात युद्ध और शांति के विषयों का भी मंत्री था।संभवत वहां के स्थानीय प्रशासन में प्रमुख व्यक्तियों का बहुत बोलबाला था।इसमें नगर श्रेष्ठी यानी मुख्य बैंकर या शहर का व्यापारी, प्रथम कुलिक अर्थात मुख्य शिल्पकार तथा कायस्थों यानि लिपिकों के प्रधान शामिल थे।
आओ चर्चा करें
प्रश्न -5. तुम्हें क्या लगता है कि समुद्रगुप्त की भूमिका अदा करने के लिए अरविन्द को क्या-क्या करना पड़ेगा?
उत्तर :- समुद्रगुप्त की भूमिका अदा करने के लिए अरविंद को निम्नलिखित काम करने पड़ेंगे:- उसे शाही वेशभूषा पहनी पड़ेगी। उसे बड़ी बड़ी मूछों पर ताव देते हुए रूपहले कागज में लिपटी तलवार को शान से पकड़कर चहल कदमी करनी होगी। उसे बैठकर वीणा बजानी होगी। उसे कविता पाठ करना होगा। उसे राजाओं से युद्ध करना होगा। उसे विद्वान का आदर करना होगा।
प्रश्न -6. क्या प्रेशस्तियों को पढ़कर आम लोग समझ लेते होंगे ? अपने उत्तर के कारण बताओ।
उत्तर :- प्रशस्तियाँ संस्कृत भाषा में लिखी जाती थी। और उस समय में संस्कृत भाषा पर एक वर्ग विशेष का अधिपत्य था।आम लोग न तो संस्कृत भाषा पढ़ सकते थे और न ही समझ सकते थे। इसलिए ये प्रशस्तियाँ आम लोगों की समझ से दूर थी।
आओ करके देखें
प्रश्न -7. अगर तुम्हें अपनी वंशावली बनानी हो, तो तुम उसमें किन लोगों को शामिल करोगे? कितनी पीढ़ियों को तुम इसमें शामिल करना चाहोगे? एक चार्ट बनाओ और उसे भरो।
उत्तर : छात्र इसका उत्तर खुद लिखें।
प्रश्न -8. आज युद्ध का असर जनसाधारण पर किस तरह पड़ता है ?
उत्तर : छात्र इसका उत्तर खुद लिखें।