3. चुनाव और प्रतिनिधि (Election and Representative) || 11th Class Pol. Science Ch-3 Book-1 || Notes in Hindi

 



❇️ चुनाव :-

🔹  लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनता जिस विधि द्वारा अपने प्रतिनिधि चुनती है उसे चुनाव ( निर्वाचन ) कहते हैं । 

❇️ प्रतिनिधि :-

🔹  लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनता जिस व्यक्ति का चुनाव करके सरकार में ( संसद / विधानसभा ) में भेजती है , उस व्यक्ति को प्रतिनिधि कहते हैं । 

❇️ प्रत्यक्ष लोकतंत्र :-

🔹 प्राचीन यूनानी नगर राज्यों में कम जनसंख्या होने के कारण जनता एक स्थान पर प्रत्यक्ष रूप से एकत्रित होकर हाथ उठाकर रोजमर्रा ( दैनिक ) के फैसले तथा सरकार चलाने में भाग लेते थे । जिसे प्रत्यक्ष लोकतंत्र कहते हैं । 

❇️ अप्रत्यक्ष लोकतंत्र :-

🔹 आधुनिक विशाल जनसंख्या वाले राष्ट्रों में प्रत्यक्ष लोकतंत्र व्यवहारिक नही रहा । आम जनता प्रत्यक्ष रूप से एक स्थानपर एकत्रित होकर सीधे सरकार की कार्यवाही में भाग नहीं ले सकती है । इसलिए अपने प्रतिनिधियों को भेजकर सरकार में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई जाती है । इसे अप्रत्यक्ष लोकतंत्र कहते है ।

❇️ चुनाव और लोकतंत्र :-

🔹 चुनाव और लोकतंत्र एक सिक्के के दो पहलू हैं । लोकतंत्र चुनाव के बिना अधूरा है तो चुनाव लोकतंत्र के बिना महत्वहीन है ।

❇️  भारत में चुनावों का इतिहास :-

🔹 भारत में पहला चुनाव सन् 1951-1952 में हुआ था । 

🔹 दूसरा चुनाव सन् 1957 में हुआ था ।

❇️ भारत में चुनाव व्यवस्था :-

🔹 भारतीय संविधान मे चुनावों के लिए कुछ मूलभूत नियम कानून एवं स्वायत्त संस्था के गठन के नियमों को सूचीबद्ध कर रखा है । विस्तृत नियम कानून संशोधन । परिवर्तन का काम विधायिका को दे रखा है ।

🔹 चुनाव व्यवस्था में चुनाव आयोग का गठन , उसकी कार्यप्रणाली , कौन चुनाव लड़ सकता है , कौन मत दे सकता है , कौन चुनाव की देखरेख करेगा , मतगणना कैसे होगी आदि सभी स्पष्ट रूप से लिखा है ।

❇️ चुनाव आयोग :-

🔹 भारत में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए एक तीन सदस्यी चुनाव आयोग है । जिसमें एक मुख्य चुनाव आयुक्त तथा दो अन्य चुनाव आयुक्त होते है । मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति राष्ट्रपति करता है देश के प्रथम चुनाव आयुक्त श्री सुकुमार सेन थे । मुख्य चुनाव आयुक्त का कार्यकाल 6 वर्ष या 65 साल जो पहले हो , का होता है । वर्तमान मुख्य चुनाव आयुक्त श्री सुनील अरोड़ा है ।

❇️ सर्वाधिक वोट से जीत की प्रणाली :-

🔹 इस प्रणाली को भारत में अपनाया गया है । इसमें सबसे अधिक वोट पाने वाला विजय होगा चाहे जीत का अन्तर एक वोट ही हो ।

❇️ लोकसभा एवं विधानसभा सदस्य बनने के लिए संविधान में तय की गई योग्यताएं :-

🔹 भारत का नागरिक हो ।

🔹 आयु 25 वर्ष हो ।

🔹 लाभ के पद पर ना हो ।

🔹 पागल या दिवालिया ना हो ।

🔹 अपराधिक प्रवृत्ति का या सजा याफ्ता ना हो ।

❇️ लोकतंत्र में चुनावों का महत्व :-

🔹 चुनाव व लोकतंत्र एक सिक्के के दो पहलू हैं । आज विश्व में सौ से अधिक देशों में लोकतंत्र है । जहां लोकतंत्र है वहां जनप्रतिनिधियों को चुनने के लिए चुनाव प्रणाली अपनाई जाती है ।

❇️ चुनाव प्रक्रिया :-

🔹 चुनाव आयोग द्वारा अधिसूचना जारी होना ।

🔹 चुनावों की तिथि , आवेदन करने , नाम वापस लेने की तिथि । चुनाव प्रचार तथा चुनाव प्रचार की निगरानी करना , तय तिथि पर चुनाव स्वतंत्र एवं निष्पक्ष कराना , मतगणना कराना तथा चुनाव परिणाम घोषित करना । (चुनाव, अधिकारियों की नियुक्ति , मतदान केन्द्रों की स्थापना )

❇️ समानुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली :-

🔹 इस प्रणाली में प्रत्येक पार्टी चुनावों से पहले अपने प्रत्याशियों की एक प्राथमिकता सूची जारी कर देती है , और अपने उतने ही प्रत्याशियों को उस प्राथमिकता सूची से चुन लेती है , जितनी सीटों का कोटा उसे दिया जाता है । चुनावों की इस व्यवस्था को समानुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली कहते है ।

❇️ समानुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के प्रकार :-

🔹समानुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के दो प्रकार होते हैं । जैसे – 

1. इजराइल व नीदरलैंड में पूरे देश को एक निर्वाचन क्षेत्र माना जाता है और प्रत्येक पार्टी को राष्ट्रीय चुनावों में प्राप्त वोटों के अनुपात में सीट दे दी जाती है । 

2. दूसरा प्रकार अर्जेटीना व पुर्तगाल में जहाँ पूरे देश को बहु – सदस्ययी निर्वाचन क्षेत्रों में बांट दिया जाता है ।

❇️ भारत में सर्वाधिक वोट से जीत की ‘ प्रणाली क्यों स्वीकार की गई ?

🔹 यह प्रणाली सरल है , उन मतदाओं के लिए जिन्हें राजनीति एवं चुनाव का ज्ञान नहीं है ।

🔹 चुनाव के समय मतदाताओं के पास स्पष्ट विकल्प होता है ।

🔹 देश में मतदाताओं को दलों की जगह उम्मीदवारों के चुनाव का अवसर मिलता है जिनको वो व्यक्तिगत रूप से जानते है ।

❇️ निर्वाचन क्षेत्रों का आरक्षण :-

🔹 भारतीय संविधान द्वारा सभी वर्गों को संसद में समान प्रतिनिधित्व देने के प्रयास में आरक्षित निर्वाचन क्षेत्रों की व्यवस्था को अपनाया गया है । इस व्यवस्था के अंतर्गत , किसी निर्वाचन क्षेत्र में सभी मतदाता वोट तो डालेंगे लेकिन प्रत्याशी केवल उसी समुदाय या सामाजिक वर्ग का होगा जिसके लिए सीट आरक्षित है ।

❇️ सार्वभौमिक व्यस्क मताधिकार :-

🔹 किसी जाति , धर्म , लिंग एवं क्षेत्र के भेदभाव के बिना सभी 18 वर्ष से ऊपर आयु वर्ग के नागरिकों को मत देने का अधिकार ।

❇️ चुनाव सुधार :-

🔹 चुनाव की कोई प्रणाली कभी आदर्श नहीं हो सकती । उसमें अनेक कमियाँ और सीमाएं होती है । लोकतांत्रिक समाज को , अपने चुनावों को और अधिक स्वतंत्र और निष्पक्ष बनाने के तरीकों को बराबर खोजते रहना पड़ता है , जिसे चुनाव सुधार कहते है । जैसे भारत में आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध या फिर चुनाव लड़ने के लिए कुछ अनिवार्य शिक्षा योग्यता निर्धारित करना ।

❇️ चुनाव प्रणाली की विशेषताएं :-

🔹 भारत में सर्वाधिक मत से जीत की प्रणाली को अपना रखा है इसकी विशेषताएं है

1. इसमें प्रतिनिधि जनता के प्रति जवाब देह होते है ।

2. मतदाता एवं प्रतिनिधि का प्रत्यक्ष सम्पर्क रहता है ।

3. यह प्रणाली क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व लोकतंत्रीय सिद्धान्त पर आधारित है ।

4. इसमें खर्च कम आता है ।

5. इस प्रणाली से राष्ट्रीय एकता को बल मिलता ।

6. यह सरल है ।

❇️ चुनाव प्रणाली के दोष :-

🔹 धन का अधिक व्यय ( खर्च ) ।

🔹 वोटों का खरीदा जाना ।

🔹 झूठा प्रचार ।

🔹 साम्प्रदायिकता हिंसा ।

🔹 जाति , धर्म के नाम पर वोट ।

🔹 अपराधियों का प्रवेश ।






इतिहास विश्व इतिहास के कुछ विषय

Chapter 1: - समय की शुरुआत से (From the Beginning of Time)

Chapter 2: - लेखन कला और शहरी जीवन (Writing and City Life)

Chapter 3: - तीन महाद्वीपों में फैला हुआ साम्राज्य (An Empire Across Three Continents)

Chapter 4:- इस्लाम का उदय और विस्तार (The Central Islamic Lands )

Chapter 5:- यायावर साम्राज्य (Nomadic Empires)

Chapter 6:- तीन वर्ग (The Three Orders)

Chapter 7:- बदलती हुई सांस्कृतिक परम्पराएँ (Changing Cultural Traditions)

Chapter 8:- संस्कृतियों का टकराव (Confrontation of Cultures)

Chapter 9:- औद्योगिक क्रांति (The Industrial Revolution)

Chapter 10:- मूल निवासियों का विस्थापन (Displacing Indigenous Peoples)

Chapter 11:- आधुनिकीकरण के रास्ते (Paths to Modernization)

राजनीति विज्ञान  भारत का संविधान : सिद्धांत और व्यवहार

Chapter 1:- संविधान क्यों और कैसे (Constitution because and how)

Chapter 2:- भारतीय संविधान में अधिकार (Rights in the Indian Constitution)

Chapter 3:- चुनाव और प्रतिनिधि (Election and Representative)

Chapter 4:- कार्यपालिका (Executive)

Chapter 5:- विधायिका (Legislature)

Chapter 6:- न्यायपालिका (Judiciary)

Chapter 7:- संघवाद (Federalism)

Chapter 8:- स्थानीय शासन (Local Government)

Chapter 9:- संविधान एक जीवंत दस्तावेज़ (Constitution a living document)

Chapter10:- संविधान का राजनितिक दर्शन (Political Philosophy of the Constitution)

 

 

- राजनितिक सिद्धांत

Chapter 1:- राजनीतिक सिद्धांत एक परिचय (Political Theory - An Introduction)

Chapter 2:- स्वतंत्रता (Freedom)

Chapter 3:- समानता (Equality)

Chapter 4:- सामाजिक न्याय (Social justice)

Chapter 5:- अधिकार (Rights)

Chapter 6:- नागरिकता (Citizenship)

Chapter 7:- राष्ट्रवाद (Nationalism)

Chapter 8:- धर्मनिरपेक्षता (Secularism)

Chapter 9:- शांति (Peace)

Chapter 10:- विकास (Development)

 

 

भूगोल   भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत

Chapter 1:- भूगोल एक विषय के रूप में (Geography as A Discipline)

Chapter 2:- पृथ्वी की उत्पत्ति एंव विकास (The Origin and Evolution of the Earth)

Chapter 3:- पृथ्वी की आन्तरिक संरचना (Interior of the Earth)

Chapter 4:- महासागरों और महाद्वीपों का वितरण (Distribution of Oceans and Continents)

Chapter 5:- खनिज एंव शैल (Minerals and Rocks)

Chapter 6:- आकृतिक प्रक्रियाएँ (Geomorphic Processes)

Chapter 7:- भू आकृतियाँ तथा उनका विकास (Landforms and their Evolution)

Chapter 8:- वायुमण्डल का संघटन एवं संरचना (Composition and Structure of Atmosphere)

Chapter 9:- सौर विकिरण, ऊष्मा संतुलन एवं तापमान (Solar Radiation , Heat Balance and Temperature)

Chapter 10:- वायुमंडलीय परिसंचरण तथा मौसमी प्रणालियाँ (Atmospheric Circulation and Seasonal Systems)

Chapter 11:- वायुमंडल में जल (Water in the Atmosphere)

Chapter 12:- विश्व की जलवायु एवं जलवायु परिवर्तन (World Climate and Climate Change)

Chapter 13:- महासागरीय जल (Ocean Water)

Chapter 14:- महासागरीय जल संचलन (Movements of Ocean Water)

Chapter 15:- पृथ्वी पर जीवन (Life on the Earth)

Chapter 16:- जैव विविधता एवं संरक्षण (Biodiversity and Conservation)

 

 

 भारत : भौतिक पर्यावरण

Chapter 1:- भारत स्थिति (India - Location)

Chapter 2:- संरचना तथा भू - आकृति विज्ञान (Structure and Physiography)

Chapter 3:- अपवाह तंत्र (Drainage System)

Chapter 4:- जलवायु (Climate)

Chapter 5:- प्राकृतिक वनस्पति (Natural Vegetation)

Chapter 6:- मृदा (Soils)

Chapter 7:- प्राकृतिक आपदाएं और संकट (Natural Hazards and Disaster)

 

 

 


0 comments: