class 11th chapter-5 विधायिका IMPORTANT QUESTION

  Q.1. विधायिका से आप क्या समझते है ?

Ans. विधायिका सरकार का वह अंग है जो देश के लिए कानून बनती है कानूनों में संसोधन तथा कार्यपालिका
पर नियंत्रण करती है .

Q.2. संसद के क्या कार्य है ?
Ans. संसद के कार्य निम्नलिखित है
(1). विधायिका कार्य:- ससंद देश के लिए कानून बनती है तथा इन कानूनों को लागू करती है
(2). संसद कार्यपालिका पर नियंत्रण करती है तथा संविधान में संसोधन कर सकती है
(3). संसद देश के विभिन्न झेत्र जैसे सामाजिक , आर्थिक , धार्मिक समुदयो के विचारो का प्रतिधिनित्व करती है
(4). संसद वाद –विवाद का सर्वोच्च मंच है जिसके तहत सदस्यों को किसी भी विषय पर बोलने की पूर्ण स्वतंत्रता
प्रदान करती है
(5). कार्यपालिका कार्य:- संसद राष्ट्रपति ,उपराष्ट्रपति , सर्वोच्च न्यायलय , उच्च न्यायलय के न्नायाधिशो की
नियुक्ति करती है
(6). वितीय कार्य :- संसद की वितीय शक्तियाँ सरकार के कार्य के लिए धन उपलब्ध करवाने का अधिकार देती
है तथा सरकार द्वारा खर्च किये गये धन का हिसाब संसद को देना पड़ता है .

Q.3. लोगसभा और राज्यसभा की शक्तियाँ क्या है ?
Ans. राज्यसभा की शक्तियाँ
(1). सामान्य विधेयको को पारित करना तथा विधेयक में संशोधन करना
(2). कार्यपालिका पर नियंत्रण करना
(3). राष्ट्रपति और उप- राष्ट्रपति के चुनाव में भाग लेना तथा सर्वोच्च न्यायालय और उच्च- न्यायालय, उप-राष्ट्रपति
को उसको पद से हटाने का अधिकार
(4).राज्यसूची के विषयों पर कानून बनाना
लोकसभा की शक्तियाँ
(1). संघ सूची और समवर्ती सूची के विषयों पर कानून बनाना
(2). धन विधेयक और सामान्य विधेयक को पास करना तथा संविधान में संसोधन करना
(3). कर,बजट और वार्षिक वितीय को स्वीकार करना तथा समिति और आयोग का गठन करना
(4). राष्ट्रपति और उप- राष्ट्रपति के चुनाव में भाग लेना तथा सर्वोच्च न्यायालय और उच्च- न्यायालय, राष्ट्रपति को
उसको पद से हटाने का अधिकार

Q.4. दल-बदल का क्या अर्थ है ?
Ans. यदि कोई सदस्य अपने दल से चुनाव जितने के बाद अपने दल की छोड़कर किसी दुसरे दल में चला जाता
है उसे दल बदल कहते है

Q.5. संसद द्वारा कानून निर्माण की प्रकिया का वर्णन कीजिये ?
Ans. संसद का प्रमुख कार्य अपनी जनता के लिए कानून बनाना है कानून बनाने के लिए एक निश्चित प्रक्रिया अपनाई जाती है इस प्रिकिया में किसी भी विधेयक या कानून को कई अवस्थाओ से गुजरना पड़ता है जो निम्नलिखित है
> मंत्रालयों का कानून विभाग विधेयक को तैयार करता है
> मंत्रिमंडल इस विधेयक पर चर्चा करते है और उसके बाद अपनी रिपोर्ट को समिति को सोप देते है
> सदन इस रिपोर्ट पर चर्चा करती है वह इसे स्वीकार या अस्वीकार कर सकती है
> राज्यसभा में विधयेक को दो-तिहाई बहुमत से पास होने के बाद उस विधेयक को लोकसभा में विचार के लिए भेज दिया जाता है लोकसभा इस विधेयक में संसोधन कर सकती है या इसे पारित कर देती है
> लोकसभा में पारित विधेयक को राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए बेज दिया जाता है जिसे पर राष्ट्रपति 14 दिन में अपना जवाब देता है अगर राष्ट्रपति की मंजूरी मिल जाती है तो वह विधेयक कानून बन जाता है

Q.6. संसद कार्यपालिका को कैसे नियंत्रित करती है ?
Ans. संसद कार्यपालिका को निम्न स्तरों द्वारा नियंत्रित करती है
(1).
Ans. संसद कार्यपालिका को निम्न स्तरों द्वारा नियंत्रित करती है
(1). बहस चर्चा व वाद-विवाद :- कानून निर्माण प्रक्रिया में संसद के सदस्यों को कार्यपालिका द्वरा बनाई गई
नीतियों और उसके कार्य करने के तरीके पर बहस करने का अवसर मिलता है जिसमे ज्यादातर विषये
लो ग कल्याण के होते है
(2). :- कानून निर्माण प्रक्रिया में संसद के सदस्यों को कार्यपालिका द्वरा बनाई गई
नीतियों और उसके कार्य करने के तरीके पर बहस करने का अवसर मिलता है जिसमे ज्यादातर विषये
लो ग कल्याण के होते है
(2). कानूनों की स्वीकृति या अस्वीकृति :- कानूनों को मंजूरी देना या न देने का निर्णय संसद द्वारा लिया जाता
है जिससे कार्यपालिका पर नियन्त्रण रखा जाता है
(3). :- कानूनों को मंजूरी देना या न देने का निर्णय संसद द्वारा लिया जाता
है जिससे कार्यपालिका पर नियन्त्रण रखा जाता है
(3). वितीय नियन्त्रण :- सरकार के कार्यक्रमों को लागू करने के लिए वितीय संसाधनों की व्यवस्था बजट के
द्वारा की जाती है जिसके कारण विधायिका को कार्यपालिका के खजाने पर नियन्त्रण करना पड़ता है संसद
कार्यपालिका को धन देने से मना भी कर सकती है
(4). :- सरकार के कार्यक्रमों को लागू करने के लिए वितीय संसाधनों की व्यवस्था बजट के
द्वारा की जाती है जिसके कारण विधायिका को कार्यपालिका के खजाने पर नियन्त्रण करना पड़ता है संसद
कार्यपालिका को धन देने से मना भी कर सकती है
(4). अविश्वास प्रस्ताव :- संसद द्वारा कार्यपालिका को उतरदायी बनाने का सबसे सशक्त हथियार अविश्वास
प्रस्ताव होता है लेकिन जब तक सरकार को अपने सहयोगी दलों का बहुमत प्राप्त हो तब तक सरकार को
हटाने की संसद की शक्ति वास्तविक कम , काल्पनिक ज्यादा लगती है

नोट इसको अपने दोस्तों के साथ शेयर करे ताकि उन्हें भी इसका लाभ मिल सके !

0 comments: