Class 12th History Chapter - 13 महात्मा गांधी और राष्ट्रीय आंदोलन (Mahatma Gandhi and the National Movement) Short and Long Question Answer NCERT CBSE

Chapter - 13

महात्मा गांधी और राष्ट्रीय आंदोलन (Mahatma Gandhi and the National Movement


 2 अंकों के प्रश्नों के उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1. गाँधी जी का अहिंसा से क्या भाव है ?
उत्तर- गाँधी जी के अनुसार अहिंसा का पालन करने वाला व्यक्ति तलवार की शक्ति रखता हुआ भी कभी तलवार नहीं उठाता । किसी को भी मन , कर्म और वाणी से हानि नहीं पहुंचाना चाहता । गाँधी जी की दृष्टि में अहिंसा कायरों और कमज़ोरों का अस्त्र नहीं है । केवल बहादुर लोग ही इसका उपयोग कर सकते हैं ।

प्रश्न 2. गाँधी जी का सत्याग्रह से क्या भाव है ?
उत्तर—गाँधी जी का सत्याग्रह से अभिप्राय है सत्य से चिपटे रहना इसे वह आत्मा की शक्ति या प्रेम शक्ति मानते थे । एक आदर्श सत्याग्रहो हर उस चीज के सामने झुकने से इंकार करता है जो उसकी दृष्टि में गलत होती है । वह सारी उत्तेजनाओं के बीच शांत रहता । वह बुराई का विरोध करता है लेकिन बुरे से प्रेम करता है ।

प्रश्न 3. महात्मा गाँधी का जन्म कब हुआ ? उनके पिता जी का नाम क्या था ?
उत्तर – ( i ) महात्मा गाँधी का जन्म 2 अक्टूबर , 1869 ई ० को हुआ ।
( ii ) उनके पिता जी का नाम श्री कर्मचंद गाँधी था ।

प्रश्न 4. महात्मा गाँधी दक्षिण अफ्रीका कब गए तथा वह वहाँ कब तक रहे ?
उत्तर- ( i ) महात्मा गाँधी दक्षिण अफ्रीका 1893 ई ० में गए ।
( ii ) वह वहाँ 1915 ई ० तक रहे ।

प्रश्न 5. महात्मा गाँधी की दक्षिण अफ्रीका की यात्रा के कोई दो महत्त्व बताएँ ।
उत्तर —( i ) महात्मा गाँधी ने दक्षिण अफ्रीका में प्रथम बार सत्याग्रह का सफलतापूर्वक प्रयोग किया ।
( ii ) महात्मा गाँधी ने विभिन्न धर्मों के लोगों में आपसी प्यार को प्रोत्साहित किया ।

प्रश्न 6. 1915 ई ० में जब महात्मा गांधी भारत आए तो उस समय का भारत 1893 ई ० की अपेक्षा किस प्रकार भिन्न था ?
उत्तर- ( 1 ) भारत के अधिकाँश शहरों एवं कस्बों में कांग्रेस की शाखाएँ स्थापित हो चुकी थीं ।
(ii) बाल , लाल एवं पाल ने लोगों में एक नयी राष्ट्रीय चेतना उत्पन्न कर दी थी ।
(iii) 1905-07 ई ० के स्वदेशी आंदोलन ने भारतीय राष्ट्रवाद को एक नई दिशा प्रदान की थी ।

प्रश्न 7. महात्मा गांधी की भारत में प्रथम सार्वजनिक उपस्थिति कब और कहाँ हुई थी ?
उत्तर—महात्मा गाँधी की भारत में प्रथम सार्वजनिक उपस्थिति 1916 ई ० में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में हुई थी।

प्रश्न 8. साबरमती आश्रम की स्थापना कब , कहां तथा किसने की ?
उत्तर- महात्मा गाँधी ने साबरमती आश्रम की स्थापना अहमदाबाद में 1916 ई ० में की ।

प्रश्न 9. महात्मा गांधी का राजनीतिक गुरु कौन था ?
उत्तर—महात्मा गाँधी का राजनीतिक गुरु गोपाल कृष्ण गोखले था ।

प्रश्न 10. महात्मा गाँधी ने भारत में अपना प्रथम सत्याग्रह कब तथा कहाँ से शुरू किया ?
उत्तर—महात्मा गाँधी ने भारत में अपना प्रथम सत्याग्रह 1917 ई ० में चंपारन ( बिहार ) से किया ।

प्रश्न 11. महात्मा गाँधी ने चंपारन सत्याग्रह कब चलाया ? इसका क्या महत्त्व था ?
उत्तर – ( i ) महात्मा गाँधी ने चंपारन सत्याग्रह 1917 ई ० में चलाया ।
( ii ) इसके परिणामस्वरूप चंपारन के किसानों के कष्टों को दूर किया जा सका ।

प्रश्न 12. रॉलेट एक्ट पास करने का प्रमुख कारण क्या था ? नियंत्रण पाना चाहती थी ।
उत्तर — रॉलेट एक्ट पास करने का प्रमुख कारण यह था कि ब्रिटिश सरकार भारत की विस्फोटक स्थिति पर नियंत्रण पाना चाहती थी।

प्रश्न 13. रॉलेट एक्ट क्या था ? 
उत्तर- रालट एक्ट 18 मार्च , 1919 ई ० को पारित किया गया था । इस एक्ट के अधीन सरकार किसी भी व्यक्ति थी । उन्हें दलाल , अपील तथा वकील का कोई अधिकार न था । अतः इसे काला बिल कहा गया ।

प्रश्न 14. भारतीयों ने रॉलेट एक्ट का विरोध क्यों किया ?
उत्तर—भारतीयों ने रॉलेट एक्ट का विरोध इसलिए किया क्योंकि इसके अधीन दलील , वकील एवं अपील का कोई मताधिकार नहीं था।

प्रश्न 15. जलियावाला बाग हत्याकांड कब तथा कहाँ हुआ ?
उत्तर- जलियांवाला बाग हत्याकांड 13 अप्रैल , 1919 ई ० को अमृतसर में हुआ था ।

प्रश्न 16. जलियांवाला बाग़ की दुर्घटना कब हुई ?
उत्तर – जलियाँवाला बाग़ को दुर्घटना 13 अप्रैल , 1919 ई ० को हुई ।

प्रश्न 17. जलियांवाला बाग हत्याकांड कब , कहाँ और किसके आदेश से हुआ था ?
उत्तर- जलियाँवाला बाग़ हत्याकांड 13 अप्रैल , 1919 ई ० को अमृतसर में जनरल डायर के आदेश से हुआ था ।

प्रश्न 18. जलियांवाला बाग हत्याकांड के भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन पर कोई दो प्रभाव बताएं।
उत्तर- ( i ) इसने भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन को एक नया प्रोत्साहन एवं दिशा प्रदान की ।
( ii ) महात्मा गाँधी जैसे नेता भी अंग्रेजी शासन के विरोधी हो गए ।

प्रश्न 19. हंटर कमीशन क्या किया था ।
उत्तर – ब्रिटिश सरकार ने 1919 ई ० में जलियाँवाला बाग़ हत्याकांड की जाँच के लिए हटर कमीशन नियुक्त किया था।

प्रश्न 20. 1919 के अधिनियम की कोई दो प्रमुख धाराएँ लिखें ।
उत्तर—(i)केंद्रीय लेजिस्लेटिव कौंसिल के दो सदन बना दिए गए । इनके नाम थे लेजिस्लेटिव असेंबली तथा कौंसिल ऑफ़ स्टेट ।
(ii)प्राँतों में दोहरी शासन प्रणाली लागू की गई । अतः प्राँतीय विषयों को दो भागों- आरक्षित तथा हस्तांतरित में बाँटा गया ।

प्रश्न 21. ख़िलाफ़त आंदोलन के कोई दो उद्देश्य लिखिए ।
उत्तर- ( i ) खलीफ़ा की पुनर्स्थापना करना ।
( ii ) जज़ीरात - उल - अरब को इस्लामी प्रभुसत्ता के अधीन रखना ।

प्रश्न 22. खिलाफत आंदोलन से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर– खिलाफत आंदोलन 1919 ई ० में भारतीय मुसलमानों ने खलीफ़ा के प्रश्न पर शौकत अली तथा मुहम्मद अली के नेतृत्व में आरंभ किया था । महात्मा गांधी ने खिलाफत आंदोलन का पूर्ण समर्थन किया । इससे हिंदू - मुस्लिम एकता की इल मिला । मार्च , 1924 ई ० में खलीफ़ा के पद को समाप्त कर दिया गया । अतः खिलाफत आंदोलन भी समाप्त हो गया ।
प्रश्न 23. खिलाफत आंदोलन के कोई दो नेताओं के नाम बताएं । 

उत्तर – खिलाफ़त आंदोलन के दो नेताओं के नाम मुहम्मद अली एवं शौकत अली थे ।

प्रश्न 24. असहयोग आंदोलन कब और किसने शुरू किया ?
उत्तर- असहयोग आंदोलन को 1920 ई ० में महात्मा गाँधी ने शुरू किया ।

प्रश्न 25. असहयोग आंदोलन कब और क्यों शुरू हुआ?
उत्तर—असहयोग आंदोलन 1920 ई ० में महात्मा गांधी के नेतृत्व में आरंभ किया गया था । इसे इसलिए आरंभ या गया था क्योंकि 1919 ई ० के पास किए गए एक्ट द्वारा भारतीयों को कोई विशेष सुविधाएँ न दी गई थीं । 1919 ई ० के राइट एक्ट एवं जलियांवाला बाग हत्याकांड में भारतीयों में ब्रिटिश शासन के विरुद्ध आक्रोश उत्पन्न कर दिया था इनके अतिरिक्त महात्मा गांधी खिलाफत प्रश्न का समाधान चाहते थे।

प्रश्न 26. असहयोग आंदोलन के कोई दो मुख्य कार्यक्रम बताएँ ।
उत्तर- ( i ) सरकारी नौकरियों का त्याग किया जाए ।
( ii ) सरकारी न्यायालयों का बहिष्कार किया जाए ।

प्रश्न 27. किन्हीं चार व्यक्तियों के नाम बताएं जिन्होंने असहयोग आंदोलन के दौरान अपनी वकालत छोड़ दी थी ?
उत्तर- ( i ) मोतीलाल नेहरू ( ii ) डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ( iii ) सी ० आर ० दास ( iv ) लाला लाजपत राय ।

प्रश्न 28. महात्मा गाँधी ने कब और क्यों असहयोग आंदोलन को वापस ले लिया था ?
उत्तर- महात्मा गाँधी ने 12 फरवरी , 1922 ई ० को चौरी - चौरा की घटना के कारण असहयोग आंदोलन को वापस ले लिया था ।

प्रश्न 29 , चौरी - चौरा की घटना के बारे में आप क्या जानते हैं ?
उत्तर- 5 फरवरी , 1922 ई ० को उत्तर प्रदेश के एक गाँव चौरी - चौरा में प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस थाने पर आक्रमण कर उसे जला दिया । इस अग्निकांड में 22 पुलिस कर्मचारियों की मृत्यु हो गई । इस हिंसक घटना के कारण महात्मा गाँधी ने 12 फरवरी को असहयोग आंदोलन को स्थगित कर दिया ।

प्रश्न 30. गाँधी जी द्वारा असहयोग आंदोलन को अचानक स्थगित करने के दो परिणाम लिखो ।
उत्तर- ( i ) युवा राष्ट्रवादियों ने महात्मा गाँधी के निर्णय की कटु आलोचना की ।
( ii ) अंग्रेजी सरकार ने स्थिति का लाभ उठाते हुए महात्मा गाँधी को गिरफ्तार कर लिया ।

प्रश्न 31. असहयोग आंदोलन के कोई दो महत्त्व बताएँ ।
उत्तर- ( i ) इस आंदोलन में जनसाधारण ने बढ़ - चढ़ कर भाग लिया ।
( ii ) इस आंदोलन के कारण हिंदू - मुस्लिम एकता को बल मिला ।

प्रश्न 32. चरखे को राष्ट्रवाद का प्रतीक क्यों चुना गया ?
उत्तर- चरखे को राष्ट्रवाद का प्रतीक इसलिए चुना गया क्योंकि चरखा गाँधी जी को प्रिय था । गाँधी जी मानते थे कि आधुनिक युग में मशीनों ने मानव को गुलाम बनाकर श्रमिकों के हाथों से काम और रोजगार छीन लिया है । उनका कथन था कि चरखा ग़रीबों को स्वावलंबी बनाने , उन्हें ग़रीबी एवं बेरोजगारी से छुटकारा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा ।

प्रश्न 33. महात्मा गाँधी ने भारतीय राष्ट्रवाद के विकास के लिए क्या किया ?
उत्तर – ( i ) महात्मा गाँधी ने बड़ी संख्या में श्रमिकों , किसानों एवं कारीगरों को इसमें सम्मिलित किया ।
( ii ) उन्होंने मातृभाषा को प्रोत्साहित किया ।
( iii ) उन्होंने कांग्रेस की शाखाएँ सुदूर क्षेत्रों में भी स्थापित कीं ।

प्रश्न 34. महात्मा गाँधी के किन्हीं चार प्रसिद्ध सहयोगियों के नाम लिखें जो उनके साथ 1917 ई ० से 1922 ई ० के समय दौरान जुड़े ।
उत्तर - ( i ) जवाहरलाल नेहरू ( ii) सुभाष चंद्र बोस ( iii ) अबुल कलाम आज़ाद ( iv ) महादेव देसाई ।

प्रश्न 35. महात्मा गांधी ने किन समाज सुधारों पर बल दिया ?

उत्तर- ( i ) वह छुआछूत के घोर विरोधी थे ।

( ii ) उन्होंने बाल विवाह की कटु आलोचना की ।
( iii ) वह स्त्रियों को पुरुषों के समान अधिकार देने के पक्ष में थे ।

प्रश्न 36. शाहिद अमीन की प्रसिद्ध पुस्तक का नाम बताए । इसका मुख्य विषय क्या था ?
उत्तर- ( i ) शाहिद अमीन की प्रसिद्ध पुस्तक का नाम गाँधी एज महात्मा था।
( ii ) इसका मुख्य विषय गाँधी जी की चमत्कारी शक्तियों का वर्णन करना था ।

प्रश्न 37. स्वराज्य पार्टी की स्थापना कब तथा किसने की थी?

उत्तर- स्वराज्य पार्टी की स्थापना 31 दिसंबर , 1922 ई ० को चितरंजन दास तथा मोतीलाल नेहरू ने की थी ।

प्रश्न 38. स्वराज्य पार्टी के किन्हीं दो नेताओं के नाम लिखें।
उत्तर- स्वराज्य पार्टी के दो नेताओं के नाम चितरंजन दास एवं मोतीलाल नेहरू थे ।

प्रश्न 39. स्वराज्य पार्टी का मुख्य उद्देश्य क्या था ?
उत्तर- स्वराज्य पाटी का मुख्य उद्देश्य विधान मंडलों में प्रवेश करके सरकारी नीतियों का विरोध करना था । ऐसा करके वह भारतीयों में एक नई राजनीतिक जागृति लाना चाहते थे ।

प्रश्न 40. स्वराज्यवादी दल की कोई दो मुख्य उपलब्धियाँ बताएँ ।
उत्तर- ( i ) 1922 ई ० में असहयोग आंदोलन को वापस ले लिए जाने के कारण भारतीयों में घोर निराशा फैली हुई थी । ऐसे समय में स्वराज्य पार्टी ने अपनी कार्यवाहियों के द्वारा देशवासियों में पुनः उत्साह उत्पन्न किया ।
( ii ) इस पार्टी ने सरकार की नीतियों की निरंतर आलोचना जारी रखकर उसको अनुचित कार्य करने से रोका ।

प्रश्न 41. साईमन कमीशन कब और क्यों नियुक्त किया गया ? इसका अध्यक्ष कौन था ?
उत्तर—(i)साईमन कमीशन 1927 ई ० में 1919 ई ० के सुधार एक्ट की समीक्षा करने के लिए नियुक्त किया था।
( ii ) इसका अध्यक्ष सर जॉन साईमन था ।

प्रश्न 42. साईमन कमीशन का भारतीयों ने विरोध क्यों किया ?.
उत्तर - साइमन कमीशन 1928 ई ० में भारत आया । इस कमीशन के सभी 7 सदस्य अंग्रेज थे क्योंकि इस मीशन का एक भी सदस्य भारतीय नहीं था इसलिए इस कमीशन की नियुक्ति से भारतीय जनता को बड़ा गहरा का लगा । उन्हें लगा कि ब्रिटिश सरकार ने जान - बूझ कर उनके आत्म - सम्मान को चोट पहुॅचाई है । इस कारण सारे देश में विरोध की लहर फैल गई ।

प्रश्न 43. साइमन कमीशन की कोई दो सिफारिशे बताए ।
उत्तर—( 1 ) भारत में एक संघ की स्थापना की जाए ।
( ii ) प्रांतों में दोहरा शासन प्रबंध समाप्त किया जाए ।

प्रश्न 44. नेहरू रिपोर्ट कब प्रकाशित हुई ? इसे किसने तैयार किया ?
उत्तर—( i ) नेहरू रिपोर्ट 1928 ई ० में प्रकाशित हुई ।
( ii ) इसे मोतीलाल नेहरू ने तैयार किया ।

प्रश्न 45. नेहरू रिपोर्ट की कोई दो मुख्य सिफारिशें बताए ।
उत्तर- ( i ) भारत को पूर्ण औपनिवेशिक राज्य का दर्जा दिया जाए ।
( ii ) केंद्र एवं प्राँतों में जिम्मेदार सरकार की स्थापना की जाए ।

प्रश्न 46. 1929 ई ० का कांग्रेस अधिवेशन कहाँ आयोजित किया गया ? इसका अध्यक्ष कौन था।
उत्तर- ( i ) 1929 ई ० में कांग्रेस अधिवेशन लाहौर में आयोजित किया गया ।
( ii ) इसका अध्यक्ष जवाहरलाल नेहरू था ।

प्रश्न 47. पूर्ण स्वराज्य का प्रस्ताव कब और कहाँ पारित किया गया ?
उत्तर- पूर्ण स्वराज्य का प्रस्ताव 31 दिसंबर , 1929 ई ० को लाहौर में पारित किया गया ।

प्रश्न 48. 1929 ई ० के लाहौर के भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अधिवेशन का भारत के स्वतंत्रता संग्राम में क्या महत्त्व है?
उत्तर —इस अधिवेशन में पूर्ण स्वराज्य का प्रस्ताव पारित किया गया था ।

प्रश्न 49. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 1929 के अधिवेशन में कौन सा ऐतिहासिक प्रस्ताव पारित किया गया था ? इस अधिवेशन के स्थान तथा अध्यक्ष का नाम बताएँ ।
उत्तर- ( i ) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 1929 के अधिवेशन में पूर्ण स्वराज्य का प्रस्ताव पारित किया गया था ।
( ii ) यह अधिवेशन लाहौर में हुआ तथा इसके अध्यक्ष जवाहरलाल नेहरू थे ।

प्रश्न 50. भारत में प्रथम स्वतंत्रता दिवस कब मनाया गया ?
उत्तर— भारत में प्रथम स्वतंत्रता दिवस 26 जनवरी , 1930 ई ० को मनाया गया ।

प्रश्न 51. सविनय अवज्ञा आंदोलन क्यों आरंभ हुआ ?
उत्तर- ( i ) 1928 ई ० में भारत आया साईमन कमीशन भारतीयों को संतुष्ट करने में विफल रहा ।
(ii)कांग्रेस ने 1929 ई ० में लाहौर में पूर्ण स्वराज्य का प्रस्ताव पारित किया ।

प्रश्न 52. दाँडी मार्च पर टिप्पणी लिखिए ।
उत्तर – महात्मा गाँधी ने सविनय अवज्ञा आंदोलन का आरंभ गुजरात से 380 किलोमीटर की दू दाँडी नाम के गाँव से जो समुद्र के किनारे पर स्थित था नमक कानून का उल्लंघन करके करने का निर्णय किया । चल पड़े । यह यात्रा इतिहास में ' दाँडी यात्रा ' के नाम से प्रसिद्ध है । वह 12 मार्च , 1930 ई ० को साबरमती आश्रम ( गुजरात ) से अपने साथ 78 अन्य साथियों को लेकर दाँडी की तरफ चल पड़े। यह यात्रा इतिहास में दांडी यात्रा के नाम से प्रसिद्ध है।

प्रश्न 53. नमक कानून स्वतंत्रता संघर्ष का महत्त्वपूर्ण मुद्दा क्यों बन गया था ?
उत्तर- नमक का प्रयोग प्रत्येक घर में किया जाता था । लोगों को ऊँची कीमतों पर दुकानों से नमक खरीदने पर बाध्य किया जाता था । वास्तव में नमक के उत्पादन एवं बिक्री पर राज्य का एकाधिकार था । इस कारण लोगों में सरकार के विरुद्ध बहुत राष था । अतः महात्मा गांधी ने नमक कानून की स्वतंत्रता संघर्ष का महत्त्वपूर्ण मुद्दा बनाया ।

प्रश्न 54. प्रथम और द्वितीय गोलमेज़ कांफ्रेंस की तिथियाँ बताइए
उत्तर—प्रथम गोलमेज कांफ्रेंस 12 नवंबर , 1930 ई ० को तथा द्वितीय गोलमेज कॉफ्रेंस 7 सितंबर , 1931 ई ० को आयोजित हुए।

प्रश्न 55. प्रथम गोलमेज सम्मेलन कब और कहाँ आयोजित हुआ ? 

उत्तर- प्रथम गोलमेज सम्मेलन 12 नवंबर , 1930 ई ० को लंदन में आयोजित हुआ ।

प्रश्न 56. प्रथम गोलमेज सम्मेलन कब आयोजित हुआ ? इस सम्मेलन की अध्यक्षता किसने की ?
उत्तर- ( i) प्रथम गोलमेज सम्मेलन 12 नवंबर , 1930 ई ० को हुआ ।
( ii ) इस सम्मेलन की अध्यक्षता इंग्लैंड के प्रधानमंत्री रेम्जे मैकडोनल्ड ने की ।

प्रश्न 57. प्रथम गोलमेज सम्मेलन की असफलता का प्रमुख  कारण क्या था ?
उत्तर—प्रथम गोलमेज सम्मेलन की असफलता का प्रमुख कारण यह था कि इसमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस सम्मिलित नहीं हुई थी ।

प्रश्न 58. गाँधी इर्विन समझौता कब हुआ ?
उत्तर – गाँधी - इर्विन समझौता 5 मार्च , 1931 ई ० को हुआ ।

प्रश्न 59. गाँधी इर्विन समझौते की कोई दो शर्तें बताएँ ।
उत्तर- ( i ) अंग्रेजी सरकार उन आंदोलनकारियों को मुक्त कर देगी जिन्होंने हिंसा में भाग नहीं लिया था ।
( ii ) वह आंदोलनकारियों की जब्त की गई संपत्ति को वापस कर देगी ।

प्रश्न 60. द्वितीय गोलमेज आंदोलन कब और कहाँ आयोजित हुआ ?
उत्तर– द्वितीय गोलमेज सम्मेलन 7 सितंबर , 1931 ई ० को लंदन में आयोजित हुआ ।

प्रश्न 61. महात्मा गाँधी किस गोलमेज सम्मेलन में सम्मिलित हुए ? यह सम्मेलन कहाँ हुआ था ?
उत्तर- ( i ) महात्मा गाँधी दूसरे गोलमेज सम्मेलन में सम्मिलित हुए थे ।
( ii ) यह सम्मेलन लंदन में आयोजित हुआ था ।

प्रश्न 62. सांप्रदायिक पंचाट ' पर टिप्पणी लिखिए ।
उत्तर- सांप्रदायिक पंचाट की घोषणा 16 अगस्त , 1932 ई ० को इंग्लैंड के प्रधानमंत्री रेम्जे मैकडोनल्ड ने को थी । इसके अनुसार प्रांतीय विधानमंडलों में भिन्न - भिन्न जातियों और वर्गों के लिए सीटें आरक्षित कर दी गईं ।

प्रश्न 63. पूना समझौता कब तथा किसके मध्य हुआ?
उत्तर- ( i ) पूना समझौता 26 सितंबर , 1932 ई ० को महात्मा गाँधी एवं डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के मध्य हुआ ।
( ii ) इस समझौते के अनुसार दमितों के लिए आरक्षित रखे गए स्थानों का चुनाव संयुक्त चुनाव प्रणाली द्वारा करने का निर्णय किया गया ।

प्रश्न 64. सविनय अवज्ञा आंदोलन के महत्व के बारे में आप क्या जानते हैं ?
उत्तर ( i ) इस आंदोलन के कारण भारतीयों में राष्ट्रीय भावना का बहुत तीव्रता से प्रसार हुआ ।
(ii) स्त्रियों ने भी आंदोलन में बढ़ - चढ़ कर भाग लिया ।
(iii)भारतीयों ने अंग्रेजी शासन का अंत करने का प्रण लिया ।

प्रश्न 65. तृतीय गोलमेज सम्मेलन कब और कहाँ आयोजित हुआ ? इसमें किस एक्ट की रूपरेखा तैयार की गई।
उत्तर- ( i ) तृतीय गोलमेज सम्मेलन 17 नवंबर , 1932 ई ० को लंदन में आयोजित हुआ ।
( ii ) इसमें 1935 ई ० के एक्ट की रूपरेखा तैयार की गई ।

प्रश्न 66. 1935 ई ० के भारत सरकार अधिनियम की मुख्य विशेषताएं क्या था ?
उत्तर- ( i ) इस अधिनियम द्वारा ब्रिटिश संसद् की सर्वोच्चता स्थापित की गई ।
( ii ) इसके द्वारा भारत में अखिल भारतीय संघ स्थापित करने की व्यवस्था की गई ।
( iiii ) इसके अधीन केंद्र में द्वैध शासन प्रणाली लागू की गई ।
( iv ) इसके अधीन प्राँतों में स्वःशासन की स्थापना की गई ।

प्रश्न 67. प्रांतीय स्वःशासन से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर- 1935 ई ० के भारत सरकार अधिनियम को एक प्रमुख विशेषता यह थी कि इसने प्राँतों में स्व : शासन की स्थापना की । इससे 1919 ई ० के अनुसार प्राँतों में स्थापित की गई द्वैध शासन प्रणाली को समाप्त कर दिया गया । प्राँतों के सभी विषयों को अब मंत्रियों के अधीन कर दिया गया । मंत्रिमंडल को अपने कार्यों के लिए विधानमंडल के प्रति उत्तरदायी ठहराया गया । इस प्रकार प्राँतों में रूप में उत्तरदायी शासन स्थापित करने की व्यवस्था की गई ।

प्रश्न 68. द्वितीय विश्व युद्ध कब आरंभ हुआ ? यह कब तक चला ?
उत्तर- ( i ) द्वितीय विश्व युद्ध 1939 ई ० में आरंभ हुआ ।
( ii ) यह 1945 ई ० तक चला ।

प्रश्न 69. मुस्लिम लीग ने स्वतंत्र पाकिस्तान का प्रस्ताव कब तथा कहाँ पारित किया था ?
उत्तर—मुस्लिम लीग ने स्वतंत्र पाकिस्तान का प्रस्ताव 23 मार्च , 1940 ई ० को लाहौर में पारित किया था ।

प्रश्न 70 क्रिप्स मिशन के कोई दो सुझाव बताएँ ।
उत्तर – ( i ) युद्ध के पश्चात् भारत को डोमीनियन स्टेट्स दिया जायेगा । भारत को आंतरिक और बाह्य मामलों में संपूर्ण स्वतंत्रता होगी और उसको अपनी इच्छानुसार ब्रिटिश राष्ट्रमंडल से पृथक् होने का अधिकार होगा ।
( ii ) युद्ध के पश्चात् , भारत का नया संविधान बनाने के लिए एक संविधान सभा बनाई जायेगी । इसमें भारतीय रियासतों को भी अपने प्रतिनिधि भेजने का अधिकार होगा ।

प्रश्न 71. क्रिप्स मिशन की असफलता के कोई दो कारण बताएँ । 

उत्तर – ( i ) क्रिप्स सुझावों के माध्यम से ब्रिटिश सरकार ने भारतीयों को वर्तमान समय में कुछ न दिया और तैयार नहीं थे । भविष्य में कुछ अधिकार दिये जाने का वचन दिया । भारतीय अंग्रेजों के इस धोखे में आने को तैयार नहीं थे।
( ii ) कांग्रेस ने इन सुझावों को इसलिए रद्द कर दिया क्योंकि वे अंग्रेजों के द्वारा भारतीयों को डोमीनियन स्टेट्स दिए जाने से प्रसन्न नहीं थे । वे तो पूर्ण स्वतंत्रता की माँग कर रहे थे ।

प्रश्न 72. भारत छोड़ो आंदोलन कब और क्यों शुरू हुआ ?
उत्तर – भारत छोड़ो आंदोलन 8 अगस्त , 1942 ई ० को महात्मा गाँधी ने शुरू किया । भारत पर जापान के आक्रमण के भय , क्रिप्स मिशन की असफलता , जनसाधारण में ब्रिटिश शासन के प्रति बढ़ता हुआ रोष तथा गाँधी जी के व्यवहार में उनके प्रति परिवर्तन के कारणों से भारत छोड़ो आंदोलन शुरू किया गया ।

प्रश्न 73. करो या मरो का नारा किसने दिया था और क्यों ?
उत्तर- ( i ) करो या मरो का नारा महात्मा गांधी ने दिया था ।
( ii ) यह नारा इसलिए दिया गया था ताकि भारतीयों को अंग्रेजी शासन का अंत करने के लिए प्रेरित किया जा सके ।

प्रश्न 74. भारत छोड़ो आंदोलन की असफलता के कोई दो कारण बताएँ ।
उत्तर- ( i) सरकार ने भारत छोड़ो आंदोलन आरंभ होने से पूर्व ही कांग्रेस के नेताओं को गिरफ्तार कर लिया ।इसलिए जनता को उचित नेतृत्व प्राप्त नहीं हो सका ।
( ii) असंगठित तथा निहत्थी जनता शक्तिशाली ब्रिटिश साम्राज्य से टक्कर नहीं ले सकती थी ।

प्रश्न 75. भारत छोड़ो आंदोलन के कोई दो प्रभाव लिखें ।
उत्तर- ( i ) इस आंदोलन ने भारतीयों में नवप्राण फूंके ।
( ii ) इस आंदोलन ने अंग्रेज़ों को यह स्पष्ट कर दिया कि भारत में अब उनका शासन अंतिम चरण में है ।

प्रश्न 76. शिमला कांफ्रेंस पर टिप्पणी लिखिए ।
उत्तर – शिमला कांफ्रेंस का आयोजन 25 जून , 1945 को वावेल योजना पर विचार विमर्श करने के उद्देश्य से किया गया । यह कांफ्रेंस 14 जुलाई , 1945 ई ० तक चली । इसमें भारत के विभिन्न राजनीतिक दलों के कुल 21 प्रतिनिधियों ने भाग लिया ।

प्रश्न 77. जय हिंद का नारा किसने दिया ?
उत्तर- जय हिंद का नारा सुभाष चंद्र बोस ने दिया ।

प्रश्न 78. ब्रिटिश सरकार ने कैबिनेट मिशन को कब भारत भेजा तथा उसको क्या आदेश दिया ?
उत्तर- ( i ) ब्रिटिश सरकार ने कैबिनेट मिशन को 1946 ई ० में भारत भेजा ।
( ii ) इसे आदेश दिया गया कि वह भारत की राजनीतिक समस्या का उचित समाधान ढूंढे ।

प्रश्न 79. कैबिनेट मिशन भारत कब पहुँचा ? इसके सदस्यों के नाम लिखें ।
उत्तर – ( i ) कैबिनेट मिशन 23 मार्च , 1946 ई ० को भारत पहुँचा ।
( ii ) इसके सदस्यों के नाम लॉर्ड पैथिक लॉरेंस , स्टैफोर्ड क्रिप्स तथा एलेक्जेंडर थे ।

प्रश्न 80. कैबिनेट मिशन योजना के कोई दो प्रस्ताव बताएँ ।
उत्तर- ( i ) सारे भारत का एक संघ स्थापित किया जाए जिसमें देशी रियासतें तथा ब्रिटिश भारत के सभी प्राँत सम्मिलित हों । इस संघ के पास विदेशी मामलों , प्रतिरक्षा तथा संचार साधनों के विभाग होने चाहिएँ ।
( ii ) संघ के लिए एक कार्यपालिका तथा एक व्यवस्थापिका होनी चाहिए जिनमें ब्रिटिश प्राँतों तथा देशी भारतीय रियासतों के प्रतिनिधि शामिल हों ।

3 अंकों के उत्तरों वाले प्रश्न

 प्रश्न 1. 1916 ई ० में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के उद्घाटन समारोह में महात्मा गाँधी ने किन बातों पर बल दिया ? 

उत्तर – ( i ) . भारत के लिए मुक्ति तब तक संभव नहीं है जब तक हम ग़रीब श्रमिकों एवं किसानों से सहयोग न लें ।

( ii ) गाँधी जी ने विशेष सुविधा प्राप्त लोगों को अपने अलंकरणों को त्यागने तथा अपने हमवतनों की भलाई के लिए कार्य करने के लिए प्रेरित किया ।

 ( iii ) हमारे लिए स्वशासन की तब तक कोई अभिप्राय नहीं है जब तक हम किसानों से उनके श्रम का लाभ स्वयं अथवा अन्य लोगों को लेने की अनुमति देते रहेंगे ।

 प्रश्न 2. गांधी जी के चंपारण सत्याग्रह के बारे में आप क्या जानते है ?

 उत्तर- गांधी जी ने भारत में सत्याग्रह का अपना पहला प्रयोग बिहार के चंपारन जिले में 1917 ई ० में किया । यहाँ के यूरोपियन बागान मालिक नील की खेती करने वाले किसानों पर बड़े अमानुषिक अत्याचार करते थे । उन्हें अपने खेतों में नील उगाने तथा उपज को सस्ते दामों पर बेचने के लिए विवश किया जाता था । किसानों की दशा की वास्तविक जानकारी प्राप्त करने के उद्देश्य से महात्मा गाँधी 1917 ई ० में वहाँ गए । सरकार की धमकियों के बावजूद गाँधी जी ने किसानों की शिकायतों की विस्तृत जाँच पड़ताल की । सरकार को विवश होकर बागान मालिकों के कार्यों की जाँच करने के लिए एक आयोग नियुक्त करना पड़ा । इस आयोग की सिफारिशों के परिणामस्वरूप सरकार ने किसानों के कष्टों को दूर किया । यह निस्संदेह महात्मा गाँधी की प्रथम महान् जीत थी ।

प्रश्न 3. रॉलेट एक्ट पर नोट लिखो । 

उत्तर —प्रथम विश्व युद्ध के समय ब्रिटिश सरकार ने ' डिफेंस ऑफ़ इंडिया एक्ट ' पारित करके बहुत - से आपात्कालीन अधिकार प्राप्त कर लिए थे । इन अधिकारों का प्रयोग क्रांतिकारियों के दमन के लिए किया गया । युद्ध के पश्चात् यह एक्ट समाप्त हो गया परंतु सरकार अपने विशेषाधिकार छोड़ने के लिए तैयार नहीं थी । इस उद्देश्य से सरकार ने सर सिडनी रॉलेट से दो बिल तैयार करवाए । इनमें से एक बिल 18 मार्च , 1919 ई ० को केंद्रीय विधानमंडल ने पारित कर दिया जो रॉलेट एक्ट के नाम से जाना गया इस एक्ट के अधीन किसी भी व्यक्ति को बिना कारण बताए बंदी बनाया जा सकता था तथा उसे बिना मुकद्दमा चलाए दंड दिया जा सकता था । उन्हें दलील , वकील तथा अपील ' का कोई अधिकार नहीं था । इस प्रकार रॉलेट एक्ट पारित करके ब्रिटिश सरकार ने भारतीयों के घावों पर नमक छिड़कने का कार्य किया ।

 प्रश्न 4. जलियांवाला बाग़ हत्याकांड पर नोट लिखो ।

उत्तर- जलियाँवाला बाग़ हत्याकांड 13 अप्रैल , 1919 ई ० को अमृतसर में हुआ । उस दिन बड़ी संख्या में लोग ब्रिटिश सरकार द्वारा पारित रॉलेट एक्ट के विरुद्ध रोष प्रकट करने के लिए जलियाँवाला बाग़ में एकत्रित हुए थे । जनरल डायर के आदेश पर सैनिकों ने लोगों पर गोलियाँ चला दीं । परिणामस्वरूप सैंकड़ों लोग मृत्यु को प्राप्त हुए तथा हजारों अन्य घायल हुए । इस जघन्य हत्याकांड के कारण भारतीयों ने भारत से ब्रिटिश शासन का अंत करने का प्रण किया । निस्संदेह जलियाँवाला बाग हत्याकांड भारतीय राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में एक मोल पत्थर सिद्ध हुआ । 

प्रश्न 5. 1919 के अधिनियम की तीन मुख्य विशेषताएँ लिखें ?

उत्तर – ( i ) केंद्रीय लेजिस्लेटिव कौंसिल के दो सदन बना दिए गए । इनके नाम थे लेजिस्लेटिव असेंबली तथा कॉसिल ऑफ़ स्टेट । 

( ii ) प्राँतों में दोहरी शासन प्रणाली लागू की गई । अतः प्राँतीय विषयों को दो भागों- आरक्षित तथा हस्तांतरित में बाँटा गया । 

(iii)सांप्रदायिक चुनाव प्रणाली का विस्तार किया गया ।

प्रश्न 6. 1919 के अधिनियम का महत्व बताएं । 

उत्तर- 1919 ई ० के अधिनियम ने उत्तरदायी शासन स्थापित करने की ओर एक महत्त्वपूर्ण पग उठाया । केंद्रीय लेजिस्लेटिव असेंबली और कौंसिल ऑफ़ स्टेट में गैर सरकारी सदस्यों की संख्या में वृद्धि की गई । इनके सदस्य प्रश्न , सहायक प्रश्न और कुछ सीमा तक बजट के बारे में प्रश्न पूछ सकते थे । प्राँतीय कौंसिलों के सदस्यों को संख्या में भी वृद्धि की गई । इनमें 70 % सदस्य गैर - सरकारी होते थे । मत का अधिकार भले ही सीमित था परंतु यह पहले की अपेक्षा अधिक लोगों को मिला । नौकरियाँ तथा उपाधियाँ छोड़ने के के लिए कहा गया ।

प्रश्न 7. असहयोग आंदोलन का कार्यक्रम क्या था ? 

उत्तर- असहयोग आंदोलन के अनुसार लोगों को सरकारी अंग्रेजी न्यायालयों के बायकाट की अपील की गई । विद्यार्थियों को सरकारी स्कूल तथा कॉलेज छोड़ने के लिए कहा गया । विदेशी सामान का बायकाट करने और स्वदेशी का प्रयोग करने की अपील की गई । चुनावों का बायकाट करने के लिए कहा गया । लोगों को राष्ट्रीय स्कूल और कॉलेज खोलने तथा उनमें प्रवेश लेने की अपील की गई । शराब पीने पर पाबंदी लगाने के लिए कहा गया । सरकारी दरबारों और समारोहों में भाग न लेने के लिए कहा गया । प्रत्येक व्यक्ति को सूत कातने और खादी डालने की अपील की गई । 

प्रश्न 8. असहयोग आंदोलन क्यों वापस लिया गया ? 

 उत्तर- 5 फरवरी , 1922 ई ० को उत्तर प्रदेश के जिला गोरखपुर के एक गाँव चौरी - चौरा में 3000 किसान एक प्रदर्शन में भाग ले रहे थे । कुछ पुलिस वालों ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियाँ चला कर उन्हें डराने का प्रयत्न किया । इस कारण आंदोलनकारी भड़क उठे । उन्होंने क्रोधित होकर पुलिस थाने पर आक्रमण कर उसे आग लगा दी । परिणामस्वरूप 22 पुलिस कर्मचारियों की मृत्यु हो गई । गाँधी जी को इस घटना से बहुत दुःख हुआ । अतः उन्होंने असहयोग आंदोलन को स्थगित करने की घोषणा की । इससे भारतीय राष्ट्रवादी आंदोलन को एक गहरा आघात लगा ।

प्रश्न 9. असहयोग आंदोलन राष्ट्रवादी आंदोलन में एक नई अवस्था का सूचक कैसे था?

 उत्तर — इसमें कोई संदेह नहीं कि असहयोग आंदोलन ने एक नए युग में प्रवेश किया । इस आंदोलन में पहली बार जन साधारण के सभी वर्गों ने बढ़ - चढ़ कर भाग लिया । इस कारण उनमें एक नई राष्ट्रीय जागृति का विकास हुआ । इस आंदोलन में हिंदू तथा मुसलमान कंधे से कंधा मिला कर ब्रिटिश शासन के विरुद्ध लड़े । परिणामस्वरूप उनमें परस्पर एकता मजबूत हुई । राष्ट्रीय शिक्षा संस्थाओं की स्थापना के कारण शिक्षा के प्रसार को उत्साह मिला । स्त्रियों के आंदोलन में भाग लेने से उनमें एक नया आत्म - विश्वास पैदा हुआ । विदेशी माल के बहिष्कार तथा स्वदेशी वस्तुओं के प्रयोग ने भारतीय उद्योगों को प्रोत्साहन दिया । इस आंदोलन के परिणामस्वरूप कांग्रेस का जन आधार बहुत व्यापक हो गया ।

 प्रश्न 10. महात्मा गांधी ने खुद को आम लोगों जैसा दिखाने के लिए क्या किया ? 

उत्तर ( i) उन्होंने आम लोगों जैसे वस्त्र धारण करने शुरू कर दिए।

(ii) वह उनकी तरह ही रहने लगे एवं भाषा बोलने लगे।

 ( iii ) वह अन्य नेताओं की तरह सामान्य जनसमूह से अलग खड़े नहीं होते थे अपितु उनसे घनिष्ठ संबंध स्थापित कर लेते थे।

 प्रश्न 11. किसान महात्मा गाँधी को किस तरह देखते थे ?

 उत्तर – ( i ) किसान महात्मा गाँधी का बहुत सम्मान करते थे । वे उन्हें गाँधी बाबा , गाँधी महाराज एवं महात्मा आदि के नामों से संबोधित करते थे।

( ii ) वे महात्मा गाँधी को अपना एक उद्धारक समझते थे ।

 ( iii ) वे महात्मा गाँधी को जालिम अधिकारियों से मुक्ति दिलाने वाला समझते थे ।

प्रश्न 12. चरखे को राष्ट्रवाद का प्रतीक क्यों चुना गया ?

उत्तर— चरखे को राष्ट्रवाद का प्रतीक इसलिए चुना गया क्योंकि चरखा गाँधी जी को प्रिय था । गाँधी जी मानते थे कि आधुनिक युग में मशीनों ने मानव की गुलाम बनाकर रख दिया है । इसने श्रमिकों के हाथों से काम और रोजगार छीन लिया । है । उनका कथन था कि चरखा गरीबों को स्वावलंबी बनाने , उन्हें गरीबी एवं बेरोजगारी से छुटकारा दिलाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा । इस कारण धन का केंद्रीकरण कुछ ही लोगों के हाथों में नहीं अपितु सभी के हाथों में होगा । 

प्रश्न 13. स्वराज्यवादी दल की स्थापना कब और क्यों की गई ? 

उत्तर- स्वराज्यवादी दल की स्थापना 31 दिसंबर , 1922 ई ० का चितरंजन दास तथा मोतीलाल नेहरू द्वारा की गई । इसका मुख्य उद्देश्य विधान मंडलों में प्रवेश करके सरकारी नीतियों का विरोध करना था । ऐसा करके वे ... भारतीयों में एक नई राजनीतिक जागृति लाना चाहते थे । स्वराज्य पार्टी के नेता चाहते थे कि सरकार को स्वेच्छाचारिता से रोका जाए और उसको देश की प्रजा के हितों के लिए कानून बनाने के लिए विवश किया जाए । सरकार के दमनकारी कानूनों को रद्द करने के लिए विधान मंडलों में प्रस्ताव पास किए जाएँ । इस पार्टी ने सरकार की नीतियों की निरंतर आलोचना जारी रखकर उसको अनुचित कार्य करने से रोका ।

 प्रश्न 14. साइमन कमीशन पर नोट लिखिए । 

उत्तर— 1919 ई ० के एक्ट अनुसार यह निर्णय किया गया था कि प्रत्येक 10 वर्षों के पश्चात् सुधारों का जायजा लेने के लिए एक कमीशन इंग्लैंड से भारत आया करेगा । इसलिए जान साइमन की अध्यक्षता अधीन एक सात सदस्यों का कमीशन 1928 ई ० में भारत आया । इस कमीशन में कोई सदस्य भारतीय नहीं था इसलिए भारतीयों ने इसका विरोध किया । यह कमीशन जहां कहीं भी गया भारतीयों ने इसका स्वागत काले झंडे दिखाकर और ' साइमन वापस जाओ ' के नारे से किया । अंग्रेजों ने इन आंदोलनकारियों के प्रति कठोरता की नीति अपनाई । लाहौर में इसी प्रकार ही जब लाला लाजपतराय एक जलूस का नेतृत्व कर रहे थे तो पुलिस वालों ने उनको घायल कर दिया । इन चोटों के कारण वे शहीद हो गए । इस कारण भारतीयों के दिल में अंग्रेजों के प्रति घृणा की भावना और बढ़ गई । उनको यह बात स्पष्ट हो गई कि अंग्रेज उनकी भलाई नहीं चाहते । इसलिए भारतीयों ने स्वतंत्रता के लिए संघर्ष और तेज कर दिया । 

प्रश्न 15. नेहरू रिपोर्ट क्या थी ? 

उत्तर- कांग्रेस ने दिल्ली में 10 अगस्त , 1928 ई ० को नेहरू रिपोर्ट पेश की । इस रिपोर्ट की मुख्य सिफारिशें निम्नांकित थीं—

 ( i ) भारत को पूर्ण औपनिवेशिक राज्य का दर्जा दिया जाए । 

( ii ) केंद्र और प्राँतों में जिम्मेदार सरकार की स्थापना की जाए । 

( iii ) मंत्रिमंडल अपनी नीतियों और कार्यवाहियों के लिए विधानमंडल के प्रति उत्तरदायी होना चाहिए । 

( iv ) केंद्रीय संसद् के दो सदन होने चाहिएँ । निम्न सदन का चुनाव प्रत्यक्ष रूप से पाँच वर्ष के लिए किया जाए । इसमें 21 साल की आयु के पुरुष और स्त्री को मत डालने का अधिकार दिया।

 ( v ) केंद्रीय कार्यकारी परिषद् अपने सभी कार्यों के लिए सामूहिक रूप से केंद्रीय संसद् के प्रति उत्तरदायी हो । 

प्रश्न 16. सविनय अवज्ञा आंदोलन कब और किसने चलाया ? इस आंदोलन का मुख्य कार्यक्रम क्या था ? 

उत्तर_सविनय अवज्ञा आंदोलन 1930 ई ० में महात्मा गांधी ने चलाया । इस आंदोलन के मुख्य कार्यक्रम निम्नलिखित थे—

 ( i ) जहाँ कहीं भी हो सके नमक कानून का उल्लंघन किया जाए ।

 ( ii ) शराब और विदेशी वस्तुओं की दुकानों के आगे स्त्रियाँ धरने दें । 

( iii ) विदेशी वस्तुओं को जला दिया जाए । 

( iv ) विद्यार्थियों द्वारा सरकारी शिक्षण संस्थाओं का बहिष्कार किया जाए ।

 ( v ) सरकारी कर्मचारी अपनी नौकरियों से त्याग - पत्र दे दें ।

प्रश्न 17. गाँधी - इर्विन समझौता क्या था ? 

उत्तर- गाँधी इर्विन समझौता 5 मार्च , 1931 ई ० को हुआ । इस समझौते के अनुसार सरकार ने निम्नलिखित वचन दिए- ( i ) वह उन सारे आंदोलनकारियों को मुक्त कर देगी जिन्होंने हिंसा में भाग नहीं लिया था । ( ii ) वह इस आंदोलन के दमन के लिए जारी किए गए अपने समस्त दमनकारी कानूनों को वापस ले लेगी । ( iii ) वह आंदोलनकारियों की जब्त की गई संपत्ति को वापस कर देगी । ( iv ) आंदोलनकारियों पर लगाए गए जुमान माफ कर देगी । ( v ) लोगों को नमक तैयार करने की इजाजत दी जाएगी । दूसरी ओर महात्मा गांधी ने ये वचन दिए ( i) काग्रेस सविनय अवज्ञा आंदोलन वापस ले लेगी । ( ii ) वह द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में शामिल होंगे ।

 प्रश्न 18. कम्यूनल एवार्ड क्या था ? 

उत्तर—16 अगस्त ,1932 ई ० को इंग्लैंड के प्रधानमंत्री रेम्जे मैकडोनल्ड ने ' कम्यूनल एवार्ड ' की घोषणा की । इसके अनुसार केंद्रीय और प्रांतीय विधानमंडलों में भिन्न - भिन्न जातियों और वर्गों के लिए सीटें आरक्षित कर दी गईं और सांप्रदायिक प्रणाली का विस्तार किया गया । हरिजनों को हिंदुओं से भिन्न प्रतिनिधि भेजने का अधिकार दिया गया । इस एवार्ड का वास्तविक उद्देश्य भारतीयों में फूट डालना था ताकि भारत में ब्रिटिश साम्राज्य को अधिक समय तक कायम रखा जा सके । महात्मा गांधी एवं कांग्रेस के अन्य नेताओं ने इस एवार्ड का जबरदस्त विरोध किया । 

प्रश्न 19. पूना समझौता क्या था ?

 उत्तर- 26 सितंबर , 1932 ई ० को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने गाँधी जी के साथ एक समझौता किया जो पूना समझौता के नाम से प्रसिद्ध है । इस समझौते को ब्रिटिश प्रधानमंत्री रेम्जे मैकडोनल्ड ने अपनी सहमति दे दी । इस समझौते के अनुसार हरिजनों के लिए स्थान आरक्षित रखे गये परंतु उनको साझी चुनाव प्रणाली के द्वारा चुना जाना था । इन आरक्षित स्थानों की संख्या 71 से बढ़ा कर 148 कर दी गई । दलितों को स्थानीय संस्थाओं और सार्वजनिक सेवाओं में उचित प्रतिनिधित्व दिया गया । उनकी शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता का भी प्रावधान किया गया । इस समझौते के कारण गाँधी जी ने हिंदुओं का परस्पर विभाजन करने का अंग्रेजों का षड्यंत्र सफल न होने दिया । 

प्रश्न 20. 1935 ई ० के भारत सरकार अधिनियम की कोई तीन धाराएँ लिखिए । 

उत्तर – ( i ) अखिल भारतीय संघ - 1935 ई ० के भारत सरकार अधिनियम के अनुसार एक अखिल भारतीय संघ स्थापित करने की व्यवस्था की गई । इसमें गवर्नरों के 11 प्राँतों और चीफ़ कमिश्नर के 6 प्राँतों का शामिल होना आवश्यक था । देशीय रियासतों के राजाओं को इसमें सम्मिलित होने अथवा न होने की छूट दी गई ।

 ( ii ) केंद्र में द्वैध शासन प्रणाली—केंद्र में द्वैध - शासन प्रणाली लागू की गई । सभी केंद्रीय विषयों को दो भागों आरक्षित और परिवर्तनशील में विभक्त किया गया । आरक्षित विषयों में रक्षा , विदेश , धार्मिक और कबाइलियों इत्यादि से संबंधित मामले सम्मिलित थे । इनकी व्यवस्था गवर्नर - जनरल अपनी परिषद् की सहायता से करता था । परिवर्तनशील विषयों की व्यवस्था गवर्नर - जनरल मंत्रियों की सहायता से करता था । ये मंत्री विधानमंडल के प्रति उत्तरदायी थे । 

 ( iii ) प्राँतीय स्वःशासन –1935 ई ० के भारत सरकार अधिनियम की एक प्रमुख विशेषता यह थी कि प्रांतों में स्वःशासन की स्थापना की । इससे 1919 ई ० के अनुसार प्रांतों में स्थापित की गई द्वैध - शासन प्रणाली को इसने समाप्त कर दिया गया । प्रांतों के सभी विषयों को अब मंत्रियों के अधीन कर दिया गया । मंत्रिमंडल को अपने कार्या के लिए विधानमंडल के प्रति उत्तरदायी ठहराया गया । इस प्रकार प्राँतों में पूर्ण रूप में उत्तरदायी शासन स्थापित करने की व्यवस्था की गई ।

 प्रश्न 21. व्यक्तिगत सत्याग्रह आंदोलन क्या था ?

उत्तर- अक्तूबर , 1940 ई ० में महात्मा गांधी ने व्यक्तिगत सत्याग्रह का आंदोलन आरंभ किया । इसका भाव यह था कि कांग्रेस द्वारा चुने गए सत्याग्रही एक - एक करके सार्वजनिक स्थलों पर पहुँच कर विश्व युद्ध तथा ब्रिटिश शासन के खिलाफ़ भाषण देंगे तथा अपनी गिरफ्तारी भी देंगे । सत्याग्रह को सीमित इसलिए रखा गया था कि देश में व्यापक उथल - पुथल न हो ।इस आंदोलन के लिए चुने गए पहले सत्याग्रही विनोबा भावे थे । 

प्रश्न 22. क्रिप्स मिशन के कोई तीन सुझाव लिखें । 

उत्तर – ( 1 ) ब्रिटिश सरकार युद्ध की समाप्ति के पश्चात् भारत को डोमिनियन स्टेट्स देगी । ( ii ) युद्ध के पश्चात् नया संविधान बनाने के लिए एक निर्वाचित संविधान सभा बनाई जाएगी । इसमें भारतीय रियासतों के प्रतिनिधि भी शामिल होग । ( iii ) संविधान को न मानने वाले प्रांत और रियासत को भारत संघ से अलग होने का अधिकार होगा और उन्हें भी डोमिनियन स्टेट्स दिया जाएगा । 

प्रश्न 23. क्रिप्स मिशन क्यों असफल रहा ? 

उत्तर- क्रिप्स मिशन की असफलता के लिए कई कारण जिम्मेवार थे । ( i ) क्रिप्स सुझावों के माध्यम से ब्रिटिश सरकार ने भारतीयों को वर्तमान समय में कुछ न दिया और भविष्य में कुछ अधिकार दिए जाने का वचन दिया । भारतीय अंग्रेजों के इस धोखे में आने को तैयार नहीं थे । ( ii ) कांग्रेस ने इन सुझावों को इसलिए रद्द कर दिया क्योंकि वह अंग्रेज़ों के द्वारा भारतीयों को डोमीनियन स्टेट्स दिए जाने से प्रसन्न नहीं थी । वह तो पूर्ण स्वतंत्रता की माँग कर रही थी । ( ii ) डोमीनियन स्टेट्स कब तक दिया जाना है इस संबंधी कोई समय सीमा निश्चित नहीं की गई थी । 

प्रश्न 24. भारत छोड़ो आंदोलन कब और क्यों शुरू हुआ?

 उत्तर- भारत छोड़ो आंदोलन 1942 ई ० में निम्नलिखित कारणों से आरंभ किया गया —

( i ) दूसरे विश्व युद्ध में इंग्लैंड एवं जापान एक - दूसरे के शत्रु थे । जापान ने 1941-42 ई ० में एशिया के बहुत से क्षेत्रों जैसे फिलीपीन , सिंगापुर , मलाया तथा बर्मा ( म्याँमार ) आदि पर कब्जा कर लिया । था । वह बड़ी तीव्रता से भारत की ओर अग्रसर हो रहा था । ऐसी स्थिति में महात्मा गाँधी ने अंग्रेजों को भारत छोड़ने का सुझाव दिया ।

 ( ii ) ब्रिटिश सरकार ने युद्ध के दौरान भारतीयों से सहयोग प्राप्त करने के लिए क्रिप्स मिशन की नियुक्ति की । यह मिशन 23 मार्च , 1942 ई ० को भारत पहुंचा । उसके द्वारा भारतीयों को दी जाने वाली रियासतें एक ढकोसला मात्र से अधिक और कुछ न थीं । उसके झूठे आश्वासन भारतीय दलों को प्रभावित नहीं कर सके । 

( iii ) क्रिप्स मिशन की असफलता के कारण महात्मा गाँधी अंग्रेज़ों से बहुत निराश हुए । 14 जुलाई , 1942 ई ० को वर्धा ( गुजरात ) में कांग्रेस कार्यकारिणी ने ' भारत छोड़ो ' प्रस्ताव पास किया ।

 प्रश्न 25. भारत छोड़ो आंदोलन का महत्त्व बताएँ ।

 उत्तर—भारत छोड़ो आंदोलन यद्यपि भारत को तत्काल स्वतंत्रता दिलवाने में असफल रहा परंतु इसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव को हिला कर रख दिया था । इस आंदोलन में भारतीयों ने बड़े पैमाने पर भाग लिया । उन्होंने अंग्रेज़ों के अत्याचारों का बड़ी वीरतापूर्वक सामना किया । वास्तव में यह आंदोलन एक नए भारत के उदय का सूचक था । इस आंदोलन ने अंग्रेजों को यह स्पष्ट कर दिया कि शीघ्र ही उन्हें भारत से बोरिया - बिस्तर बाँधना होगा । के भीतर ही 1947 ई ० में अंग्रेजों को भारत छोड़ने के लिए बाध्य होना पड़ा ।

 प्रश्न 26. वावेल योजना क्या थी ?

 उत्तर- लॉर्ड वावेल जोकि भारत के वायसराय थे ने 14 जून , 1945 ई ० को एक योजना प्रस्तुत की जिसे वावेल योजना कहा जाता है । इस योजना के प्रमुख प्रस्ताव निम्नलिखित थे— ( i ) भारत के राजनीतिक गतिरोध को दूर करना तथा उसे स्वशासन की दिशा में ले जाना ।

( ii ) वायसराय की कार्यकारी परिषद् का पुनर्गठन करना । इसमें वायसराय तथा सेनापति को छोड़कर अन्य सभी सदस्य भारतीय होंगे ।

( iii ) वायसराय की कार्यकारी परिषद् में स्वर्ण हिंदुओं और मुसलमानों की संख्या बराबर रखना ।

 ( iv ) सरकार का विदेशी विभाग एक भारतीय के हाथ में होगा ।  

( v ) ब्रिटिश व्यापार तथा अन्य हितों के संरक्षण के लिए एक ब्रिटिश हाई कमिश्नर की अलग से नियुक्ति की जाएगी । भारतीय राजनीतिक दलों ने इस योजना को स्वीकार न किया ।

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