Class 12th History Chapter - 5 यात्रियों के नजरिए (Travelers' Perspective) Short and Long Question Answer NCERT CBSE

Chapter - 5

यात्रियों के नजरिए (Travelers' Perspective)


2 अंकों के उत्तरों वाले प्रश्न  

प्रश्न 1. दसवीं शताब्दी से लेकर सत्रहवीं शताब्दी के दौरान भारत की यात्रा करने वाले किन्हा दो प्रसिद्ध यात्रियों के नाम लिखें ।

उत्तर- दसवीं शताब्दी से लेकर सत्रहवीं शताब्दी के दौरान भारत की यात्रा करने वाले दो प्रसिद्ध यात्रिय नाम अल - बिरुनी तथा फ्रांस्वा बर्नियर थे । 

प्रश्न 2. किस उद्देश्य से विदेशी यात्री भारत आए थे ?

 उत्तर- ( 1 ) साहस की भावना से प्रेरित होकर ।

(ii)  धन कमाने की इच्छा से।

 ( iii ) धर्म प्रचार के उद्देश्य से।

 ( v ) प्राकृतिक आपदाओं के बचाव से ।

 प्रश्न 3. भारत आए विदेशी यात्रियों का विषय वस्तु क्या था ?

उत्तर —भारत आए विदेशी यात्रियों का विषय वस्तु दरबारी गतिविधियों , धार्मिक विषया , स्थापत्य कला तथा भारत के सामाजिक एवं आर्थिक जीवन पर प्रकाश डाला था।

 प्रश्न 4.1750 ई ० के बाद भारत में किन दो प्रसिद्ध यात्रियों ने यूरोप की यात्रा की ? उनकी प्रमुख उपलब्धि क्या थी।

उत्तर- ( i ) 1750 ई ० के बाद भारत के शेख इतिसमुद्दीन तथा मिज़ा अबू तालिब ने यूरोप की यात्रा की।

( ii ) उनकी प्रमुख उपलब्धि यूरोपवासियों को भारतीय सभ्यता की वास्तविक जानकारी प्रदान करना था । 

प्रश्न 5. अल - बिरुनी कौन उसका जन्म कब कहा हुआ था ? अथवा अल - बिरुनी कौन था ?

 उत्तर- ( i ) अल - बिरुनी 11 वीं शताब्दी मध्य एशिया का सबसे महान् विद्वान् था ।

(ii) उसका जन्म 4 सितंबर , 973 ई ० को उज्बेकिस्तान में स्थित ख़्वारिज्म में हुआ था । 

(iii)उसने किताब - उल - हिंद नामक प्रसिद्ध ग्रंथ की रचना की ।

( iv ) इस ग्रंथ में उसने 11 वीं शताब्दी भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति पर महत्त्वपूर्ण प्रकाश डाला है । 

प्रश्न 6. किन्हीं चार भाषाओं के नाम लिखें जिनका अल - बिरुनी को अच्छा ज्ञान था । 

उत्तर- ( i ) अरबी ( ii ) फ़ारसी ( iii ) संस्कृत ( iv ) हिब्रू । 

प्रश्न 7. अल - बिरुनी को कब , किसने तथा कहाँ बंदी बना लिया था ? 

उत्तर- अल - बिरुनी को 1017 ई ० में महमूद गजनवी ने ख़्वारिज्म में बंदी बना लिया था ।

 प्रश्न 8. अल - बिरूनी ने किस प्रसिद्ध ग्रंथ की रचना की थी ?

 उत्तर- ( i ) अल - बिरुनी ने किताब - उल - हिंद अथवा तहकीक - मा - लिल हिंद नामक प्रसिद्ध ग्रंथ की र की थी । 

( ii ) इसे अरबी भाषा में लिखा गया था ।

 ( iii ) यह 11 वीं शताब्दी भारतीय इतिहास को जानने का हमारा एक प्रमाणिक स्रोत है । 

प्रश्न 9. ' किताब - उल - हिंद ' किसने लिखी ? 

उत्तर—किताब– उल– हिंद– अल– बिरूनी ने लिखी।

प्रश्न 10. किताब - उल - हिंद को किन दो अन्य नामों से भी जाना जाता है ?

उत्तर- किताब - उल - हिंद की तारीख - उल - हिंद एवं तहकीक मा लिल - हिंद के नामों से भी जाना जाता है ।

 प्रश्न 11. अल - बिरुनी द्वारा किताब - उल - हिंद की रचना के दो प्रमुख उद्देश्य क्या थे?

 उत्तर- ( 1 ) इस अरबी भाषा में लिखा गया था । 

( ii ) इसके 80 अध्याय थे ।

 प्रश्न 12. किताब - उल - हिंद की कोई दो विशेषताएं लिखिए ।

उत्तर— ( i ) उन लोगों के लिए सहायता प्रदान करना जो हिंदुओं से धार्मिक विषयों पर चर्चा करना चाहते थे । 

( ii ) ऐसे लोगों के लिए सूचना का संग्रह करना जो उसके साथ संबद्ध होना चाहते थे ।

 प्रश्न 13. भारत में ' हिंदू ' शब्द का प्रयोग किस प्रकार आरंभ हुआ ?

उत्तर— भारत में हिंदू शब्द का प्रयोग छठी पाँचवीं शताब्दी ई ० पू ० में प्रयुक्त होने वाले एक प्राचीन रखा तथा इस क्षेत्र को ' अल - हिंद ' तथा लोगों को ' हिंदी ' कहा । फारसी शब्द , जिसका प्रयोग सिंधु नदी क्षेत्र के लिए होता था , से निकला था । अरबी लोगों ने इसे जारी रखा तथा इस क्षेत्र को अल—हिंद था यहां के लोगों को हिंदी कहा।

 प्रश्न 14. अल - बिरूनी के अनुसार भारतीय समाज में ब्राह्मणों का दर्जा क्या था ? .

 उत्तर— अल - बिरुनी के अनुसार भारतीय समाज में ब्राह्मणों का दर्जा सर्वोच्च था । उन्हें ब्रह्मा के सिर से उत्पन्न हुआ माना जाता था । उनके बिना कोई भी धार्मिक कार्य अधूरा माना जाता था । उन्हें समाज में अनेक विशेषाधिकार प्राप्त थे ।

 प्रश्न 15. अल - बिरुनी के अनुसार भारतीय समाज में क्षत्रियों का दर्जा क्या था ? 

उत्तर— अल - बिरुनी के अनुसार भारतीय समाज में क्षत्रियों को ब्राह्मणों के पश्चात् दूसरा स्थान प्राप्त था । उनका उस समय राजा क्षत्रिय हुआ करते थे । जन्म ब्रह्मा की भुजाओं से हुआ था । उनका काम राज्य के शासन का संचालन करना एवं उसकी सुरक्षा करना था ।

 प्रश्न 16. अल —बिरुनी की मृत्यु कब तथा कहाँ हुई थी ?

 उत्तर- अल चिरुनी की मृत्यु 1048 ई ० में गजनी में हुई थी ।

 प्रश्न 17. 14 वीं शताब्दी में भारत आने वाला सर्वाधिक प्रसिद्ध यात्री कौन था ? वह किस देश का रहने वाला था ? 

उत्तर- ( i ) 14 वीं शताब्दी में भारत आने वाला सर्वाधिक प्रसिद्ध यात्री इब्न बतूता था ।

(ii) वह मोरक्को का रहने वाला था । 

( iii ) उसने अरबी में रिला नामक ग्रंथ की रचना की ।

 प्रश्न 18. इब्न बत्ता का वास्तविक नाम क्या था ? उसका जन्म कब तथा कहाँ हुआ ? 

उत्तर- ( i ) इब्न बतूता का वास्तविक नाम अबू अब्दुल्ला मुहम्मद था । 

( ii ) उसका जन्म 24 फरवरी , 1304 ई ० को मोरक्को के एक प्रसिद्ध शहर तैंजियर में हुआ था । 

प्रश्न 19. इब्न बतृता ने अपनी यात्राएं कब आरंभ की थीं ? इनका उद्देश्य क्या था?

उत्तर - ( i ) इब्न बतूता ने अपनी यात्राएँ 1325 ई ० में 22 वर्ष की 

( ii ) इनका उद्देश्य वह अपने ज्ञान में वृद्धि करना चाहता था । प्रश्न 20. इब्न बतूता ने जिन देशों की यात्राएं की उन में से किसी चार के नाम लिखें ।

उत्तर- ( i ) इराक ( iii ) भारत ( ii ) ओमान (iv) चीन।

प्रश्न 21.इब्न बतूता भारत कब आया ? उस समय यहाँ किसका शासन था ?

  उत्तर- ( i ) इब्न बतूता 1333 ई ० में भारत आया ।

 ( ii ) उस समय यहाँ सुल्तान मुहम्मद बिन तुग़लक का शासन था ।

प्रश्न 22. मुल्तान मुहम्मद बिन तुगलक नेता को किस पद पर नियुक्त किया? उसने इस पद पर कब से लेकर कब तक कार्य किया ? 

उत्तर ( 1 ) सुल्तान मुहम्मद बिन तुगलक ने इन बतूता को काजी के पद पर नियुक्त किया ।

 ( 2 ) उसने इस पर 1334 ई ० से 1341 ई ० तक कार्य किया ।

 प्रश्न 23 वापस पहुंचा था तथा उसकी मृत्यु कब हुई थी ? 

उत्तर ( 1 ) इब्न बतूता 1354 ई ० में मोरक्को वापस पहुंचा था । 

( 2) उसकी मृत्यु 1377 ई ० में हुई थी । 

प्रश्न 24 रिला क्या है ?

 उत्तर – ( 1 ) इब्न बतूता ने रिहला को 1354-55 ई ० में अरबी भाषा में लिखा था ।

 ( ii ) इसके द्वारा लेखक अपने पाठकों को भारत में प्रचलित अनूठी एवं अपरिचित वस्तुओं की जानकारी देना चाहता था ।  

प्रश्न 25 रिहला किसकी रखता है ।

 उत्तर- रिहला इब्न बतूता की रचना है । 

प्रश्न 26 , इन बतूता ने किस उद्देश्य से रिहला की रचना की थी ? 

उत्तर—इब्न बतूता ने रिहला को अपने पाठकों को अनूठी एवं अपरिचित वस्तुओं से परिचित करवाने के लि लिखा था ।

 प्रश्न 27. इब्न बतूता किस तरह से यह दिखाता है कि नारियल एक असाधारण फल है ? 

उत्तर- इब्न बतूता के अनुसार नारियल के वृक्ष का फल मानव सिर से मेल खाता है । इसमें भी मानव को तरह दो आँखें तथा एक मुख होता है । इसका अंदर का भाग हरा होता है तथा यह मानव मस्तिष्क की तरह दिखता है ।

 प्रश्न 28. इब्न बत्ता द्वारा दिए गए पान के वर्णन की कोई दो विशेषताएं बताएँ । 

उत्तर – ( i ) पान एक ऐसा वृक्ष है जिसे अंगूरलता की तरह ही उगाया जाता है । 

( ii ) पान का कोई फल नहीं होता तथा इसे केवल इसकी पत्तियों के लिए ही उगाया जाता है । 

प्रश्न 29 , इब्न बत्ता ने जिन भारतीय शहरों का वर्णन किया है उनमें से किसी दो के नाम लिखें ।

 उत्तर —इब्न बतूता ने जिन भारतीय शहरों का वर्णन किया है उनमें से दो के नाम देहली एवं दौलताबाद हैं । 

प्रश्न 30 इब्न बतूता किस आधार पर यह बताता है कि उस समय यात्रा करना बहुत असुरक्षित था । 

उत्तर – उस समय भारतीय राजमार्गों में लुटेरों का बहुत आतंक था । ये लुटेरे अक्सर यात्रियों को लूट लेते थे । इब्न बतूता स्वयं अनेक बार इन लुटेरों का शिकार हुआ था । 

प्रश्न 31. ताराबाद से आपका क्या अभिप्राय है ? 

उत्तर- ताराबाद से अभिप्राय एक ऐसे संगीत बाजार से है जो दौलताबाद में स्थित था । इब्न बतूता के अनुसार यह पुरुष एवं महिला गायकों का बाजार था । यह सबसे विशाल एवं सुंदर बाजारों में से एक था । यहाँ संगीत की बहुत सी दुकानें हैं ।

 प्रश्न 32. इब्न बतूता ने देहली के विषय में क्या लिखा है ? 

उत्तर—(i)यह भारत का सबसे बड़ा शहर है ।

(ii) यह घनी जनसंख्या वाला शहर है ।

( iii ) इस शहर के 28 द्वार हैं । 

प्रश्न 33. इब्न बतूता ने भारतीय कृषि के बारे में क्या लिखा है ? 

उत्तर – ( i ) यहाँ की मिट्टी बहुत उपजाऊ थी ।

 ( ii ) यहाँ फ़सलों का उत्पादन बहुत होता था ।

 ( iiii ) यहाँ वर्ष में दो बार फ़सलें उगाना संभव था ।

 प्रश्न 34. इत्ता के अनुसार भारत की किन यस्तुओं की मध्य एवं दक्षिण - पूर्व एशिया के देशों में दक्षिण - पूर्व एशिया के देशों में बहुत माँग थी ।

 उत्तर- इब्न बतूता के अनुसार भारत के सूती वस्त्रों , महीन मलमल , रेशम , तरी तथा साटन की मध्य एवं दक्षिण पूर्व एशिया के देशों में बहुत मांग थी।

प्रश्न35. एवं दावा से आपको क्या अभिप्राय है ? 

उत्तर- ( i) उलुक घुड़सवार डाक व्यवस्था को कहा जाता था । ( 2 ) दावा पैदल डाक व्यवस्था को कहा जाता था ।  

प्रश्न 36 इब्न बता के अनुसार भारत में प्रचलित डाक प्रणाली के कौन - से दो मुख्य लाभ हुए है ।

 उत्तर – ( 1 ) इस कारण सुल्तान को साम्राज्य की तमाम महत्त्वपूर्ण सूचनाएँ अल्प समय में ही प्राप्त हो जाती थीं।

 ( ii ) इस कारण व्यापारी कम समय में ही अपना माल दूर के क्षेत्रों में भेज सके । 

प्रश्न 37.बर्निया कौन था ? उसके द्वारा रचित प्रसिद्ध ग्रंथ का नाम लिखें।

उत्तर –(i)फ्रांस्वा बनियर 17 वीं शताब्दी में भारत आने वाले विदेशी यात्रियों में सर्वाधिक प्रसिद्ध था । 

 ( ii) उसने ट्रैवल्स इन द मुग़ल एंपायर नामक प्रसिद्ध ग्रंथ की रचना की । 

प्रश्न 38. ट्रैक्ल्स इन द मुगल एंपायर पुस्तक किसने लिखी ?

  उत्तर—ट्रैवल्स इन द मुग़ल एंपायर नामक पुस्तक फ्रांस्वा बर्नियर ने लिखी ।

प्रश्न 39. फ्रांस्वा बनियर का जन्म कब और कहाँ हुआ ? 

उत्तर—फ्रांस्वा बर्नियर का जन्म 25 सितंबर , 1620 ई ० को फ्रांस के एक गाँव जोई में हुआ । 

प्रश्न40. फ्रांस्वा चर्नियर भारत कब आया था ? वह कब तक भारत में रहा ?

उत्तर—( 1 ) फ्रांस्वा बर्नियर 1656 ई ० में भारत आया था । 

 ( ii ) वह 1668 ई ० तक भारत में रहा । 

प्रश्न 41. फ्रांस्वा बर्निचर 1656 ई 0 में भारत को किस बंदरगाह पर पहुंचा था ? उस समय भारत में किस मुगल बादशाह का शासन था । 

उत्तर—( 1 ) फ्रांस्वा बर्नियर 1656 ई ० में भारत की सूरत बंदरगाह पर पहुंचा था । 

(ii) उस समय भारत में मुगल बादशाह शाहजहाँ का शासन था । प्रश्न 42.वनियर ने भारत के जिन शहरों की यात्रा की उनमें से किन्हीं चार के नाम बताएं । 

उत्तर—फ्रांस्वा बर्नियर ने भारत के जिन शहरों की यात्रा की उनमें से किन्हीं चार के नाम थे- ( i ) दिल्ली ( 4 ) कश्मीर ( iii ) आगरा एवं ( iv ) बंगाल । 

प्रश्न 43. फ्रांस्वा बनियर ने ट्रैवल्स इन द मुगल एंपायर का प्रकाशन कब किया ? इसे किस भाषा में लिखा गया था?

उत्तर—( 1 ) फ्रांस्वा बर्नियर ने ट्रैवल्स इन द मुगल एंपायर का प्रकाशन 1670 ई ० में किया ।

 ( ii ) इसे फ्रांसीसी भाषा में लिखा गया था । 

प्रश्न 44. ट्रैवल्स इन द मुगल एंपायर का प्रकाशन कब और कहाँ किया गया था ? इसे किस शासक समर्पित किया गया था ? 

उत्तर—( 1 ) ट्रैवल्स इन द मुग़ल एंपायर का प्रकाशन 1670 ई ० में फ्राँस में किया गया था । 

( ii ) इसे फ्राँस के शासक लुई चौदहवें को समर्पित किया गया था ।

प्रश्न 45.ट्रैवल्स इन द मुगल एपायर क्या है ? 

उत्तर—ट्रैवल्स इन द मुग़ल एंपायर की रचना फ्रांस्वा बनियर ने 1670 ई ० में की थी । इसे फ्रांसीसी भाषा में गया था । इसमें बनियर ने अपने भारत संबंधी भ्रमण पर महत्त्वपूर्ण प्रकाश डाला है ।

 प्रश्न 46. फ्रांस्वा अनिया द्वारा ट्रेवल्स इन द मुगल एंपायर को लिखने का उद्देश्य क्या था ? 

उत्तर ( 1 ) उसने भारत में जो कुछ देखा उसकी यूरोप एवं विशेष रूप से फ्रांस में व्याप्त स्थितियों मे तथा भिन्नता को उजागर करना ।

( ii ) यूरोप के नीति निर्माताओं को प्रभावित करना ताकि वे सही निर्णय ले सकें । 

प्रश्न 47.1670 ई ० से 1675 ई ० के मध्य ट्रेवल्स इन द मुग़ल एपायर का अनुवाद कि में किया गया था ? 

उत्तर- 1670 ई ० से 1675 ई ० के मध्य ट्रैवल्स इन द मुगल एंपायर का अनुवाद (i)अंग्रेज़ी(ii) डच( iii ) जर्मन एवं ( iv ) इतालवी भाषाओं में हुआ था ।

 प्रश्न 48 फांस्वा बनियर के अनुसार भारत में भूस्वामित्व की कोई दो विशेषताएं लिखिए । 

उत्तर—( 1 ) भारत में निजी भूस्वामित्व का अभाव था ।

(ii) मुग़ल साम्राज्य में बादशाह संपूर्ण भूमि का स्वामी होता था ।

प्रश्न 49. बलाहार से आपका क्या अभिप्राय है ?

 उत्तर— बलाहार से अभिप्राय भूमिविहीन श्रमिकों से है । 

प्रश्न 50. फ्रांस्वा बर्नियर द्वारा वर्णित किन्हीं चार प्रमुख शिल्पकारों के नाम बताएँ । 

उत्तर—(i) कसीदाकार( ii ) सुनार ( iii ) चित्रकार ( iv ) बढ़ई ।


3 अंकों के उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1. भारत आने वाले विदेशी यात्रियों के प्रमुख उद्देश्य क्या थे?

उत्तर- ( i ) कुछ यात्री भारत की अपार समृद्धि को सुनकर यहाँ काम की तलाश में आए थे ।

 ( ii ) कुछ यात्री उनके देश में आई प्राकृतिक आपदाओं से बचने के लिए भारत आए थे।

( ii ) कुछ यात्री भारत के साथ व्यापार करना चाहते थे।

( iv ) कुछ यात्री भारत मे अपने धर्म का प्रसार करना चाहते थे।

( v ) कुछ यात्री भारत की सभ्यता एवं संस्कृति  का अध्ययन करना चाहते थे।

 प्रश्न 2. अल - बिरूना कान थी ? 

उत्तर - अल - बिरूनी 11 वीं शताब्दी मध्य एशिया का सबसे महान विद्वान् था । उसका जन्म 4 सितंबर , 973 ई ० को उज्बेकिस्तान में स्थित ख्वारिज्म में हुआ था । वह महमूद गजनवी के साथ भारत आया था । वह हिंदू दर्शन से बहुत प्रभावित हुआ । उसने अपने प्रसिद्ध ग्रंथ किताब - उल - हिंद में भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति के संबंध में विस्तृत रकाश डाला है । इसे अरबी भाषा में लिखा गया था । इस ग्रंथ को मध्यकालीन भारतीय इतिहास का एक बहुमूल्य त माना जाता है । 

प्रश्न 3. किन कारणों के चलते गजनी में अल - बिरूनी की भारत में दिलचस्पी उत्पन्न हुई ?

उतर— ( i ) अल - बिरूनी ने गजनी में उपलब्ध भारत के प्रमुख ग्रंथों का अध्ययन किया था । 

(ii)अल - बिरुनी महमूद गजनवी द्वारा भारत से गजनी लाए गए विद्वानों के संपर्क में आया । 

(iii)पंजाब के गजनी साम्राज्य में सम्मिलित होने के पश्चात् आपसी तालमेल की भावना को प्रोत्साहन मिला था।

प्रश्न 4. किताब - उल - हिंद को लिखने में अल - बिरुनी को किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा ? 

उत्तर- ( i ) वह भारतीय प्रथाओं से परिचित नहीं था ।

 ( ii ) संस्कृत से अरबी में अनुवाद कर पाना सुगम नहीं था ।

 ( iii ) भारतीय लोग सहजता से अपने अनुभव किसी विदेशी यात्री को बाँटने को तैयार नहीं थे ।

प्रश्न 5. अल - बिरूनी ने भारतीय समाज को बेहतर ढंग से समझने के लिए कौन से पग उठाए ?

 उत्तर- ( i ) उसने ब्राह्मणों से मित्रता स्थापित की।

 ( ii ) उसने संस्कृत भाषा को सीखा । 

( iii )उसने भारतीय विद्वानों के साथ संपर्क स्थापित किया । 

प्रश्न 6. किताब - उल - हिंद क्या है ?

उत्तर- किताब - उल - हिंद की रचना 1031 ई ० में अल - बिरूनी ने की थी । इसे तारीख - उल - हिंद एवं तहकोक -लिल हिंद के नामों से भी जाना जाता है । इसे अरबी भाषा में लिखा गया था । इसमें 80 अध्याय थे । इसमें 11 वीं भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति पर बहुमूल्य प्रकाश डाला गया है । इसे 11 वीं शताब्दी भारतीय इतिहास का एक प्रमाणिक स्त्रोत माना जाता है ।

 प्रश्न 7. अल - विरुनी के अनुसार भारतीय समाज में प्रचलित जाति प्रथा की कोई तीन विशेषताएँ लिखिये।

उत्तर- ( 1 ) उस समय भारतीय समाज चार प्रमुख जातियों - ब्राह्मण , क्षत्रिय , वैश्य एवं शुद्रों में विभाजित था ।

 ( ii ) भारतीय अपनी जाति पर बहुत गर्व करते थे । वे विदेशियों से बहुत घृणा करते थे । 

(iii)भारतीय समाज में ब्राह्मणों को सर्वोच्च स्थान प्राप्त था ।

प्रश्न 8. अल - बिरूनी के अनुसार भारतीय समाज में शूद्रों को क्या स्थान प्राप्त था ? 

उत्तर- अल - बिरूनी के अनुसार भारतीय समाज में शुद्रा को सबसे निम्न स्थान प्राप्त था । उनका जन्म झा के चरणों से हुआ था । उन्हें किसी प्रकार का कोई सामाजिक एवं धार्मिक अधिकार नहीं दिया गया था । उन पर अनेक प्रकार से प्रतिबंध लगाए गए थे । उच्च जातिया के लोग उनके साथ बहुत अमानवीय व्यवहार करते थे । 

प्रश्न 9. अत्यज कौन थे ? 

उत्तर- अंत्यज वे लोग थे जो भारतीय समाज में प्रचलित चार प्रमुख जातियों में सम्मिलित नहीं थे । समाज में उनका दर्जा शूद्रों से भी निम्न था । इस जाति के लोगों से यह अपेक्षा की जाती थी कि वे किसानों एवं जमींदारों के लिए सस्ता श्रम उपलब्ध करें । यद्यपि वे अक्सर सामाजिक प्रताड़ना का शिकार होते थे । फिर भी उन्हें आर्थिक तंत्र में सम्मिलित किया जाता था । 

प्रश्न 10. मध्यकालीन समाज में स्त्रियों की दशा कैसी थी ? 

उत्तर- ( 1 ) मध्यकालीन समाज में स्त्रियों की दशा अच्छी न थी।

( ii ) उन्हें प्रत्येक प्रकार के अधिकारों से वंचित रखा गया था । 

( iii ) समाज में उनका दर्जा पुरुषों की जूती के बराबर समझा जाता था ।

 ( iv ) बाल विवाह , पर्दा प्रथा , सती प्रथा एवं देवदासी प्रथा के प्रचलन के कारण उनकी स्थिति अत्यन्त दयनीय हो गई थी ।

 ( v ) समाज में विधवा का बहुत अपमान किया जाता था । अतः अधिकाँश स्त्रियाँ सती हो जाना पसंद करतो थी । 

प्रश्न 11. मध्यकालीन समाज के वर्णाश्रम पर प्रकाश डालिए।

उत्तर- मध्यकालीन समाज में हिंदू प्राचीनकाल की तरह वर्णाश्रम में विश्वास रखते थे , मानव जीवन को 100 वर्षों का मानकर उसे चार आश्रमों में विभाजित किया गया था । प्रत्येक आश्रम को 25 वर्षों का माना जाता था । ये आश्रम थे ब्रह्मचर्य आश्रम , गृहस्थ आश्रम , वानप्रस्थ आश्रम तथा संन्यास आश्रम इन आश्रमों के अनुसार जीवन व्यतीत करना एक आदर्श समझा जाता था । 

प्रश्न 12. इब्न बतूता कौन था ?

 उत्तर- इब्न बतूता 14 वीं शताब्दी में मोरक्को से भारत आने वाला सर्वाधिक प्रसिद्ध यात्री था । वह सुल्तान मुहम्मद बिन तुगलक के दरबार में 1334 ई ० से 1347 ई ० तक काजी के पद पर रहा । उसने अरबी में रिहला नामक प्रसिद्ध ग्रंथ की रचना की । इसे उस काल के भारतीय इतिहास को जानने के लिए एक प्रमाणिक स्रोत माना जाता है । 

प्रश्न 13. इब्न बत्ता ने भारतीय शहरों की कौन - सी तीन विशेषताएं बताई है ? 

उत्तर—(1)भारतीय शहर घनी जनसंख्या वाले एवं समृद्ध होते थे ।( ii ) इन शहरों की सड़कों पर काफी भीड़ होती थी ।

 ( iii ) इन शहरों के बाजार चमक - दमक वाले तथा रंगीन होते थे 

प्रश्न 14. इब्न बतूता ने देहली शहर के बारे में क्या लिखा है ?

 उत्तर- ( i ) देहली भारत का सबसे बड़ा शहर है तथा यहाँ की जनसंख्या बहुत घनी है ।

 ( ii ) देहली शहर में प्रवेश के लिए 28 द्वार बनाए गए हैं । इनमें बदायूँ दरवाज़ा सबसे विशाल है ।

 ( iii ) शहर के चारों ओर एक विशाल दीवार बनाई गई है ।

 प्रश्न 15 इब्न बता द्वारा भारतीय बाजारों की बताई गई कोई तीन विशेषताएँ लिखें । 

उत्तर- ( i ) भारतीय बाजार सामाजिक एवं आर्थिक गतिविधियों के केंद्र थे ।

 ( ii ) कुछ तारों में नर्तकों , गीतकारों तथा गायकों के सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए स्थान सुरक्षित रखे गए थे ।

 ( iii ) अधिकांश बाजारों में एक मस्जिद एवं मंदिर अवश्य होता था ।

 प्रश्न 16. इब्न बतूता ने दौलताबाद के बारे में क्या लिखा है ?

 उत्तर- " दौलताबाद में पुरुष और महिला गायकों के लिए एक बाजार है जिसे ताराबाद कहते हैं । यह सबसे मालिक के आवास में खुलता है ...... दुकानों को कालीनों से सजाया गया है और दुकान विशाल और सुंदर बाजारों में से एक है । यहाँ बहुत - सी दुकानें हैं और प्रत्येक दुकान में एक ऐसा दरवाता है जो है । बाजार के मध्य में एक विशाल गुबद खड़ा है जिसमें कालीन विछाए गए हैं और सजाया गया है इसमें प्रत्येक पर गायिका बैठती है । वह सभी प्रकार की भव्य वस्तुओं से सजी होती है और उसकी सेविकाएं उसे झूला लाती गुरुवार सुबह की इबादत के बाद संगीतकारों के प्रमुख , अपने सेवकों और दासों के साथ स्थान ग्रहण करते हैं । "

 प्रश्न 17. इब्न बतूता के अनुसार भारतीय डाक प्रणाली किस प्रकार की थी ? 

उत्तर—इबन बतूता ने भारत में प्रचलित एक डाक प्रणाली को देखकर बहुत चकित हुआ इस प्रणाली के कारण सुल्तान अपने साम्राज्य की घटनाएं अल्प समय में ही प्राप्त कर सकता था इस बात का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि जहां शिव से दिल्ली तक की यात्रा में 50 दिन लगते थे वहीं गुप्त चरो द्वारा सुल्तान तक इस डाक प्रणाली द्वारा सभी खबरें केवल 5 दिनों में ही पहुंचाती थी इससे व्यापारियों को भी बहुत लाभ हुआ इस कारण उनके लिए कम समय में ही अपना माल भेजना संभव हुआ इस कारण वे दूर के क्षेत्र में भी पैसों का लेनदेन कर सकें।

 प्रश्न 18. इब्न बतूता ने दासों के बारे में क्या लिखा है ? 

उत्तर- ( i ) 453 सुल्तान मुहम्मद बिन तुग़लक इन दासों के माध्यम से अपने अमौरों की गतिविधियों एवं  साम्राज्य की अन्य महत्त्वपूर्ण घटनाओं की जानकारी प्राप्त करता था । 

(ii)अधिकाँश दासों को घरेलू श्रम के लिए लगाया जाता था । 

( iii ) कुछ दासियों को सुल्तान द्वारा मनोरंजन के लिए रखा जाता था । 

प्रश्न 19 , फ्रांस्वा बनियर कौन था ? 

उत्तर— 17 वीं शताब्दी में भारत आने वाले विदेशी यात्रियों में फ्रांस्वा बर्नियर का नाम सबसे उल्लेखनीय है । फ्रांस्वा बनियर फ्रांस का एक महान् चिकित्सक , राजनीतिज्ञ , दार्शनिक तथा एक इतिहासकार था । वह मुगल शासनकाल में 1656 ई ० से 1668 ई ० तक भारत रहा । उसके द्वारा 1670 ई ० में रचित ग्रंथ ट्रेवल्स इन द मुगल पायर बहुत प्रसिद्ध हुआ । इसमें उसने औरंगजेब के शासनकाल तथा उस समय भारत की सामाजिक एवं आर्थिक दशा पर काफी प्रकाश डाला है । इसका उद्देश्य भारत में हुए विकास की तुलना यूरोप एवं विशेष रूप से फ्रांस में हुए विकास की तुलना करना है । 

प्रश्न 20 , फ्रांस्वा बर्नियर के अनुसार भारतीय किसानों की स्थिति कैसी थी ?

 उत्तर —फ्रांस्वा बर्नियर ने भारत के कृषकों को शोचनीय दशा का वर्णन किया है । उसके अनुसार प्रांतीय सूबेदारों एवं अन्य अधिकारियों के क्रूर व्यवहार के कारण किसानों को घोर कष्टों का सामना करना पड़ता था । अपने लोभी स्वामियों की माँगों को पूरा करने में असमर्थ हो जाने पर उन्हें न केवल जीवन निर्वहन के साधनों से वंचित कर दिया जाता था अपितु अपने बच्चों से भी हाथ धोना पड़ता था । इन बच्चों को दास बना लिया जाता था । किसान किसी के सामने फरियाद नहीं कर सकते थे । अतः अनेक किसान बाध्य होकर खेती का कार्य छोड़ एवं दर - दर की ठोकरें खाने के लिए बाध्य हो जाते थे ।

प्रश्न 21. फ्रांस्वा बर्नियर के अनुसार भारत में भूस्वामित्व की कोई तीन विशेषताएँ लिखिए । 

उत्तर- ( i ) भारत में निजी भूस्वामित्व का अभाव था ।

 ( 2) मुगल साम्राज्य में बादशाह संपूर्ण भूमि का स्वामी होता था । (3)भू - धारक अपने बच्चों को भूमि नहीं दे सकते थे । 

प्रश्न 22. फ्रांस्वा बर्नियर के अनुसार भारत में निजी भूस्वामित्व के अभाव के क्या परिणाम निकले ?

 उत्तर- ( i ) इसके चलते कृषि को गहरा आघात लगा ।

( ii ) किसान असीम उत्पीड़न का शिकार हुए ।

 ( iii ) इसने समाज के सभी वर्गों के जीवन में पतन की स्थिति उत्पन्न कर दी ।

प्रश्न 23. फ्रांस्वा बर के मलों के राजकीय कारखानों पर क्या प्रकाश डाला है ? 

 उत्तर- फ्रांस्वा बर्नियर ने मुगलों के राजकीय कारखानों की कार्य प्रणाली पर विस्तृत प्रकाश डाला है । वह कारखानों को शिल्पकारों की कार्यशाला कहता है । इन कारखानों में कई विशाल हाल होते थे । प्रत्येक हाल में अलग शिल्पकार अपने मुखिया के नियंत्रण में कार्य करते हैं । यहाँ वे पूरा दिन कार्यरत रहते हैं । वे अपने को बढ़ाने अथवा उनको गुणवत्ता को बढ़ाने के इच्छुक नहीं थे । इसका कारण यह था कि राज्य द्वारा मुनाफा अधिग्रहण कर लिया जाता था ।

 प्रश्न 24 बनियर ने सती प्रथा के बारे में क्या लिखा था ? 

 उत्तर- फ्रांस्वा बनियर ने भारत में प्रचलित सती प्रथा का विस्तृत वर्णन किया है । उसने इस प्रथा को एक पति की चिंता के साथ जीवित जला दिया जाता था । जिस स्त्री को सता करना होता था उसे स्नान करवाकर अमानवीय प्रथा बताया । इस प्रथा के अनुसार यदि किसी दुर्भाग्यशाली स्त्री के पति की मृत्यु हो जाता था तो उसे कपड़े एवं आभूषण पहनाए जाते थे । फिर उसे सतो वाले स्थान पर एक जुलूस के रूप में ले जाया जाता था । वह स्त्री अग्नि देवी की उपासना करती थी । फिर वह चिता में जल जाती थी । क्योंकि विधवा का जीवन नरक होता था इसलिए अधिकाँश स्त्रियाँ स्वयं ही सती हो जाना पसंद करती थी । इंकार करने वाली स्त्रियों के हाथ पाँव बाँध दिए जाते थे एवं उसे जबरन जलती चिता में फेंक दिया जाता था ।

प्रश्न 25. फ्रांस्वा बर्नियर मुगलकालीन शहरों को शिविर नगर क्यों कहता है ? 

उत्तर - फ्रांस्वा बर्नियर मुगलकालीन शहरों को शिविर नगर इसलिए कहता है क्योंकि ये नगर अपने अस्तित राजकीय शिविर पर निर्भर थे । वास्तव में यह नगर राजकीय दरबार के आगमन के साथ अस्तित्व में थे । इस दरबार के किसी अन्य स्थान पर चले जाने के पश्चात् शीघ्र लोप हो जाते थे । इसका कारण यह था कि इनकी सामाजिक एवं आर्थिक नींव व्यावहारिक नहीं होती थी तथा वे राजकीय प्रश्रय पर आश्रित रहते थे ।

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