राजनीतिक सिद्धांत – एक परिचय
(Political Theory - An Introduction)
❇️ राजनीति का अर्थ :-
🔹 राजनीति शब्द की उत्पति ग्रीक शब्द पोलिस से हुई है , जिस का शाब्दिक अर्थ नगर राज्य होता है ।
❇️ राजनीति क्या है ?
🔹 राजनीति को परिभाषित करने के लिए विद्वानों के अलग – अलग मत है -
सामान्य तौर पर :-
🔶 राजनीति शासन करने की कला और राजनीति सरकार के क्रियाकलापों को ठीक से चलाने की सीख देती है।
🔶 राजनीति प्रशासन संचालन के विवादों का हल प्रस्तुत करती है।
🔶 राजनीति भागीदारी करना सिखाती है लेकिन आम व्यक्ति का सामना राजनीति की परस्पर विरोधी छवियों से होता हे , आज राजनीति का संबंध निजी स्वार्थ साधने से जुड़ गया है ।
❇️ राजनीतिक सिद्धांत :-
🔹 राजनीतिक सिद्धांत का मुख्य विषय राज्य व सरकार है । यह स्वतंत्रता , समानता , न्याय व लोकतंत्र जैसी अवधारणाओं का अर्थ स्पष्ट करता है ।
❇️ राजनीतिक सिद्धांत का उद्देश्य :-
🔹 नागरिकों को राजनीतिक प्रश्नों के बारे में तर्क संगत ढंग से सोचने और सामाजिक राजनीतिक घटनाओं को सही तरीके से आंकने का प्रशिक्षण देना है । गणित के विपरीत जहां त्रिभुज या वर्ग की निश्चित परिभाषा होती है राजनीतिक सिद्धांत में हम समानता आजादी या न्याय की अनेक परिभाषाओं से रूबरू होते है ।
❇️ राजनीतिक सिद्धान्त में हम क्या पढ़ते है ?
🔹 राजनीतिक सिद्धान्त में हम जीवन के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करते है जैसे सामाजिक जीवन , सरकार और संविधान , स्वतंत्रता समानता , न्याय , लोकतंत्र , धर्म निरपेक्ष आदि ।
❇️ राजनीतिक सिद्धांतों को व्यवहार में उतारना :-
🔹 राजनीति का स्वरूप समय के साथ साथ बदलता रहता है , राजनीतिक सिद्धांतों जैसे कि स्वतंत्रता और समानता को व्यवहार में उतारने का काम बहुत मुश्किल है । हमें अपने पूर्वाग्रहों का त्याग करके , इन्हें अपनाना चाहिए , राजनीतिक सिद्धांत के अध्ययन के द्वारा हम राजनीतिक व्यवस्थाओं के बारे में अपने विचारों तथा भावनाओं का परीक्षण कर सकते है , हम यह समझ सकते है कि सचेत नागरिक ही देश का विकास कर सकते है , राजनीतिक सिद्धांत कोई वस्तु नहीं है यह मनुष्य से संबधित है उदहारण के लिए समानता का अर्थ सभी के लिए समान अवसर है फिर भी महिलाओं , वृद्धों या विकलांगों के लिए अलग व्यवस्था की गई है अतः हम कह सकते है कि पूर्ण समानता संभव नहीं है भेदभाव का तर्क संगत आधार जरूरी है ।
❇️ हमें राजनीतिक सिद्धांत क्यों पढ़ना चाहिए ?
🔹 भविष्य में आने वाली समस्याओं के समय एक दृढ निर्णय लेने वाला नागरिक बनने के लिए ।
🔹 एक अधिकार संपन्न एवं जागरूक नागरिक बनने के लिए राजनीतिक चेतना जागृत करने के लिए ।
🔹 समाज से पूर्वाग्रहों को समाप्त करने एवं एकता कायम करने लिए ।
🔹 वाद – विवाद , तर्क – वितर्क , लाभ – हानि का आंकलन करने के बाद सही निर्णय लेने की कला सीखने के लिए हमें राजनीतिक सिद्धांत पढ़ना चाहिए ।
🔹 शासन व्यवस्था की जानकारी के लिए ।
🔹 लोकतंत्र की उपयोगिता का ज्ञान ।
🔹 अधिकार एंव कर्तव्यों को समझने के लिए ।
🔹 अंतर्राष्ट्रीय शांति व सहयोग को बढ़ावा देने के लिए ।
🔶 ऐसा इसलिए है कि समानता , न्याय जैसे शब्दों का सरोकार किसी वस्त के । बजाय अन्य मनुष्यों के साथ हमारे संबंधों से होता है । राजनीतिक सिद्धांत हमें राजनीतिक चीजों के बारे में अपने विचार व व्यवहार से भावनाओं के परीक्षण के लिए प्रोत्साहित करता है
🔶 राजनीति विज्ञान व राजनीति दो अलग – अलग धारणाएं है । राजनीति विज्ञान का जन्म राजनीति से पूर्व हुआ है, यह नैतिकता पर आधारित है जबकि राजनीति अवसर व सुविधा पर आधारित है ।