The End Of Bipolarity IMPORTANT QUESTION

 1. द्वि-ध्रुवीय व्यवस्था से आप क्या समझते है ?

ans. द्विध्रुवीय व्यवस्था का अर्थ यह है की विश्व का दो गुटों में विभाजित होना दुसरे विश्व युद्ध के बाद विश्र
पूंजीवादी तथा साम्यवादी दो गुटों में विभाजित हो गया पूंजीवादी गुट को संयुक्त राज्य अमेरिका और साम्यवादी
गुट को सोवियत संघ कहा गया !

2. सोवियत प्रणाली से आप क्या समझते है ?

Ans. लेनिन के नेतृत्व में 1917 में साम्यवादी रूस में एक क्रांति हुई जिसके बाद निरंकुश शासन का अंत हो गया और साम्यवादी शासन प्रणाली की स्थापना हुई जो निजी संपित की संस्था को समाप्त कर सावर्जनिक समाप्ति व्यवस्था को लाना चाहती थी तथा समाज में समानता के सिद्धांत पर बल देती थी !

3. सोवियत अर्थव्यवस्था को किसी पूंजीवादी देश जैसे सयुंक्त राज्य अमेरिका की अर्थव्यवस्था से अलग करने वाली किन्ही तीन विशेषताओ की चर्चा करें ?

A. सोवियत अर्थव्यवस्था समाजवादी थी, जिनमे सभी नियंत्रण राज्य के हाथो में होता था , लेकिन पूंजीवादी अर्थव्यवस्था में नियंत्रण निजी हाथो में होता है !

B. सोवियत संघ में अर्थव्यवस्था योजनाबद्ध तथा राज्य के नियंत्रण में थी लेकिन पूंजीवादी अर्थव्यवस्था में नियंत्रण निजी कंपनियों तथा उद्यमियों के हाथो में होता है

C. सोवियत संघ में मुक्त व्यापार जैसी कोई व्यवस्था नही थी जबकि पूंजीवादी देशो में वितीय खुलेपन तथा मुक्त व्यापार की निति को महत्व दिया गया

D. सोवियत संघ में लोक कल्याण पर बल दिया गया जबकि पूंजीवादी देशो ने उद्योगों पर बल दिया !

4.किन कारणों से सोवियत संघ के राष्ट्रपतिसो मिखाइल गोर्बाचोव सोवियत संघ में सुधार के लिए बाध्य हुए ?

i. नोकरशाही का प्रभाव :- सोवियत संघ की समजवादी प्रणाली पर नोकरशाही का शिकंजा कसता चला गया जिसमे सोवियत प्रणाली सतवादी हो गई और नागरिको का जीवन मुश्किल होता चला गया !

ii. एक दल का प्रभुत्व :- सोवियत संघ में सिर्फ एक दल, साम्यवादी दल का प्रभुत्व था ! इस दल का सभी संस्थाओ पर गहरा अंकुश था यह दल जनता के प्रति उतरदायी भी नहीं थी !

iii. रूस का प्रभाव :- सोवियत संघ में 15 गणराज्य शामिल थे लेकिन सभी विषयों पर रूस का प्रभाव बना हुआ था इसलिए शेष क्षेत्रो की जनता स्वयं को दमित तथा उपेक्षित महसूस करती थी !

iv. हथियारों पर अत्यधिक खर्च :- हथियारों की होड़ में सोवियत संघ ने अमेरिका की बराबरी करने के लिए अत्यधिक आधुनिक व खतरनाक हथियारों के निर्माण पर ज्यदा बल दिया और अपने बुनयादी ढांचे जैसे परिवहन,उर्जा आदि में पश्चिमी राष्ट्रों से पीछे हो गया !

v. सोवियत संघ राजनितिक और आर्थिक तौर पर अपने नागरिको के समझ पूरी तरह सफल नहीं हो पाया ! तथा यहाँ के लोगो को अपना प्रतिनिधि चुनने और विचार-अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता भी नहीं थी !

vi. अफगानिस्तान में सोवियत हस्तक्षेप:- 1979 में अफगानिस्तान में सोवियत संघ की हस्तक्षेप ने इसको और कमजोर बना दिया जिससे सोवियत संघ में उपभोक्ता वस्तुओं की कमी होने लगी जिससे आयत में वृद्धि देखने को मिली !

5. सोवियत संघ के विघटन के क्या परिणाम हुए ?

I. सोवियत संघ के विघटन के कारण शीतयुद्ध की समाप्ति हो गई !

II. दो महाशक्तियों के बीच चले आ रहे हथियारों की होड़ भी समाप्त हो गई !

III. विश्व दो ध्रुवीय से एक ध्रुवीय बन गया और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मात्र एक महाशक्ति अमेरिका का वर्चस्व स्थापित हो गया !

IV. विश्व स्तर पर नए-नए राष्ट्र-राज्यों का उदय हुआ !

V. सोवियत संघ के विघटन के पश्चात स्वतंत्र हुए विभिन्न गणराज्यो ने राजनितिक और आर्थिक सुधार की प्रक्रिया शुरू की और अब ये राज्य समजवादी अर्थव्यवस्था के स्थान पर पूंजीवादी अर्थव्यवस्था को अपनाना शुरू किया !

6 शॉक थेरेपी क्या थी ?

Ans. सोवियत संघ के विघटन के बाद सोवियत गणराज्यो को साम्यवाद से पूंजीवाद की और संक्रमण के लिए विश्व बैंक और अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने जो मॉडल निर्देशित किया उससे शॉक थेरेपी अर्थात् अघात पंहुचाकर उपचार करना कहा गया !

7. शॉक थेरेपी के अतंर्गत क्या परिवर्तन किये गए उसका वर्णन करो ?

I. उत्पादन और वितरण के साधनों पर निजी स्वामित्व की धारणा को अपनाया गया और राज्य की सम्पदा का निजीकरण कर दिया गया !

II. रूस के लगभग 90% उद्योग को कम कीमतों पर बेच दिया गया जिसे इतिहास की सबसे बड़ी गराज सेल के नाम से जाना गया !

III. कृषि के क्षेत्र में भी निजी स्वामित्व की धारणा को लागू किया गया सामूहिक फार्म को निजी फार्म में बदल दिया गया और लोगो द्वारा पूंजीवादी व्यवस्था के आधार पर खेती शुरू की गई !

IV. व्यावसायिक क्षेत्र में मुक्त व्यापार को अपनाया गया तथा सरकारी व्यापार संगठनो को समाप्त कर दिया गया !

V. सोवियत संघ के सदस्यों में आपस में हुए व्यापारिक समझोतों को समाप्त कर दिया गया और प्रत्येक देश को किसी भी देश से अपने व्यापारिक सम्बन्ध स्थापित करने की छुट दे दी गई !

8. शॉक थेरेपी के क्या परिणाम हुए उसका वर्णन करो ?

I. ओद्योगिक ढाँचा का अस्त-व्यस्त होना :- ओद्योगिक ढाँचा पर पूर्ण रूप से सरकार का नियन्त्रण तथा स्वामित्व था लेकिन शॉक थेरेपी से इस को निजी हाथो में दे दिया गया और इसका निजीकरण कर दिया गया !

II. असमानता में वृद्धि :- निजीकरण के कारण सोवियत संघ के गणराज्यो के अमीर तथा गरीब लोगो के बीच असमानता में वृद्धि हुई इससे लोगो को बेहतर जीवन की उपेक्षा बर्बादी का जीवन जीना पड़ा !

III. गरीबी का प्रसार :- समाज कल्याण की पुरानी व्यवस्था की अंतर्गत दी जाने वाली सरकारी रियायतों को समाप्त करने से अधिक मात्रा में गरीबी का प्रसार हुआ !

IV. रुसी मुद्रा रूबल के मूल्यों में भारी गिरावट आई और कई बैंक तथा वितीय साधनों ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया !

V. वस्तुओं का उत्पादन आवश्यकता के अनुसार नही हो पाया और इस बदलाव से वस्तुओं की कमी होने लगी तथा कीमतों में अधिक वृद्धि देखने को मिली !

VI. आर्थिक परिवर्तन पर अधिक ध्यान दिया गया जबकि लोगतान्त्रिक संस्थाओ का सही निर्माण नही हो सका संसद निर्बल हो गई तथा राष्ट्रपति बहुत अधिक सतावादी हो गया !

9. शीतयुद्ध के दौरान सोवियत संघ के साथ भारत के संबंधो का परिक्षण कीजिये ?

Ans. Ans. आर्थिक सम्बन्ध :- आर्थिक क्षेत्र में सोवियत संघ ने भारत की मदद की भारत की पंचवर्षीय योजनाओ को पूरा करने में मदद की तथा सोवियत संघ ने भिलाई, बोकारो और विशाखापत्तनम के इस्पात कारखानों तथा भारत में हेवी इलेक्ट्रिकल्स जैसे मशीनरी सयंत्र के लिए आर्थिक व तकनीकी सहायता दी ! साथ ही जब भारत में विदेशी मुद्रा की कमी थी तो सोवियत संघ ने भारत से रूपये में व्यापार किया !

राजनितिक सम्बन्ध :-सोवियत संघ ने कश्मीर मामले पर सयुंक्त राष्ट्रसंघ में भारत के रुख को समर्थन दिया !1971 में भारत-पाक युद्ध के समय भारत की मदद की और भारत से 20 वर्षीय मैत्री संधि को बढ़ावा दिया !

सैन्य सम्बन्ध :- भारत को सोवियत संघ ने ऐसे वक्त में सैनिक साजो – सामान दिए जब शायद ही कोई अन्य देश अपनी सैन्य तकनीक भारत को देने के लिए तैयार था ! सोवियत संघ ने भारत के साथ कई ऐसे समझोते किये जिससे भारत सयुंक्त रूप से सैन्य उपकरण तैयार कर सके !

संस्कृति सम्बन्ध :- हिंदी फिल्म और भारतीय संस्कृति सोवियत संघ में लोकप्रिय थे बड़ी संख्या में भारतीय लेखक और कलाकारो ने सोवियत संघ की यात्रा की !

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