संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF)
- संयुक्त राष्ट्र बाल कोष ( United Nations Children's Fund - UNICEF )
- संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 11 दिसंबर , 1946 को बनाया गया था । पूर्व में इसे संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय बाल आपातकालीन कोष ( United Nations International Children's Emergency Fund ) कहा जाता था ।
- पोलैंड के चिकित्सक लुडविक रॉश्मन ने यूनिसेफ का गठन करने में प्रमुख भूमिका निभाई ।
- इसे बनाने का प्रमुख उद्देश्य द्वितीय विश्वयुद्ध में तबाह हुए देशों में बच्चों और माताओं को आपातकालीन स्थिति में भोजन और स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना था ।
- 1950 में यूनिसेफ के दायरे को विकासशील देशों में बच्चों और महिलाओं की दीर्घकालिक जरूरतों को पूरा करने के लिये विस्तारित किया गया था ।
- 1953 में यह संयुक्त राष्ट्र का एक स्थायी हिस्सा बन गया और इस संगठन के नाम में से अंतर्राष्ट्रीय एवं ' आपातकालीन ' शब्दों को हटा दिया गया ।
- अब इसका नाम संयुक्त राष्ट्र बाल कोष है किंतु मूल संक्षिप्त नाम ' यूनिसेफ ' को बरकरार रखा गया ।
कार्यक्षेत्र विस्तार:-
- यूनिसेफ का अधिकांश कार्यक्षेत्र 190 देशों / क्षेत्रों में मौजूद है ।
- 150 से अधिक देशों के कार्यालयों / मुख्यालयों और यूनिसेफ के नेटवर्क से जुड़े अन्य कार्यालयों तथा 34 राष्ट्रीय समितियाँ मेजबान सरकारों के साथ विकसित कार्यक्रमों के माध्यम से यूनिसेफ के मिशन को पूरा करती है ।
- सात क्षेत्रीय कार्यालय आवश्यकतानुसार देशों के कार्यालयों को तकनीकी सहायता प्रदान करते हैं ।
- यूनिसेफ का आपूर्ति विभाग कोपनहेगन में स्थित है और यह HIV , पोषण संबंधी खुराक , आपातकालीन आश्रयों , परिवारों के पुनर्मिलन तथा बच्चों और माताओं के लिये टीके . एटी - रेट्रोवायरल दवाओं जैसी आवश्यक वस्तुओं के वितरण के प्राथमिक बिंदु के रूप में कार्य करता है ।
- 36 सदस्यीय कार्यकारी बोर्ड इसकी नीतियों को तय करता है, कार्यक्रमों को मंजूरी देता है और प्रशासनिक तथा वित्तीय योजनाओं की देख - रेख करता है ।
- कार्यकारी बोर्ड उन सरकारी प्रतिनिधियों से मिलकर बना है जो आमतौर पर तीन साल के लिये संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद द्वारा चुने जाते हैं ।