NCERT Solutions for Class 12 Geography Fundamentals of Human Geography Chapter 7 Tertiary and Quaternary Activities (Hindi Medium)

 


NCERT Solutions for Class 12 Geography Fundamentals of Human Geography Chapter 7 Tertiary and Quaternary Activities (Hindi Medium)

अभ्यास प्रश्न (पाठ्यपुस्तक से)

प्र० 1. नीचे दिये गये चार विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए
(i) निम्नलिखित में से कौन-सा एक तृतीयक क्रियाकलाप है?
(क) खेती
(ख) बुनाई
(ग) व्यापार
(घ) आखेट
(ii) निम्नलिखित क्रियाकलापों में से कौन-सा एक द्वितीयक सेक्टर का क्रियाकलाप नहीं है?
(क) इस्पात प्रगलन
(ख) वस्त्र निर्माण
(ग) मछली पकड़ना
(घ) टोकरी बुनना
(iii) निम्नलिखित में से कौन-सा एक सेक्टर दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में सर्वाधिक रोजगार प्रदान करता
(क) प्राथमिक
(ख) द्वितीयक
(ग) पर्यटन
(घ) सेवा
(iv) वे काम जिनमें उच्च परिमाण और स्तर वाले अन्वेषण सम्मिलित होते हैं, कहलाते हैं?
(क) द्वितीयक क्रियाकलाप
(ख) पंचम क्रियाकलाप
(ग) चतुर्थ क्रियाकलाप
(घ) प्राथमिक क्रियाकलाप
(v) निम्नलिखित में से कौन-सा क्रियाकलाप चतुर्थ सेक्टर से संबंधित है?
(क) संगणक विनिर्माण
(ख) विश्वविद्यालयी अध्ययन ध्ययन
(ग) कागज और कच्ची लुगदी निर्माण
(घ) पुस्तकों का मुद्रण
(vi) निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा एक सत्य नहीं है?
(क) बाह्यस्रोतन दक्षता को बढ़ाता है और लागतों को घटाता है।
(ख) कभी-कभार अभियांत्रिकी और विनिर्माण कार्यों की भी बाह्यस्रोतन की जा सकती है।
(ग) बी०पी०ओज़ के पास के०पी०ओज़ की तुलना में बेहतर व्यावसायिक अवसर होते हैं।
(घ) कामों के बाह्यस्रोतन करने वाले देशों में काम की तलाश करने वालों में असंतोष पाया जाता है।

उत्तर:
(i) (ग) व्यापार
(ii) (ग) मछली पकड़ना
(iii) (घ) सेवा
(iv) (ग) चतुर्थ क्रियाकलाप
(v) (ख) विश्वविद्यालयी अध्ययन
(vi) (घ) कामों के बाह्यस्रोतन करने वाले देशों में काम की तलाश करने वालों में असंतोष पाया जाता है।

प्र० 2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए
(i) फुटकर व्यापार सेवा को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: वह व्यापारिक क्रियाकलाप जिसमें उपभोक्ताओं को उपभोग के लिए प्रत्यक्ष रूप में वस्तुएँ व उत्पाद उपलब्ध कराये जाते हैं।
(ii) चतुर्थ सेवाओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर: चतुर्थ सेवाओं में सूचना आधारित तथा अनुसंधान व विकास आधारित क्रियाकलापों को सम्मिलित किया जाता है। इनके अंतर्गत सूचनाओं का संग्रहण, उत्पादन एवं प्रकीर्णन अथवा सूचनाओं का उत्पादन आता है।
(iii) विश्व में चिकित्सा पर्यटन के क्षेत्र में तेजी से उभरते हुए देशों के नाम लिखिए।
उत्तर: भारत विश्व में चिकित्सा पर्यटन के क्षेत्र में अग्रणी देश बनकर उभरा है। इसके अलावा थाईलैंड, सिंगापुर और मलेशिया जैसे विकासशील देश भी चिकित्सा पर्यटन से लाभान्वित हो रहे हैं। भारत, स्विट्ज़रलैंड और ऑस्ट्रेलिया विशिष्ट परीक्षणों की सुविधाएँ उपलब्ध करा रहे हैं।
(iv) अंकीय विभाजक क्या है?
उत्तर: अंकीय विभाजक-विकसित देशों की तुलना में विकासशील देश अनेक आर्थिक, राजनीतिक व सामाजिक भिन्नताओं के कारण सूचना एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में मिलने वाले लाभों व अवसरों के मामले में पिछड़ गये हैं। यही अंकीय विभाजक है।

प्र० 3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 150 शब्दों से अधिक में न दें
(i) आधुनिक आर्थिक विकास में सेवा सेक्टर की सार्थकता और वृद्धि की चर्चा कीजिए।
उत्तर: किसी देश के आर्थिक विकास में सेवा सेक्टर की सार्थकता का मापन उसके अंतर्गत होने वाले विभिन्न क्रियाकलापों के विकास के स्तर का आकलन करने के बाद ही संभव हो सकता है। सेवा सेक्टर के अंतर्गत होने वाले क्रियाकलाप निम्नलिखित हैं
1. वाणिज्य और व्यापार-इसके दो स्तर हैं – 1. फुटकर व्यापार तथा 2. थोक व्यापार।
इसमें फुटकर विक्रेता तथा थोक विक्रेता, चाहे वे ग्रामीण परिवेश से संबंधित हैं अथवा शहरी परिवेश से, सभी का उद्देश्य वस्तुओं/उत्पादों को बेचकर लाभ कमाना होता है। किसी देश में व्यापार और वाणिज्य में विशेष रूप से आधुनिक विनिर्मित वस्तुओं के क्रय एवं विक्रेय में, जितनी अधिक वृद्धि होगी, विकास का स्तर उतना ही ऊँचा होगा।
2. परिवहन और संचार सुविधाएँ – परिवहन के द्वारा व्यक्तियों, वस्तुओं व संपत्तियों को प्रत्यक्ष रूप में अपने गंतव्यों तक पहुँचाना होता है जबकि संचार की सुविधाओं के द्वारा शब्दों, विचारों व संदेशों को चाहे वे लिखित सामग्री के रूप में हैं अथवा श्रृंव्य-दृश्य के रूप में उन्हें विभिन्न माध्यमों जैसे-डाक सेवाओं द्वारा, दूरसंचार सेवाएँ (मोबाइल, फैक्स, इंटरनेट, रेडियो व दूरदर्शन) के द्वारा अथवा लिखित सामग्री (समाचार पत्र व पत्रिकाओं) के द्वारा-ये सभी जनसंचार के आधुनिक साधन हैं। इनका जितना अधिक विकास होगा, और लोग इनका जितना अधिक-से-अधिक उपयोग करेंगे देश उतना ही अधिक विकसित होगा।
3. व्यावसायिक कुशलता, अनुसंधान व उच्च प्रौद्योगिकी का निष्पादन – देश में साधारण सेवाओं के अलावा व्यावसायिक रूप से कुशल व प्रशिक्षित शिक्षक, डॉक्टर, वकील, लेखाकार, परामर्शदाता वैज्ञानिक, शोधकर्ता, प्रशासनिक कुशलता रखने वाले लोगों की संख्या तथा उच्च प्रौद्योगिकी पेशेवरों की संख्या जितनी अधिक होगी तथा उनको कार्यस्थलों का जितना विकास होगा, देश उतना ही विकसित कहलाता है। विकसित देशों में तृतीयक क्रियाकलापों में संलग्न जनसंख्या का प्रतिशत अधिक होता है।
(ii) परिवहन और संचार सेवाओं की सार्थकता को विस्तारपूर्वक स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: किसी देश के आर्थिक विकास में परिवहन एवं संचार सेवाओं का महत्त्वपूर्ण योगदान रहता है। इन सेवाओं का जितना अधिक विकास होगा उतनी ही अधिक गतिशीलता वहाँ के व्यापार व वाणिज्य में देखने को मिलती है साथ ही वहाँ के लोग भी अधिक क्रियाशील होते हैं। वहाँ के लोगों को तथा व्यापार व वाणिज्य को गतिशील बनाता है। क्योंकि
1. परिवहन – परिवहन एक ऐसी सेवा या सुविधा है जिससे लोग, विनिर्मित व कच्चा माल एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जाता है। आधुनिक समाज में वस्तुओं के उत्पादन, वितरण और उपभोग के लिए द्रुतगामी परिवहन व्यवस्था चाहते हैं। परिवहन में दूरी को कई तरह से मापा जाता है-1. मार्ग की लंबाई के रूप में, 2. मार्ग में लगने वाले समय के रूप में तथा 3. मार्ग पर यात्रा पर आने वाले खर्च के रूप में। परिवहन के साधन के रूप में अनेक विकल्प होते हैं; जैसे-सड़क परिवहन, रेल परिवहन, वायुमार्ग परिवहन, जलमार्ग परिवहन तथा द्रव व गैस के लिए पाइप लाइन परिवहन। लोगों को जितने अधिक विकल्प उपलब्ध होंगे। अर्थव्यवस्था के विकास के लिए उतना ही अच्छा होगा। परिवहन के संदर्भ में दो बिंदु विचारणीय होते हैं
(i) परिवहन की माँग जनसंख्या के आकार से प्रभावित होती है। अधिक जनसंख्या होने पर अधिक परिवहन सेवाओं की माँग होगी।
(ii) परिवहन का जाल-तंत्र जितना विकसित होगा, अर्थव्यवस्था उतनी ही सुदृढ़ होगी।
2. संचार – संचार सेवाओं के द्वारा शब्दों, विचारों व संदेशों को चाहे वे लिखित सामग्री के रूप में हैं अथवा शृव्य-दृश्य सामग्री के रूप में, उन्हें विभिन्न माध्यमों जैसे डाक द्वारा, समाचार-पत्र व पत्रिकाओं के द्वारा तथा दूरसंचार सेवाओं (मोबाइल, दूरभाष, फैक्स, इंटरनेट, रेडियो व दूरदर्शन) के द्वारा गंतव्य तक पहुँचाना होता है। ये सभी जनसंचार के आधुनिक साधन हैं। इनका लोगों द्वारा जितना विकास व उपयोग होगी देश आर्थिक रूप से उतना ही प्रगति करेगा।

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