1. सार्क अथवा दक्षेस क्या है ? इसके क्या उद्देश्य है ?
Ans. दक्षिण-एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन जिसकी स्थापना 1985 में दक्षिण एशिया के आठ देशो भारत ,पाकिस्तान ,नेपाल,
श्रीलंका, मालदीव, बांग्लादेश, और अफगानिस्तान द्वारा बहुस्तरीय साधनों से आपस में सहयोग करने की दिशा में उठाया गया कदम सार्क कहलाता है ! जिसके निम्न उद्देश्य है :-
· इस क्षेत्र के लोगो का कल्याण और जीवन स्तर में गुणवता लाना
· सदस्य देशो के बीच आर्थिक, सामाजिक, व सांस्कृतिक विकास को बढ़ावा देना
· इस क्षेत्र के देशो के बीच आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना तथा शांति व सहयोग की स्थापना करना !
· इस क्षेत्र के देशो में मुक्त व्यापार को बढ़ावा देकर आपसी तनाव को कम करना
· इस क्षेत्र के देशो के बीच लगने वाली सीमा शुल्क को कम करना
2. श्रीलंका के जातीय संघर्ष में किसकी प्रमुख भूमिका देखने को मिलती है ?
· श्रीलंका के जातीय संघर्ष में उग्र तमिल संगठन LTTE (लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम) की प्रमुख भूमिका है
· इस संगठन की प्रमुख मांग तमिल ईलम अर्थात तमिल राष्ट्र थी
· तमिल समुदाय श्रीलंका में अल्पसंख्यक है जो की भारत से जाकर वहां बसे हुए है
· यहाँ श्रीलंका के सिंघली समुदाय बहुसंख्यक है जिनके पास पूर्ण अधिकार है और वह ये अधिकार तमिल को नही देना चाहते थे
· श्रीलंका की राजनीति पर सिंघली समुदाय का दबदबा है जो तमिल लोगो को अपने लिए खतरा बताते है और इन्हें सभी प्रकार के अधिकारों से वंचित रखते है और उन पर अत्याचार करते है
· तमिल संगठनों ने अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाई गई जिससे श्रीलंका सेना और तमिल संगठनों के बीच हिंसात्मक घटना देखने को मिलती है जो वहां के जातीय संघर्ष का कारण भी है !
3. पाकिस्तान में लोकतंत्र के असफल होने के क्या कारण है ?
Ans. पाकिस्तान में लोकतंत्र के असफल होने के कई कारण है ! पाकिस्तान में सेना का वर्चस्व है जो लोकतंत्र समर्थक आंदोलन को कुचल देता है ! प्रेस , न्यायपालिका एवं मानवाधिकार के मजबूत होने के बावजूद यहाँ लोकतंत्र का स्थाई रूप देखने को नहीं मिलता जिसके निम्न कारण है :-
· सेना, धर्म गुरु और भू-स्वामी का प्रभव :- पाकिस्तान में सेना, धर्मगुरु और भू-स्वामी अभिजनो का समाज में दबदबा है जो बार-बार निर्वाचित सरकार को गिराकर सैनिक शासन स्थापित कर देते है !
· राजनीतीक दलों में गुटबंदी :- पाकिस्तान में राजनीतिक दलों की आपसी गुटबंदी व खिचातानी के कारण जनता का विश्वास कम होने लगता है और जिससे सेना समर्थक समूहों को सैनिक शासन स्थापित करने के अवसर मिल जाते है !
· अमरीका द्वारा सैन्य शासन को प्रोत्साहन देना :- अमरीका तथा अन्य पश्चिमी देश पाकिस्तान में सैनिक शासन को अधिक समर्थन देते है ताकि सैनिक शासन उनके इशारो पर आतंकवादी समूहों पर लगाम लगता रहे !
· भारत और पाकिस्तान के कटु सम्बन्ध :- पाकिस्तान की भारत से तनातनी रहने के कारण वहां सेना समर्थक समूह देश के सुरक्षा के नाम पर सैनिक शासन को उचित ठहराते है !
· लोकप्रिय नेताओ का अभाव :- पाकिस्तान में लोकप्रिय नेताओ का अभाव रहा है जिससे वहां लोकतंत्र स्थापित नहीं हो पा रहा है !
4. स्वतंत्र बांग्लादेश का निर्माण कैसे हुआ ?
· Ans. स्वतंत्र बांग्लादेश का निर्माण इसलिए हुआ क्योकि 1971 से पहले पूर्वी पाकिस्तान की जनता बंगाली संस्कृति, भाषा के साथ किये जा रहे दुव्यर्वहार से दुखी थी ! क्योकि पश्चिमी पाकिस्तान का दबदबा होने के कारण वहां के लोगो पर उर्दू भाषा थोपी जा रही थी !
· इस क्षेत्र की जनता का प्रशासन एवं राजनितिक सत्ता में किसी प्रकार की भागीदारी नहीं थी !
· 1970 के चुनाव में इस क्षेत्र के आवामी लीग के लोकप्रिय नेता शेख मुजीबुर्रहमान को पूर्ण बहुमत मिला !
· लेकिन पश्चिमी पाकिस्तान ने सत्ता की बागडोर इन्हें देना से मना कर दिया तथा जरनल याहिया खां के कहने पर सैनिको ने उन्हें गिरप्तार कर लिया !
· भारत सरकार द्वारा बांग्लादेश के लोगो को न्यायोचित मांगो का समर्थन करने पर पाकिस्तान ने भारत पर आक्रमण कर दिया !
· इस आक्रमण से भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध शुरू हो गया परिणामस्वरूप पाकिस्तान की शर्मनाक हार हुई और स्वतंत्र बांग्लादेश का निर्माण हुआ !
5. नेपाल के लोग अपने देश में लोकतंत्र को बहाल करने में कैसे सफल रहे है ?
· नेपाल एक हिन्दू राष्ट्र था और यहाँ पर संवेधानिक राजतन्त्र था !
· नेपाल में लोकतंत्र के लिए वहां की राजनितिक पार्टी और आम जनता ने मिलकर स्वतंत्र और उतरदायी शासन की मांग को लेकर आवाज उठाई !
· 1990 के बाद नेपाल में लोकतान्त्रिक आन्दोलन के मजूबत होने के कारण यहाँ के राजा ने सविंधान की मांग को स्वीकार कर लिया !
· इसके बाद यहाँ पर विभिन्न भागो में माओवादी, राजा और सत्ताधारी के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह होने लेगे जिससे राजा ने 2002 में संसद को भंग कर के लोकतांत्रिक सरकार को खत्म कर दिया !
· 2006 में लोकतंत्र सर्मथक राजा ज्ञानेन्द्र ने संसद को दुबारा बहाल किया जिसमे सात दलों का गठबंधन, माओवादी तथा सामाजिक कार्यकर्ता का नेतृत्व था !
6. भारत और बांग्लादेश के बीच सहमती और असहमति के मुद्दो की व्याख्या कीजिये ?
भारत और बांग्लादेश देश दोनों सहयोगी राष्ट्र है लेकिन फिर भी दोनों के बीच कुछ मुद्दो को लेकर मतभेद देखने को मिलते है :-
सहमती के मुद्दे :-
· भारत और बांग्लादेश के बीच आर्थिक सहयोग बहुत अच्छा है !
· भारत की पूर्व की ओर देखो नीति का बांग्लादेश को एक अहम् हिस्सा माना जाता है !
· आतंकवाद और पर्यावरण के मसले पर दोनों देशो ने निरंतर एक दुसरे का सहयोग किया है !
· भारत और बांग्लादेश दोनों देशो ने सांक्षे खतरे की पहचान कर उसका शांतिपूर्ण हल ढूंढा है !
असहमति के मुद्दे :-
· भारत और बांग्लादेश के बीच गंगा और ब्रह्मपुत्र नदी जल विवाद को लेकर मदभेद है !
· बांग्लादेश से लाखो शरणार्थी भारत में पलायन करते है जो अवेध रूप से भारत में आते है जिन पर बांग्लादेश की सरकार ध्यान नहीं देती है !
· बांग्लादेश द्वारा भारतीय सेना को अपने क्षेत्र का उपयोग करने की मनाही को लेकर भी दोनों देशो के बीच मदभेद देखने को मिलते है !
· भारत चाहता है की म्यामांर से प्राकृतिक गैस पाइप लाइन बांग्लादेश से होकर बिछाई जाये लेकिन बांग्लादेश अपने क्षेत्र में प्रवेश की मनाही करता है जिससे दोनों के बीच मन-मुटाव देखने को मिलता है !
7. पाकिस्तान के साथ भारत के संबंधो को किस प्रकार से सुधारा जा सकता है ?
Ans. भारत एवं पाकिस्तान दोनों दक्षिण-एशिया के महत्वपूर्ण पड़ोसी देश है ! इन दोनों देशो के बीच के सम्बन्ध ज्यादातर तनावपूर्ण ही रहे है जो कुछ निम्न ढंग से सुधारे जा सकते है :-
· राजनितिक स्तर पर प्रयास :- दोनों देशो को सभी विवादों पर शांतिपूर्ण हल ढूँढना चाहिए ! पाकिस्तान को भारत विरोधी अतंकवादी गतिविधियों को बंद कर देना चाहिए तथा दोनों देशो के नेताओ को अधिक से अधिक यात्राएँ कर आपसी विश्वास को बढ़ाना चाहिए !
· आर्थिक स्तर पर प्रयास :- दोनों देशो को मिलकर आर्थिक क्षेत्र में विस्तार करना चाहिए तथा भारतीय उपमहाद्वीप में पाई जाने वाली बेरोजगरी, गरीबी, को दूर करने तथा विकास को बढ़ावा देना चाहिए !
· सामाजिक स्तर पर प्रयास :- दोनों देशो को सामाजिक स्तर पर भी संबंधो को बढ़ावा देना चाहिए क्योंकि दोनों देशो में एक दुसरे के सगे-सम्बन्धी रहते है तो दोनों देशो का यह प्रयास करना चाहिए की उने मिलने में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो !
· सांस्कृतिक स्तर पर प्रयास :- दोनों देशो के बीच साहित्य कला, संस्कृति तथा खेल गतिविधियों का आदान-प्रदान होना चाहिए दोनों देश को वीजा की सुविधा को आसान बनाना चाहिए तथा बस, रेल सेवा शुरू करनी चाहिए इससे दोनों देशो के संबंधो में मधुरता लाई जा सकती है !